टोमाहॉक मिसाइल पर कुछ ज्यादा नहीं हांक रहे ट्रंप? गिराने के लिए पुतिन के पास हैं ये अस्त्र

रूसी सांसद जुरावलेव ने कहा है कि S-350 टोमाहॉक क्रूज मिसाइल (2,500 किमी रेंज) को रोकने के लिए बनी है. रूस के मुख्य एयर डिफेंस सिस्टम: S-400 (400 किमी), S-350 (120 किमी), Pantsir-S1 (20 किमी, गन-मिसाइल), S-300 (200 किमी), Tor-M2 (16 किमी) है. लेयर्ड डिफेंस से हर स्तर पर मिसाइल नष्ट हो सकते हैं. युद्ध में डिप्लॉयमेंट तय करेगा.

Advertisement
ये अमेरिकी मिसाइल टोमाहॉक का नौसैनिक वर्जन जिसे युद्धपोत से दागा जाता है. (File Photo: US Navy) ये अमेरिकी मिसाइल टोमाहॉक का नौसैनिक वर्जन जिसे युद्धपोत से दागा जाता है. (File Photo: US Navy)

ऋचीक मिश्रा

  • नई दिल्ली,
  • 13 अक्टूबर 2025,
  • अपडेटेड 10:47 AM IST

रूसी सांसद एलेक्सी जुरावलेव ने बताया कि हर टोमाहॉक मिसाइल के लिए हमारे पास S-350 सिस्टम है, जो खासतौर पर इस तरह की मिसाइलों से लड़ने के लिए बनाया गया हैं. टोमाहॉक अमेरिका की क्रूज मिसाइल है, जो समुद्र से लॉन्च होकर 2500 किमी दूर टारगेट हिट करती है. रूस के एयर डिफेंस सिस्टम इसे आसानी से रोक सकती हैं. ये सिस्टम बैलिस्टिक और क्रूज मिसाइलों को नष्ट करने में माहिर हैं. रूस की मुख्य डिफेंस सिस्टम S-400, S-350, Pantsir-S1, S-300 और Tor के बारे में जानिए. 

Advertisement

1. S-350 विटयाज: क्रूज मिसाइलों का 'किलर'

S-350 रूस की मीडियम-रेंज सरफेस-टू-एयर मिसाइल (SAM) है. ये टोमाहॉक जैसी कम उड़ान वाली क्रूज मिसाइलों को रोकने के लिए डिजाइन की गई. 2025 में ये पूरी तरह तैनात.

यह भी पढ़ें: तालिबान और पाकिस्तान के बीच जंग में कौन-कौन से हथियार इस्तेमाल हुए?

  • रेंज: 1.5 से 120 किलोमीटर
  • ऊंचाई: 10 से 30 किलोमीटर
  • स्पीड: 7,400 किमी/घंटा 
  • टारगेट: 16 एक साथ, क्रूज/बैलिस्टिक मिसाइलें, विमान, ड्रोन
  • मिसाइल: 9M96E2, वजन 420 किलोग्राम, वारहेड 24 किलोग्राम
  • रडार: 92N6E, 360 डिग्री कवरेज, 400 किमी डिटेक्शन
  • मोबिलिटी: ट्रक पर, 5 मिनट में तैयार
  • ये S-300 का अपग्रेड है, जो टोमाहॉक को 120 किमी दूर से मार गिराती.

2. S-400 ट्रायम्फ: लंबी दूरी की ढाल

S-400 रूस की सबसे एडवांस्ड लॉन्ग-रेंज SAM है. ये टोमाहॉक को हवा में ही नष्ट कर देती. 2007 से सेवा में, 2025 में 50+ बैटरी तैनात.

Advertisement

यह भी पढ़ें: सबसे ताकतवर ICBM... नॉर्थ कोरिया ने पेश की ह्वासॉन्ग-20 न्यूक्लियर मिसाइल, पूरा अमेरिका निशाने पर

  • रेंज: 40 से 400 किलोमीटर
  • ऊंचाई: 30 किलोमीटर तक
  • स्पीड: 17,000 किमी/घंटा 
  • टारगेट: 80 एक साथ, बैलिस्टिक/क्रूज मिसाइलें, स्टील्थ विमान
  • मिसाइल: 40N6 (400 किमी), वजन 1,800 किलोग्राम, वारहेड 180 किलोग्राम
  • रडार: 91N6E, 600 किमी डिटेक्शन, स्टील्थ डिटेक्ट
  • मोबिलिटी: ट्रक पर, 10 मिनट में तैयार
  • टोमाहॉक को 400 किमी दूर से लॉक कर मार सकती.

3. Pantsir-S1: छोटी दूरी का दोहरा हमला

Pantsir-S1 गन-मिसाइल हाइब्रिड सिस्टम है. ये टोमाहॉक जैसी कम ऊंचाई वाली मिसाइलों को तोप और मिसाइल से रोकती है. 2008 से यूज में है. 

यह भी पढ़ें: कितनी भी मिसाइल मंगा ले PAK, भारत की इन मिसाइलों के आगे कुछ भी नहीं

  • रेंज: 1.2 से 20 किलोमीटर
  • ऊंचाई: 5 से 10,000 मीटर
  • स्पीड: 1,000 मीटर/सेकंड 
  • टारगेट: 4 एक साथ, क्रूज मिसाइलें, ड्रोन
  • मिसाइल: 57E6, वजन 90 किलोग्राम, वारहेड 20 किलोग्राम
  • गन: 2A38M, 30mm, 5,000 राउंड/मिनट
  • रडार: 1RS1, 36 किमी डिटेक्शन
  • मोबिलिटी: ट्रक पर, 5 मिनट में तैयार
  • टोमाहॉक को करीब से तोप से उड़ा सकती.

4. S-300PMU2: पुरानी लेकिन ताकतवर

S-300 रूस की पुरानी लॉन्ग-रेंज SAM है. अपग्रेडेड वर्जन टोमाहॉक रोकती. 1970 से सेवा में.

Advertisement

यह भी पढ़ें: क्या तालिबान के पास फाइटर जेट और मिसाइलें हैं... पाकिस्तानी एयर स्ट्राइक का कैसे देगा जवाब?

  • रेंज: 90 से 200 किलोमीटर
  • ऊंचाई: 27 किलोमीटर
  • स्पीड: 7160 km/hr
  • टारगेट: 6 एक साथ, क्रूज/बैलिस्टिक मिसाइलें
  • मिसाइल: 48N6, वजन 1,800 किलोग्राम, वॉरहेड 145 किलोग्राम
  • रडार: 64N6E, 300 किमी डिटेक्शन
  • मोबिलिटी: ट्रक पर
  • टोमाहॉक को 200 किमी दूर से नष्ट.

5. Tor-M2: छोटे क्रूज मिसाइलों का शिकारी

Tor-M2 शॉर्ट-रेंज SAM है. टोमाहॉक जैसी मिसाइलों को करीब से मारती. 2010 से यूज में है. 

  • रेंज: 1 से 16 किलोमीटर
  • ऊंचाई: 10 किलोमीटर
  • स्पीड: 2980 km/hr
  • टारगेट: 4 एक साथ, क्रूज मिसाइलें
  • मिसाइल: 9M331, वजन 165 किलोग्राम, वारहेड 15 किलोग्राम
  • रडार: 2RL80, 32 किमी डिटेक्शन
  • मोबिलिटी: ट्रैक पर, 3 मिनट में तैयार
  • 1980 के दशक की टोमाहॉक को आसानी से रोकती.

रूस की एयर डिफेंस 'लेयर्स' में काम करती – S-400 लंबी दूरी, S-350 मीडियम, Pantsir शॉर्ट. ये टोमाहॉक को हर स्तर पर रोक सकती. जुरावलेव का दावा सही लगता है. लेकिन युद्ध में डिप्लॉयमेंट महत्वपूर्ण है. रूस की ये सिस्टम दुनिया की सबसे मजबूत हैं.

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement