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ईरान ने 14 दिन बाद किया 'बदले' वाला अटैक, इजरायल पर दागे 300 मिसाइल और ड्रोन, IDF ने एक्टिवेट कर दिया एरियल डिफेंस सिस्टम

कहा जा रहा है कि ईरान अगले कुछ घंटों में इजरायल पर और ज्यादा मिसाइल अटैक कर सकता है. इजरायल पर अंधाधुंध हमले कर रहे ईरान ने दो टूक कहा है कि ये इजरायल के लगातार किए जा रहे उसके अपराधों की सजा है. ईरान की सेना ने बयान जारी कर इस हमले को Operation true  Promise का नाम दिया है. 

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इजरायल पर ईरान का हमला
इजरायल पर ईरान का हमला

इस समय दुनिया में कई मोर्चों पर युद्ध लड़े जा रहे हैं. इस बीच ईरान ने आधीरात को इजरायल पर मिसाइल और ड्रोन अटैक किए हैं. ईरान ने इजरायल पर 300 से ज्यादा अलग-अलग तरह के ड्रोन हमले किए हैं इनमें किलर ड्रोन से लेकर बैलिस्टिक मिसाइल और क्रूज मिसाइलें शामिल हैं. जेरूशलम सहित इजरायल के कई शहरों में धमाकों और सायरन की आवाज सुनी जा रही है. पूरे देश की किलाबंदी कर दी गई है. इजरायली सेना ने एयर डिफेंस सिस्टम को एक्टिवेट कर दिया है. सेना को हाई अलर्ट कर दिया गया है. 

कहा जा रहा है कि ईरान अगले कुछ घंटों में इजरायल पर और ज्यादा मिसाइल अटैक कर सकता है. इजरायल पर अंधाधुंध हमले कर रहे ईरान ने दो टूक कहा है कि ये इजरायल के लगातार किए जा रहे उसके अपराधों की सजा है. ईरान की सेना ने बयान जारी कर इस हमले को Operation True Promise का नाम दिया है. 

इजराली सेना IDF के प्रवक्ता रियर एडमिरल डेनियल हगारी का कहना है कि ईरान ने इजरायल पर सीधे हमले शुरू किए हैं. ईरान के किलर ड्रोन्स पर हम नजर रखे हुए हैं. ईरान के हमले में दक्षिणी इजरायल के सैन्य बेस को हल्का नुकसान पहुंचा है. इजरायल ने एरो एरियल डिफेंस सिस्टम के जरिए इन अधिकतर मिसाइलों को मार गिराया है. अल अक्सा के गोल्डन डोम के ऊपर आसमान में कई मिसाइलों को मार गिराया है.

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इस हमले के बीच इजरायली पीएम नेतन्याहू और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने फोन पर बात की. दोनों नेताओं के बीच मौजूदा स्थिति पर चर्चा हुई. इस दौरान बाइडेन ने कहा कि ईरान के खतरों के खिलाफ हम इजराइल की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं और हम उसके लिए मजबूती के साथ खड़े हैं. संयुक्त राष्ट्र ने भी आज आपात बैठक बुलाई है. 

यह भी पढ़ें: LIVE: आधी रात ईरान ने इजरायल पर किया अटैक, सहम गई दुनिया, आज UNSC की आपात बैठक, नेतन्याहू ने बाइडेन को लगाया फोन

नेतन्याहू ने कहा- हम बहुत मजबूत हैं

इन हमलों पर इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि हमने देश के डिफेंस सिस्टम को काम पर लगा दिया है. हम किसी भी तरह की स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं. हमारा राष्ट्र बहुत मजबूत हैं. IDF बहुत मजबूत है और सबसे जरूरी हमारे लोग बहुत मजबूत हैं. इस संकट की घड़ी में हमारा साथ देने वाले अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस सहित सभी देशों की सराहना करते हैं.

ईरान के हमले से तिलमिलाया इजरायल

इजरायल में आधीरात को ईरान की ओर से किए गए हमले से वैश्विक तनाव चरम पर पहुंच गया है. ईरान के विदेश मंत्री का का कहना है कि ईरान किसी भी तरह के सैन्य आक्रमण से अपनी सुरक्षा के लिए कोई भी कदम उठाने से हिचकेगा नहीं. 

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इजरायली डिफेंस फोर्सेज (IDF) ने भी कहा है कि जहां भी जरूरत होगी, वहां उन हमलों को मुस्तैदी से रोका जा रहा है. इस संबंध में इजरायल में वॉर कैबिनेट की बैठक बुलाई गई है. 

'इजरायल को सजा मिलेगी'

ईरान के हमले से कुछ दिन पहले ईरान के सुप्रीम नेता अयातुल्लाह अली खामेनेई ने चेतावनी दी थी. उन्होंने कहा था कि इजरायल को सजा मिलेगी. इजरायल की दुष्ट सरकार को दंडित किया जाएगा. 

यह भी पढ़ें: 'इजरायल के साथ डटकर खड़े हैं', ईरान के हमले के बाद US का बयान, ब्रिटेन बोला- तेहरान अराजकता पर आमदा

इजरायल की मदद में आगे आए अमेरिका, ब्रिटेन सहित कई देश

ईरान के हमले के बाद ब्रिटेन ने इजरायल की मदद के लिए रॉयल एयरफोर्स जेट और एयर रिफ्यूलिंग टैंकर्स भेजे. ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि ईरान से खतरों और मिडिल ईस्ट में तेजी से बढ़ रहे तनाव के मद्देनजर ब्रिटेन सरकार तनाव को कम करने और इन हमलों को रोकने के लिए अपने साझेदारों के साथ मिलकर हरसंभव कदम उठा रही है. हमने कई अतिरिक्त रॉयल एयरफोर्स जेट और एयर रिफ्यूलिंग टैंकर्स इजरायल की ओर भेजे हैं.

 

ईरान के हमले के बाद अमेरिका खुलकर इजरायल के समर्थन में आ गया है. अमेरिका के रक्षा मंत्री ने इजरायली समकक्ष योव गैलंट से बात की है और इस मुश्किल घड़ी में इजरायल के प्रति अमेरिका के समर्थन की प्रतिबद्धता दोहराई है. 

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अमेरिकी रक्षा मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अमेरिकी सेना ने इजरायल की ओर दागे गए कुछ ड्रोन को मार गिराया है. ईरान की मिसाइलों और ड्रोन को मार गिराए जाने का सिलसिला जारी है.

ईरान की 1979 की इस्लामिक क्रांति के बाद से ही इजरायल और ईरान की दुश्मनी चर्चा में है. इसके बाद ये पहला मौका है, जब ईरान ने इजरायल पर सीधा सैन्य हमला किया है. इस हमले को लेकर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी उथल-पुथल जारी है. फ्रांस ने ईरान के इस हमले को लेकर कहा है कि तेहरान ने एक नई सीमा पार कर दी है, जिससे वैश्विक स्तर पर सैन्य तनाव और बढ़ेगा.

ईरान के हमले के बाद मिडिल ईस्ट में तनाव बढ़ा

इजरायल पर ईरान के हमले के बाद मिडिल ईस्ट में तनाव बढ़ गया है. कई मध्य पूर्वी देशों ने घोषणा की है कि वे इजरायल पर जवाबी ईरानी हमले के मद्देनजर अपने हवाई क्षेत्र को बंद कर रहे हैं और उड़ानों को डायवर्ट कर रहे हैं.

जॉर्डन और लेबनान ने अपने हवाई क्षेत्र को अस्थायी रूप से बंद करने की घोषणा कर दी है. समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक इराक में दो क्षेत्रीय सुरक्षा सूत्रों ने कहा कि दर्जनों ड्रोनों को ईरान से इजराइल की ओर इराकी हवाई क्षेत्र में उड़ान भरते देखा गया है. सूत्रों ने कहा कि जॉर्डन की एयर सिक्योरिटी उसके एयरस्पेस का उल्लंघन करने वाले किसी भी ईरानी ड्रोन या विमान को रोकने और मार गिराने के लिए तैयार है. उन्होंने कहा कि सेना भी हाईअलर्ट पर है. रडार सिस्टम ड्रोन गतिविधि पर नजर रख रहे हैं.

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ईरानी अटैक के बाद इज़राइल ने अपना एयरस्पेस सभी घरेलू और अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट्स के लिए बंद कर दिया है. इजराइल एयरपोर्ट अथॉरिटी के एक प्रवक्ता ने कहा कि इजरायल का एयर स्पेस स्थानीय समयानुसार 12:30 बजे से शुरू होने वाली सभी घरेलू और अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट्स के लिए बंद रहेगा. प्रवक्ता ने कहा कि इजराइल के लिए फ्लाइट्स के आगमन में देरी के कारण तेल अवीव से उड़ने वाली फ्लाइट्स की टाइमिंग में बदलाव की संभावना है. रेमन हवाईअड्डा यातायात के लिए बंद रहेगा. प्रवक्ता के अनुसार यात्रियों को नए समय के बारे में एयरलाइंस और एयरपोर्ट अथॉरिटी की वेबसाइट पर बता दिया जाएगा.

ईरान ने इजरायल पर क्यों किया हमला?

एक अप्रैल को सीरिया में ईरान के वाणिज्य दूतावास पर हमला किया गया था. इस हमले में ईरान के टॉप कमांडर सहित कई सैन्य अधिकारियों की मौत का दावा किया गया था. ईरान ने इस हमले के लिए इजरायल को जिम्मेदार ठहराया था. हालांकि, अभी तक इजरायल की ओर से इस पर अभी तक किसी तरह की प्रतिक्रिया नहीं दी गई है. 

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