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'29 साल से कहां गायब हैं पंचेन लामा? तुरंत जानकारी दे चीन', अमेरिका ने जिनपिंग से मांगा जवाब

अमेरिका ने चीन से आग्रह किया है कि वह सुदूर हिमालय क्षेत्र से तिब्बती आध्यात्मिक गुरु पंचेन लामा के ठिकाने और उनके स्वास्थ्य के बारे में तुरंत जानकारी दे. अमेरिका ने चीन से सवाल पूछते हुए कहा कि उसे यह बताना चाहिए कि तिब्बती आध्यात्मिक नेता पंचेन लामा कहां हैं?

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अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर
अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर

अमेरिका ने सुदूर हिमालयी क्षेत्र से तिब्बती आध्यात्मिक नेता के लापता होने की 29वीं बरसी के मौके पर चीन से पंचेन लामा के ठिकाने और उनके स्वास्थ्य के बारे में तुरंत जानकारी देने को कहा है. चीन के 11वें पंचेन लामा तिब्बती बौद्ध धर्म में सबसे महत्वपूर्ण धार्मिक शख्सियतों में से एक हैं और दलाई लामा के बाद वहीं सर्वोच्च धर्मगुरु हैं. 11वें पंचेन लामा जब महज 6 साल के थे तो तभी चीन ने उनका अपहरण कर लिया था और आज उन्हें लापता हुए 29 साल हो गए.

अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर के एक प्रेस बयान में शुक्रवार को कहा, 'आज 29 साल हो गए जब चीन ने तिब्बती बौद्ध धर्म के सबसे महत्वपूर्ण व्यक्तियों में से एक, 11वें पंचेन लामा का अपहरण कर लिया. तब उनकी उम्र 6 साल की थी गेधुन चोएक्यी न्यिमा लापता हैं और उस दिन के बाद से सार्वजनिक रूप से दिखाई नहीं दिए हैं.'

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अमेरिका का बयान

'पंचेन लामा के गायब होने के 29 साल पूरे' शीर्षक वाले बयान में आगे कहा गया, "चीन सरकार तिब्बती समुदाय के सदस्यों को इस महत्वपूर्ण धार्मिक व्यक्ति तक पहुंच से वंचित कर रही है और इसके बजाय वह राज्य-चयनित प्रॉक्सी को बढ़ावा दे रहा है." भारत में निर्वासित तिब्बती सरकार, केंद्रीय तिब्बती प्रशासन के एक बयान के अनुसार, 14 मई, 1995 को दलाई लामा ने आधिकारिक तौर पर गेधुन चोएक्यी न्यिमा को 11वें पंचेन लामा के रूप में घोषित किया था. 17 मई, 1995 को उन्हें उनके पूरे परिवार के साथ चीनी हिरासत में ले लिया गया. जिससे वह छह साल की उम्र में दुनिया के सबसे कम उम्र के राजनीतिक कैदी बन गये थे.

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चीन दे उनकी जानकारी

अमेरिकी विदेश विभाग के बयान के मुताबिक, अमेरिका तिब्बतियों के मानवाधिकारों और उनकी विशिष्ट धार्मिक, सांस्कृतिक और भाषाई पहचान के संबंध में उनके अधिकारों का समर्थन करता है. बयान में कहा गया है, 'तिब्बतियों को, सभी धार्मिक समुदायों के सदस्यों की तरह, अपने स्वयं के विश्वासों के अनुसार और सरकारी हस्तक्षेप के बिना, दलाई लामा और पंचेन लामा जैसे अपने स्वयं के नेताओं को चुनने, शिक्षित करने और सम्मान देने का अधिकार मिलना चाहिए.'

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अमेरिका ने कहा, "हम पीआरसी अधिकारियों से गेधुन चोएक्यी न्यिमा के ठिकाने और उनके स्वास्थ्य के बारे में तुरंत जानकारी देने और उन्हें पीआरसी की अंतरराष्ट्रीय प्रतिबद्धताओं के अनुरूप अपने मानवाधिकारों का पूरी तरह से उपयोग करने की अनुमति देने का आग्रह करते हैं.

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