देश के ग्रामीण क्षेत्रों के लिए पशुपालन आमदनी का एक मजबूत स्रोत बनता जा रहा है. धीरे-धीरे इन क्षेत्रों में डेयरी फार्म की भी संख्या बढ़ती जा रही है. ज्यादा से ज्यादा किसान इस क्षेत्र में अपनी दिलचस्पी दिखाएं, इसके लिए सरकार विभिन्न योजनाओं के माध्यम से किसानों की मदद भी करती है. मध्य प्रदेश सरकार भी किसानों को पशुपालन की शुरुआत करने पर 10 लाख रुपये का लोन देता है.
राज्य सरकार के इस पहल के तहत मिलेगा लोन
बता दें कि कुछ वक्त पहले एमपी स्टेट कोऑपरेटिव डेयरी फेडरेशन ने राज्य में दूध उत्पादन बढ़ाने के लिए स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के साथ एमओयू साइन किया था. इस एमओयू के तहत मध्य प्रदेश के किसानों को अब दुधारू पशुओं को खरीदने के लिए 10 लाख तक का लोन बिना किसी गारंटी के दिया जाएगा.
किसानों को 36 किस्तों में जमा करना होगा ये लोन
एमओयू के मुताबिक, 2, 4, 6 और 8 दुधारू पशु खरीदने के लिये प्रदेश के प्रत्येक जिले में चयनित 3 से 4 बैंक शाखाओं द्वारा लोन उपलब्ध कराया जाएगा. लाभार्थी को इसके लिए मार्जिन मनी के रूप में 10 प्रतिशत राशि जमा करनी होगी. दस लाख रुपये तक का मुद्रा लोन बिना कोलेस्ट्रल एवं एक लाख 60 हजार रुपये का नॉन मुद्रा लोन किसानों को उपलब्ध कराया जाएगा. किसान को इस रकम को 36 किश्तों में चुका सकेंगे.
इन संस्थाओं द्वारा किसानों की भी की जाती है मदद
बता दें कि किसानों को डेयरी खोलने के लिए नाबॉर्ड की तरफ से भी मदद मिलती है. साथ ही भारतीय स्टेट बैंक (SBI) किसानों को डेयरी बिजनेस शुरू करने के लिए लोन देता है. ये लोन विभिन्न श्रेणियों में दिया जाता है. बैंक दूध इक्कठा करने के लिए भवन निर्माण, ऑटोमेटिक मिल्क मशीन, मिल्क कलेक्शन सिस्टम, ट्रांसपोर्ट के लिए उपयुक्त गाड़ी खरीदने के लिए भी लोन देता है. इस लोन की ब्याज दर 10.85% से शुरू होती है, जो कि अधिकतम 24% तक जाती है. इसके अलावा नेशनल लाइवस्टॉक मिशन के तहत भी डेयरी फार्मिंग के लिए किसानो ंको मदद मिलती है.