आतंकियों के हमदर्द पाकिस्तान की एक बार फिर दुनियाभर में किरकिरी हो रही है. अमेरिका, भारत के बाद अब ईरान ने पाकिस्तान में घुसकर आतंकियों के ठिकानों पर सर्जिकल स्ट्राइक की है. ईरान ने खुलकर स्वीकार किया है कि उसने पाकिस्तान में आतंकियों के अड्डे पर कार्रवाई की है. इस हमले ने एक बार फिर पाकिस्तान को बेनकाब कर दिया है. हालांकि, आतंकियों को पालने-पोसने के आरोप में पाकिस्तान में कई बार घिर चुका है. लेकिन, अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है.
पाकिस्तान में आतंकी संगठन दुनियाभर के लिए खतरा बनते जा रहे हैं. वहां अभी भी 44 ऐसे आतंकी संगठन हैं, जो एक्टिव हैं और बड़े हमलों को अंजाम देने में संलिप्त पाए जा रहे हैं. संयुक्त राष्ट्र ने पाकिस्तान में स्थित या उससे जुड़े करीब 150 आतंकवादी संगठनों या टेररिस्ट को ब्लैक लिस्ट में डाला है. सिक्योरिटी कांउसिल की अल कायदा प्रतिबंध कमेटी ने लश्कर-ए-तैयबा के डिप्टी चीफ अब्दुल रहमान मक्की को भी आतंकी घोषित कर दिया है.
'मक्की को आतंकवादी की सूची में डाला गया'
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) की 1267 कमेटी और अल कायदा प्रतिबंध कमेटी ने जनवरी 2023 में 68 वर्षीय मक्की को आतंकवादियों की अपनी सूची में शामिल किया था. इस प्रतिबंध के बाद मक्की की संपत्ति जब्त कर ली गई थी और यात्रा प्रतिबंध और हथियार प्रतिबंध लगा दिया गया है.
'मक्की के लिए रुकावट बन गया था मक्की'
बता दें कि भारत और अमेरिका ने सात महीने पहले एक संयुक्त प्रस्ताव में JuD/LeT की पॉलिटिकल अफेयर विंग के हेड और लश्कर प्रमुख हाफिज सईद के साले अब्दुल रहमान मक्की को आतंकवादी घोषित करने की मांग की थी. इस प्रस्ताव पर चीन ने आपत्ति जता दी थी और रोक लगा दी गई थी. दरअसल, 1267 प्रतिबंध कमेटी के तहत टेररिस्ट और आतंकी संगठनों को सूचीबद्ध करने का निर्णय आम सहमति से किया जाता है. सुरक्षा परिषद की अल कायदा प्रतिबंध कमेटी में 15 सदस्य हैं. इनमें चीन का नाम भी शामिल है. वो इस कमेटी का स्थायी सदस्य है और वीटो पावर भी रखता है. चीन की रुकावट की वजह से यह प्रक्रिया पूरी नहीं हो पा रही थी.
'150 से ज्यादा आतंकियों का पाकिस्तान कनेक्शन'
अल कायदा प्रतिबंध कमेटी की सूची के अनुसार, संयुक्त राष्ट्र द्वारा ब्लैक लिस्ट में डाले गए करीब 150 आतंकवादी संगठन या टेररिस्ट या तो पाकिस्तान में ठिकाना बनाए हैं या उनका पाकिस्तान से संबंध है या फिर पाकिस्तान-अफगानिस्तान सीमा क्षेत्रों में एक्टिविटी है. जिन आतंकवादियों को ब्लैक लिस्ट में डाला गया है, उनमें पाकिस्तान स्थित आतंकवादी समूह लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के नेता और मुंबई आतंकी हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद, लश्कर-ए-तैयबा के शीर्ष कमांडर और 26/11 मुंबई आतंकवादी हमले के मुख्य साजिशकर्ता जकी-उर रहमान लखवी का नाम शामिल है. जैश-ए-मोहम्मद (JeM) आतंकी समूह के संस्थापक मसूद अजहर और भगोड़े अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के पते भी पाकिस्तान में हैं.
पाकिस्तान में कौन-कौन 44 एक्टिव आतंकी संगठन
1. तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP)
2. हिज़्ब-उल-मुजाहिदीन (HM)
3. हरकत-उल-अंसार (HuA, वर्तमान में हरकत-उल मुजाहिदीन के नाम से जाना जाता है)
4. हरकत-उल-मुजाहिदीन (HuM, पहले हरकत-उल-अंसार के नाम से जाना जाता था)
5.अल बद्र
6. जमात-उल-मुजाहिदीन (JuM)
7. लश्कर-ए-जब्बार (LeJ)
8. हरकत-उल-जेहाद-अल-इस्लामी (HUJI)
9. मुत्ताहिदा जेहाद काउंसिल (MJC)
10. अल बर्क
11. तहरीक-उल- मुजाहिदीन
12. जम्मू एवं कश्मीर नेशनल लिबरेशन आर्मी
13. पीपुल्स लीग
14. मुस्लिम जांबाज फोर्स
15. कश्मीर जेहाद फोर्स
16. अल जेहाद फोर्स (मुस्लिम जांबाज फोर्स और कश्मीर जेहाद F को जोड़ती है)
17. अल उमर मुजाहिदीन
18. महज-ए-आजादी
19. इस्लामी जमात-ए-तुलबा
20. जम्मू एवं कश्मीर स्टूडेंट्स लिबरेशन फ्रंट
21. इख्वान-उल- मुजाहिदीन
22. इस्लामिक स्टूडेंट्स लीग
23. तहरीक-ए-हुर्रियत-ए-कश्मीर
24. मुस्लिम मुजाहिदीन
25. अल मुजाहिद फोर्स
26. बलूच रिपब्लिकन आर्मी (BRA)
27. जमात-उल-अहरार (JuA)
28. लश्कर-ए-इस्लाम (LI)
29. हक्कानी नेटवर्क (HN)
30. बलूचिस्तान लिबरेशन फ्रंट (BLF)
31. हिज़्ब-उत-तहरीर (HuT)
32. तारिक गिदर ग्रुप (TGG)
33. जमात-उल-दावा अल-कुरान (JDQ)
34. यूनाइटेड बलूच आर्मी (UBA)
35. बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA)
36. तन्ज़ीम-उल-इस्लामी-उल-फुरकान (TIF)
37. तालिबान
38. बलूच रिपब्लिकन गार्ड्स (BRG)
39. बलूच लिबरेशन यूनाइटेड फ्रंट (BLUF)
40. बलूच रिपब्लिकन गार्ड्स (BRG)
41. हक्कानी नेटवर्क (HN)
42. हिज़्ब-उत-तहरीर (HuT)
43. सिंधुदेश लिबरेशन आर्मी (SLA)
44. सुन्नी तहरीक (ST)
देखें पाकिस्तान में आतंकियों और उनके संगठनों की लिस्ट
'आतंकियों को पोषित करता है पाकिस्तान'
पिछले साल भारत ने काउंटर-टेररिज्म कमेटी की एक खुली ब्रीफिंग के दौरान कहा था कि आतंकवाद का केंद्र पाकिस्तान 150 से ज्यादा आतंकवादी संगठनों को पोषित करता है. संयुक्त राष्ट्र की तरफ से इन आतंकवादियों को ब्लैक लिस्ट में डाल रखा है. यही आतंकी भारत के लिए भी सिरदर्द बनकर उभर हैं. 2008 से 2019 के बीच तीन बड़ी आतंकी घटनाओं को भारत में अंजाम दिया है.
'आतिथ्य का आनंद ले रहे हैं आतंकी'
दुनिया ने 2008 के मुंबई आतंकी हमले, 2016 के पठानकोट आतंकी हमले और 2019 के पुलवामा आतंकी हमले की भयावहता देखी थी. संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी मिशन के काउंसलर राजेश परिहार ने काउंटर टेररिज्म कमेटी के कार्यकारी निदेशालय (CTED) के काम पर खुली ब्रीफिंग में कहा था, हम सभी जानते हैं कि इन हमलों के अपराधी कहां से आए थे? इस बैठक में दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया के सदस्य देश भी शामिल थे. पाकिस्तान के संदर्भ में परिहार ने कहा था कि यह 'दुखद' है कि इन कायरतापूर्ण हमलों के पीड़ितों को अभी तक न्याय नहीं मिला है और इन हमलों के अपराधी, सूत्रधार और वित्तपोषक खुलेआम घूम रहे हैं और 'अभी भी राज्य के समर्थन और आतिथ्य का आनंद ले रहे हैं.
'ईरान ने पाकिस्तान में की एयरस्ट्राइक'
बता दें कि ईरान ने मंगलवार रात पाकिस्तान के बलूचिस्तान में बेलस्टिक मिसाइलें और ड्रोन से अटैक किया और आतंकियों के ऐशगाह और दो बड़े मुख्यालयों को ध्वस्त कर दिया है. इस घटना में दो बच्चों की जान गई है और तीन लड़कियां गंभीर रूप से जख्मी हो गई हैं. ईरान का कहना है कि उसने बलूचिस्तान के कूह सब्ज इलाके में आतंकी संगठन जैश-अल-अदल के ठिकानों पर मिसाइलों और ड्रोन से हमला किया है. ये जैश-अल-अदल का सबसे बड़ा ठिकाना माना जाता है.
साल 2011 में अमेरिका ने पाकिस्तान के एबटाबाद में घुसकर अलकायदा के सरगना ओसामा-बिन-लादेन को ढेर कर दिया था. वहीं, 2019 में उरी आतंकी हमले के जवाब में भारत ने पाकिस्तान के बालाकोट में घुसकर आतंकी ठिकानों को तबाह किया था.