"मुझे लगता है कि एक बिल बड़ा हो सकता है, एक बिल अच्छा भी हो सकता है, लेकिन मुझे नहीं पता कि यह दोनों हो सकता है या नहीं. यह मेरी निजी राय है." खरबपति एलॉन मस्क ने 28 मई को सीबीएस टेलिविजन पर प्रसारित अपने इंटरव्यू में राष्ट्रपति ट्रंप की आलोचना की और 29 मई को ट्रंप प्रशासन से उनकी छुट्टी हो गई.
रॉयटर्स ने व्हाइट हाउस के सूत्रों के हवाले से कहा है कि दुनिया के सबसे धनी व्यक्ति एलॉन मस्क की ट्रंप प्रशासन से विदाई का फैसला सीनियर स्टाफ लेवल पर लिया गया. व्हाइट हाउस से उनकी विदाई फटाफट हुई और पूरी प्रक्रिया अनौपचारिक थी. अपनी विदाई की खबर सार्वजनिक करने से पहले एलॉन मस्क ने ट्रंप से मुलाकात भी नहीं की थी.
गौरतलब है कि राष्ट्रपति ट्रंप ने 20 जनवरी 2025 को एलॉन मस्क की नियुक्ति (DOGE-Department of Government Efficiency) के सलाहकार के रूप में की थी. वे 4 महीने 9 दिन अपने पद पर रहे. उन्होंने 29 मई को इस पद को छोड़ने की घोषणा की.
गौरतलब है कि ट्रम्प प्रशासन में विशेष सरकारी कर्मचारी के रूप में मस्क का 130-दिवसीय कार्यकाल 30 मई के आसपास समाप्त होने वाला था.
ट्रंप और एलॉन मस्क के बीच दूरी क्यों?
ट्रंप के शपथ ग्रहण के बाद खरबपति बिजनेसमैन एलॉन ट्रंप की सर्किल में पावरफुल व्यक्ति के रूप में उभरे. वे बेबाक थे, हर जगह नजर आते थे, और पारंपारिक मानदंडों से मुक्त थे.फरवरी में कंजर्वेटिव पॉलिटिकल एक्शन कॉन्फ्रेंस में उन्होंने एक कटार लहाई थी और कहा था कि ये कटार नौकरशाही के लिए है.
ट्रंप के लिए चुनाव प्रचार के दौरान मस्क ने कहा था कि DOGE सरकार के खर्चे में कम से कम $2 ट्रिलियन की कटौती करने में सक्षम होगा. मस्क सरकारी कर्मचारियों के लिए अपनी दुश्मनी नहीं छिपाते थे और वे कहा करते थे कि कोविड काल के विशेषाधिकार को खत्म करने का समय है जिससे लोग खुद नौकरियां छोड़ना शुरू कर देंगे.
ट्रंप और एलॉन के बीच ताजा टकराव की वजह एक भारी भरकम सरकारी बिल था. ट्रंप ने इस “One Big Beautiful Bill Act,” कहा है. इस बिल में टैक्स कटौती का प्रावधान है. अवैध घुसपैठ रोकने के लिए सख्ती से नियमों को लागू किए जाने और बॉर्डर सुरक्षा को बढ़ाने का प्रावधान है.
मस्क ने इसे एक “बहुत बड़ा खर्चे वाला बिल” बताया. मस्क के अनुसार ये बिल संघीय घाटे को बढ़ाता है और DOGE के 'काम को कमजोर करता है'. मस्क ने सीबीएस को बताया कि वह "बड़े पैमाने पर खर्च वाले बिल को देखकर निराश हैं, जो बजट घाटे को बढ़ाता है और DOGE टीम द्वारा किए जा रहे काम को कमजोर करता है."
पिछले हफ़्ते सदन की ओर से बमुश्किल पास हुआ ये बिल व्यक्तियों और निगमों को मिल रहा टैक्स कटौती को बढ़ाता है. साथ ही बाइडेन द्वारा शुरू किए गए स्वच्छ ऊर्जा के कई प्रस्तावों को भी गति देता है.
सरकारी खर्चे कम करने के लिए बने ट्रंप के DOGE के चीफ इन खर्चों को पसंद नहीं कर रहे थे. उन्होंने इस बिल को निराशाजनक बताया था. जबकि ट्रंप इस बिल को लेकर आशान्वित थे.
बुधवार को ओवल ऑफिस में बोलते हुए ट्रंप ने कहा था कि वे इस बिल के कुछ पहलुओं से खुश नहीं हैं, लेकिन वेइसके अन्य पहलुओं से रोमांचित हैं. ट्रंप ने यह भी सुझाव दिया कि और भी बदलाव किए जा सकते हैं.
सरकारी कल्चर से परेशान हुए मस्क
सरकारी खर्चे कम करने की कोशिशों में मस्क को शुद्ध बाबूगीरी कल्चर को अनुभव हुआ. उन्होंने कई बार अपनी निराशा जाहिर की. वाशिंगटन पोस्ट से बातचीत करते हुए एक बार उन्होंने कहा था, "संघीय नौकरशाही की स्थिति मेरी समझ से कहीं ज़्यादा ख़राब है." "मुझे लगा कि कुछ समस्याएं हैं, लेकिन कम से कम इतना तो कहना ही होगा कि डी.सी. में हालात सुधारने की कोशिश करना वाकई एक कठिन लड़ाई है."
ट्रंप के चुनाव प्रचार में 250 मिलियन डॉलर खर्च करने वाले एलॉन मस्क का हाल के दिनों में ट्रंप के मंत्रियों से भी टकराव होने लगा. ट्रंप के मंत्रियों ने पहले तो मस्क की एनर्जी का स्वागत किया. उन्हें अच्छा लगा. लेकिन जल्द ही नीतिगत मामलों पर दोनों के बीच टकराव होने लगा.
मस्क की आक्रामक नीतियों, जैसे बड़े पैमाने पर संघीय कर्मचारियों की छंटनी और निष्ठा जांच ने कई विवादों को जन्म दिया. “व्हाट डिड यू डू लास्ट वीक?” ईमेल नीति ने संघीय कर्मचारियों में असंतोष पैदा किया. इन नीतियों को गैरकानूनी माना गया और कर्मचारी यूनियनों ने इसके खिलाफ मुकदमे दायर किए.
मस्क की नौकरियां लेने की नीति से ट्रंप को चिंता हुई और उन्हें कहना पड़ा कि नौकरियों के मामले में विभाग की चलेगी न कि DOGE की.
रॉयटर्स की समीक्षा में पाया गया कि ट्रम्प और DOGE ने अमेरिका की 23 लाख सरकारी कर्मचारियों के वर्क फोर्स में 12% या 260,000 की कटौती करने में कामयाबी हासिल की.
ट्रंप के मंत्रियों से भिड़ गए मस्क
मस्क ने ट्रंप के तीन सबसे वरिष्ठ कैबिनेट सदस्यों - विदेश मंत्री मार्को रुबियो, परिवहन मंत्री सीन डफी और वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट के साथ बहस की. उन्होंने ट्रंप के व्यापार सलाहकार पीटर नवारो को "मूर्ख" और "ईंटों की बोरी से भी अधिक मूर्ख" कहा. नवारो ने कहा था कि टेस्ला के सीईओ कार मेकर नहीं कार असेम्बलर हैं.
इन विवादों से ट्रंप सरकार की साख प्रभावित हो रही थी.
मस्क के ऊपर व्यावसायिक दबाव
मस्क की DOGE में भूमिका ने उनकी और टेस्ला की लोकप्रियता को प्रभावित किया. न्यूयॉर्क टाइम्स ने बताया कि टेस्ला की मुनाफे में 71% की गिरावट आई, और मस्क की एप्रूवल रेटिंग मार्क्वेट यूनिवर्सिटी के पोल में 38% तक गिर गई.
टेस्ला के खिलाफ देशव्यापी विरोध प्रदर्शन, जैसे “टेस्ला टेकडाउन” आंदोलन, ने मस्क पर दबाव बढ़ाया. मस्क ने स्वयं कहा कि वह अपने व्यवसायों विशेष रूप से टेस्ला पर ध्यान केंद्रित करने के लिए वापस लौटना चाहते हैं.
ट्रंप ने 2 अप्रैल को संवाददाताओं से कहा था कि उनके पास एक बड़ा व्यवसाय चलाने के लिए है. वह वापस जाएंगे.
नीतिगत टकराव
मस्क और ट्रंप के बीच व्यापार नीतियों, विशेष रूप से टैरिफ को लेकर असहमति थी. मस्क ने ट्रंप प्रशासन द्वारा लगाए गए टैरिफ को कम करने की वकालत की थी, क्योंकि ये उनके व्यवसायों, जैसे टेस्ला और स्पेसएक्स, को प्रभावित कर सकते थे. न्यूयॉर्क टाइम्स ने 24 अप्रैल 2025 को बताया कि मस्क ने वॉल स्ट्रीट के विश्लेषकों को आश्वासन दिया था कि वह सरकारी कार्यों से पीछे हटेंगे और इस दौरान उन्होंने टैरिफ कम करने की बात उठाई थी.
व्हाइट हाउस ने पहली बार 8 अप्रैल को सार्वजनिक रूप से माना कि ट्रंप और मस्क के बीच टैरिफ और व्यापार पर मतभेद थे.