यूक्रेन से युद्ध लड़ रहे रूस को लेकर अमेरिका ने एक सनसनीखेज खुलासा किया है. अमेरिकी राष्ट्रपति आवास व्हाइट हाउस ने कहा है कि रूस अंतरिक्ष में उपग्रह को टारगेट करने के लिए हथियार विकसित कर रहा है. रूस द्वारा विकसित किया जा रहा यह हथियार परेशान करने वाला है.
व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन किर्बी ने कहा है कि अमेरिका, रूस की इस गतिविधि पर बारीकी से नजर रख रहा है. किर्बी ने आगे कहा कि उपग्रहों को डिफ्यूज करने या नष्ट करने के लिए रूस द्वारा विकसित किया जा रहा यह हथियार परेशान करने वाला है. अमेरिका इसे गंभीरता से ले रहा है. स्पेस बेस्ड यह हथियार अभी विकसित ही किया जा रहा है. इस हथियार को अभी तैनात नहीं किया गया है. इसलिए सुरक्षा के दृष्टिकोण से अभी किसी के लिए तत्काल खतरा नहीं है.
आउटर स्पेस ट्रीटी का उल्लंघनः अमेरिका
कई रिपोर्टों में यह दावा किया गया था कि रूस द्वारा विकसित किया जा रहा हथियार संभवतः परमाणु हथियार है. जॉन किर्बी ने उन रिपोर्टों की पुष्टि या खंडन किए बिना कहा कि यह हथियार स्पेस बेस्ड यानी अंतरिक्ष आधारित हथियार है. रूस ने 1967 की आउटर स्पेस ट्रीटी यानी बाहरी अंतरिक्ष संधि का उल्लंघन किया है. यह संधि किसी भी तरह के परमाणु हथियार या अन्य खतरनाक हथियार की अंतरिक्ष में तैनाती पर रोक लगाती है. इस संधि पर दुनिया के 130 देश से अधिक देशों ने हस्ताक्षर किए हैं.
आउटर स्पेस ट्रीटी ऑफ 1967 कहता है कि चंद्रमा या स्पेस के किसी भी हिस्से पर किसी व्यक्ति या देश का अधिकार नहीं है.
इससे पहले अमेरिकी हाउस इंटेलिजेंस कमेटी के अध्यक्ष माइक टर्नर ने रूस के स्पेस बेस्ड हथियार से संभावित खतरों के बारे में टिप्पणी की थी. इसके अलावा व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलविन संभावित खतरों पर चर्चा करने के लिए गुरुवार को दोनों पार्टियों के प्रमुख नेताओं से मिलने गए थे.
हथियार से तत्काल खतरा नहींः जॉन किर्बी
मीडिया को संबोधित करते हुए जॉन किर्बी ने आगे कहा, "स्पेस बेस्ड रूसी हथियारों को लेकर मैं बहुत कम जानकारी साझा करूंगा. क्योंकि ये जानकारियां काफी स्पेसफिक हैं. हालांकि, मैं इस बात की पुष्टि कर सकता हूं कि यह हथियार एंटी-सैटेलाइट केपेबलिटी से लैस है. जिसे रूस विकसित कर रहा है.
हालांकि, जिसे तैनात किया गया है वह एक्टिव हथियार नहीं है. लेकिन रूस द्वारा इस तरह के विशेष हथियार की खोज परेशान करने वाली है. ये ऐसा हथियार नहीं है जिसका इस्तेमाल मनुष्यों पर हमला करने या पृथ्वी पर विनाश करने के लिए किया जा सकता है. लेकिन रूस की इस गतिविधि पर हम बारीकी से नजर रख रहे हैं और हम इसे बहुत गंभीरता से लेना जारी रखेंगे."