चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के ग्राउंड फोर्सेज के कमांडर जनरल ली कियाओमिंग को पाकिस्तान ने अपने शीर्ष नागरिक सम्मानों में से एक, निशान-ए-इम्तियाज से सम्मानित किया. उन्हें यह सम्मान दोनों देशों की सेनाओं के बीच घनिष्ठ सहयोग को बढ़ावा देने में उनकी अटूट प्रतिबद्धता के लिए मिला. राष्ट्रपति भवन में आयोजित विशेष अलंकरण समारोह में जनरल कियाओमिंग को सम्मानित किया गया, जिसमें पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ और सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर, नेवी और एयरफोर्स चीफ भी शामिल रहे.
सरकारी समाचार एजेंसी एसोसिएटेड प्रेस ऑफ पाकिस्तान (एपीपी) की रिपोर्ट के मुताबिक, 'समारोह के दौरान दिए गए प्रशस्ति पत्र में जनरल ली कियाओमिंग के चार दशक के करियर पर प्रकाश डाला गया था. चीनी सेना में उनके महत्वपूर्ण योगदान का उल्लेख किया गया था.' प्रशस्ति पत्र में लिखा था, 'जनरल ली कियाओमिंग की बुद्धिमता, प्रशासनिक कौशल और समर्पण ने उन्हें एक साहसी और सक्षम अधिकारी के रूप में ख्याति दिलाई है. चीन और उसके बाहर शांति और स्थिरता को बढ़ावा देने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका है. पाकिस्तान के मित्र के रूप में, उन्होंने अटूट प्रतिबद्धता के साथ पाक-चीन सैन्य संबंधों को काफी मजबूत किया.'
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इससे पहले जनरल कियाओमिंग ने 26 अगस्त को प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से मुलाकात की थी. दोनों ने पाकिस्तान-चीन दोस्ती के विभिन्न पहलुओं, विशेष रूप से द्विपक्षीय सुरक्षा और रणनीतिक साझेदारी पर चर्चा की. पीएम शरीफ ने इस बात पर जोर दिया कि पाकिस्तान और चीन सदाबहार रणनीतिक सहयोगी, भागीदार और भरोसेमंद दोस्त हैं. उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि दोनों देशों के बीच गहरे संबंधों को पाकिस्तान में राजनीतिक, संस्थागत और व्यापक जनसमर्थन प्राप्त है. पाकिस्तान और चीन के बीच रक्षा और रणनीतिक संबंध क्षेत्र में शांति और स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण हैं. ये रिश्ते उनके द्विपक्षीय संबंधों की नींव बनाते हैं.
जनरल ली ने कहा कि चीन को पाकिस्तान का आयरन ब्रदर, रणनीतिक साझेदार और विश्वसनीय मित्र बताया. उन्होंने कहा कि चीन, पाकिस्तान के साथ अपने संबंधों को सर्वोच्च प्राथमिकता देता है. जनरल ने दोनों देशों के रिश्तों को सहयोग के नए स्तरों तक बढ़ाने की इच्छा व्यक्त की. उन्होंने क्षेत्रीय शांति और स्थिरता को बढ़ावा देने और आतंकवाद से लड़ने में के पाकिस्तान के सशस्त्र बलों की भूमिका की सराहना की. जनरल ली ने सशस्त्र बलों की क्षमता निर्माण को बढ़ाने के लिए पाकिस्तान के साथ अपने सहयोग को और बढ़ाने की पीएलए की प्रतिबद्धता दोहराई.