भारत और चीन के बीच संबंधों पर महत्वपूर्ण चर्चा हुई. इसमें विदेश नीति में राष्ट्रीय हित की प्राथमिकता पर जोर दिया गया. चर्चा में बताया गया कि अतीत में चीन पर भरोसा करने के परिणाम देखे गए हैं. डोकलाम, गलवान, अरुणाचल प्रदेश, अक्साई चिन और लद्दाख जैसे क्षेत्रों में विवादों का जिक्र हुआ.