संयुक्त राष्ट्र विश्व खाद्य कार्यक्रम (UN World Food Program) के चीफ ने कहा है कि रूसी सैनिकों से घिरे यूक्रेन के मारियुपोल शहर में लोगों की भूख से मौत हो रही है. उन्होंने आशंका जताई कि आने वाले हफ्तों में रूस अपने हमले को और तेज करेगा जिससे यूक्रेन में ऐसी स्थिति और देखने को मिल सकती है.
WFP के एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर डेविड बेस्ली ने गुरुवार को यूक्रेन की राजधानी कीव में एसोसिएटेड प्रेस (AP) के साथ बातचीत के दौरान चेतावनी दी कि अनाज निर्यात करने वाले यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के चलते आसपास के देश भी अस्थिर हो सकते हैं और बेहतर जीवन की तलाश करने वाले शरणार्थियों की संख्या भी बढ़ सकती है.
बेस्ली ने कहा कि 24 फरवरी को शुरू हुआ युद्ध यूक्रेन में लोगों को तबाह कर रहा था. संघर्ष के बीच WFP और अन्य सहायता संगठन जरूरतमंद लोगों तक पहुंचने की कोशिश की लेकिन इसमें कमी रह गई. उन्होंने कहा कि फिलहाल भी ये आसान नहीं दिख रहा है. उन्होंने कहा कि यूक्रेन की राजधानी कीव और आसपास के इलाकों सहित खासकर पूर्वी यूक्रेन में युद्ध के बीच यूक्रेनियन तक पहुंचना कठिन हो गया है.
बेस्ली ने कहा कि यूक्रेन के जिन इलाकों में फिलहाल गंभीर स्थिति नहीं है, उन क्षेत्रों में WFP अब खाद्य आपूर्ति करने की कोशिश कर रहा है. साथ ही उन्होंने स्वीकार किया कि युद्ध की स्थिति तेजी से बदल रही है जिसके चलते खाद्य आपूर्ति में कई परेशानियां आ सकतीं हैं.
बेस्ली ने कहा कि अगले कुछ दिनों में नहीं लेकिन कुछ सप्ताह और कुछ महीने में स्थितियां और अधिक जटिल हो सकती है, स्थितियां बदतर हो रही हैं और चिंता की रेखाएं आगे बढ़ने वाली हैं.
मारियुपोल के बारे में बेस्ली ने जताई ज्यादा चिंता
बेस्ली ने मारियुपोल शहर के बारे में विशेष चिंता व्यक्त की. बता दें कि इस शहर को रूसी सेना ने घेर लिया है और यहां पिछले कुछ दिनों में भयंकर बमबारी और गोलीबारी हुई है. यहां 1 लाख से अधिक लोग फंसे हुए हैं जिन्हें भोजन और पानी की सख्त जरूरत है. WFP की मांग के बावजूद मारियुपोल में फंसे आम नागरिकों तक मदद पहुंचाने की अनुमति रूसी सैनिकों ने नहीं दी है.
हालांकि बेस्ली ने कहा कि हम मारियुपोल में फंसे लोगों को नहीं छोड़ेंगे, क्योंकि वहां विनाशकारी स्थिति है और लोग भूख से मर रहे हैं. उधर, रूस मारियुपोल पर पूरी तरह कब्जा करने की कोशिश में जुटा हुआ है. बेस्ली ने कहा कि दूसरे विश्वयुद्ध के बाद हमने वैश्विक खाद्य की कमी को देखा है.
रूस और यूक्रेन मिलकर दुनिया के गेहूं की आपूर्ति का 30% उत्पादन करते हैं और दुनिया के सूरजमुखी के बीज के तेल का लगभग तीन चौथाई निर्यात करते हैं. WFP दुनिया भर में वितरण के लिए जो अनाज खरीदता है उसका आधा यूक्रेन से आता है. बेस्ली ने बताया कि युद्ध के बीच यूक्रेनी किसान खाद और बीज के लिए भी संघर्ष कर रहे हैं और जिन्होंने फसल लगाई भी है वे अपनी खेतों में फसलों को सड़ते हुए देख रहे हैं.
पूरी तरह तबाह हो चुका है मारियुपोल शहर
बता दें कि मारियुपोल पूरी तरह से तबाह हो चुका है. यहां लोग मुश्किल स्थितियों में रहने को मजबूर हैं. लोगों का कहना है कि उनका शहर काफी सुंदर था. लेकिन अब सब कुछ तबाह हो गया है. शहर में अब न खाना है, न लाइट. लोगों को पानी, कनेक्टिविटी के लिए भी काफी परेशान होना पड़ रहा है. यहां लोग लकड़ियां जलाकर कुछ जरूरतें पूरी कर रहे हैं. वहीं, खाना मदद के तौर पर मिल रहा है.
बेस्ली ने कहा कि शिपिंग चुनौतियों ने WFP को अफ्रीका में लाखों लोगों के लिए राशन आधा करने के लिए मजबूर किया है. उन्होंने ये भी कहा कि इसमें और अधिक कटौती हो सकती है.
बेस्ली ने कीव के पास के उन क्षेत्रों का भी दौरा किया है, जो रूसी आक्रमण से तबाह हो गए हैं. इनमें बूचा शहर भी शामिल है. बता दें कि बूचा शहर में सामूहिक हत्याओं और यूक्रेनियन के खिलाफ अन्य अत्याचारों की तस्वीरों ने दुनिया को झकझोर दिया था. बेस्ली ने कहा कि रूस के हमले ने यूक्रेन को बुरी तरह प्रभावित किया है.
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