अमेरिका के राष्ट्रपति ने इजरायल और ईरान के बीच सीजफायर करने का क्रेडिट लेते हुए इसी घोषणा सोशल मीडिया पर की. इसके बाद दोनों देशों के मीडिया में भी सीजफायर की पुष्टि कर दी गई. इस बीच अब इजरायली सेना के चीफ ऑफ स्टाफ एयाल जामिर (Eyal Zamir) ने सोमवार को एक अहम बयान जारी किया.
उन्होंने कहा कि इजरायल ने 12 दिनों के हमलों के दौरान ईरान के परमाणु कार्यक्रम को सालों पीछे धकेल दिया है और देश के खिलाफ अभियान अब एक नए चरण में प्रवेश कर रहा है. जमीर ने कहा कि सेना का ध्यान गाजा में वापस लौटने पर है, ताकि इजरायल के बंधकों को वापस लाया जा सके और हमास के शासन को खत्म किया जा सके.
चीफ ऑफ स्टाफ इयाल जमीर ने कहा, "हमने एक महत्वपूर्ण चरण पूरा कर लिया है, लेकिन ईरान के खिलाफ जंग खत्म नहीं हुई है. हम मौजूदा चरण की उपलब्धियों के आधार पर एक नए चरण में प्रवेश कर रहे हैं. हमने ईरान की परमाणु परियोजना को सालों पीछे धकेल दिया है, और यही बात उसके मिसाइल कार्यक्रम पर भी लागू होती है."
ईरान के खिलाफ अभियान जारी रहेगा: एयाल जामिर
इजरायली सेना द्वारा जारी आधिकारिक बयान के अनुसार, जनरल एयाल जामिर ने स्पष्ट किया कि ईरान के खिलाफ सैन्य रणनीति की दिशा में एक महत्वपूर्ण चरण पूरा हो गया है. हालांकि उन्होंने यह भी जोड़ा कि यह सिर्फ एक चरण का अंत है, पूरा अभियान अभी जारी है.
उनके मुताबिक, ईरान की ओर से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष खतरे अब भी बने हुए हैं, और इजरायल अपनी सुरक्षा के लिए हर आवश्यक कदम उठाना जारी रखेगा. इजरायल ने हाल के महीनों में ईरान के कई सहयोगी समूहों जैसे हिज़्बुल्लाह (लेबनान में), हूती विद्रोही (यमन में) और सीरिया स्थित मिलिशियाओं के खिलाफ भी सैन्य कार्रवाई की है.
गाजा को लेकर दिया ये बयान
जनरल जामिर ने अपने बयान में यह भी कहा कि अब इजरायली सेना की प्राथमिकता फिर से गाजा पट्टी पर लौटने की है. इसके दो प्रमुख लक्ष्य हैं. इजरायली बंधकों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करना और हमास के शासन को पूरी तरह समाप्त करना. उन्होंने कहा, "गाज़ा में हमारी लड़ाई अभी खत्म नहीं हुई है. हमारा उद्देश्य न केवल बंधकों को घर वापस लाना है, बल्कि हमास की शासन व्यवस्था को भी पूरी तरह से ध्वस्त करना है."