रूस के कच्चे तेल की वजह से भारत और अमेरिका के रिश्तों में बढ़ा तनाव कम होता नजर आ रहा है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत को बड़ी राहत दी है.
विदेश मंत्रालय ने बताया कि अमेरिका ने ईरान स्थित चाबहार पोर्ट परियोजना के लिए प्रतिबंधों से छूट की अवधि बढ़ा दी है. चाबहार पोर्ट पर अमेरिकी प्रतिबंध से भारत को मिली छह महीने की छूट मिली है.
चाबहार पोर्ट पर अमेरिकी छूट की मियाद 27 अक्टूबर को खत्म हो गई थी. भारत ने 2024 से ईरान के साथ एक दशक के लिए चाबहार बंदरगाह के प्रबंधन का समझौता कर रखा है. भारत ने इसके विकास पर बहुत ज्यादा निवेश किया हुआ है.
भारत ने मई 2024 में ईरान के साथ 10 साल का समझौता किया था, जिसके तहत भारतीय पोर्ट्स ग्लोबल लिमिटेड (IPGL) ने शाहिद बेहेश्ती टर्मिनल का संचालन अपने हाथ में लिया था. यह पहली बार था जब भारत ने किसी विदेशी बंदरगाह का प्रबंधन संभाला. इससे पहले 2016 का समझौता हर साल नवीनीकृत किया जाता रहा था.
चाबहार पोर्ट भारत के लिए बेहद अहम है क्योंकि यह पाकिस्तान को बाईपास करते हुए अफगानिस्तान और मध्य एशिया तक सीधा व्यापार मार्ग उपलब्ध कराता है. भारत ने 2003 में इस प्रोजेक्ट का प्रस्ताव दिया था ताकि इंटरनेशनल नॉर्थ-साउथ ट्रांसपोर्ट कॉरिडोर के जरिए क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को मजबूत किया जा सके.