न्यूज एजेंसी असोसिएटेड प्रेस (एपी) के ट्विटर अकाउंट पर वाइट हाउस में ब्लास्ट होने और इस घटना में राष्ट्रपति बराक ओबामा के जख्मी होने की खबर से हड़कंप मच गया. हालांकि बाद में पता चला कि एपी के ट्विटर अकाउंट को हैक करके ऐसी अफवाह फैलायी गई.
एपी की ट्वीट में कहा गया कि वाइट हाउस में दो बम फटे हैं, जिसमें अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा जख्मी हो गए हैं. कुछ ही देर बाद यह सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर ट्रेंडिंग टॉपिक में आ गया, हालांकि मामला सामने आने के तुरंत बाद एपी और व्हाइट हाऊस ने इसका खंडन जारी कर दिया.
एपी के प्रवक्ता ने इसे बोगस मेसेज करार दिया. बाद में एपी ने अपने ट्विटर अकाउंट को सस्पेंड कर दिया. एसोसिएटेड प्रेस का ट्विटर अकाउंट फिलहाल बंद है. न्यूज एजेंसी एपी की विश्वसनीयता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उसके ट्विटर अकाउंट को करीब बीस लाख लोग फॉलो करते हैं. उसके ट्वीट्स को काफी भरोसेमंद माना जाता है.
भारतीय समय के मुताबिक रात करीब साढ़े दस बजे एसोसिएटेड प्रेस के ट्विटर अकाउंट से व्हाइट हाऊस में हुए दो बम ब्लास्ट में अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के घायल होने की गलत सूचना हैकरों ने ट्वीट की. कुछ ही देर में इस फर्जी ट्वीट ने चारों ओर सनसनी फैला दी और अमेरिकी बाजारों में भी थोड़ी देर के लिए गिरावट का रुख देखा गया.
इस घटना के कुछ ही देर बाद वाइट हाउस की ओर से इस खबर का खंडन किया गया. वाइट हाउस के प्रवक्ता जे कार्नी ने कहा कि कोई ब्लास्ट नहीं हुआ है और ओबामा पूरी तरह महफूज हैं. कार्नी ने कहा, 'राष्ट्रपति ठीक हैं और मैं उनके साथ ही था.'
वहीं कुछ मिनटों के बाद एपी ने भी अपने दूसरे ट्विटर अकाउंट से ट्वीट कर अपने मेन अकाउंट के हैक होने की सूचना दी और कहा कि उसके अकाउंट से वाइट हाउस को लेकर किया गया ट्वीट गलत था.
सीरियन इलेक्ट्रॉनिक आर्मी ने एपी के अकाउंट को हैक करने की जिम्मेदारी ली है.