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भारत-चीन के बीच इसी हफ्ते हो सकती है 'कोर कमांडर लेवल' की 11वीं बैठक

एक सरकारी सूत्र ने इंडिया टुडे को बताया कि इस बातचीत का मुख्य उद्देश्य दोनों देशों के बीच गोगरा हाइट्स, CNC जंक्शन और डेप्सांग क्षेत्रों को लेकर चल रहे सीमा विवाद को सुलझाने पर रहेगा.

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भारत-चीन के बीच कोर कमांडर लेवल की बैठक होने वाली है (फाइल फोटो)
भारत-चीन के बीच कोर कमांडर लेवल की बैठक होने वाली है (फाइल फोटो)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • 10वीं बैठक में पैंगोंग झील विवाद सुलझ गया था
  • बाकी सीमा विवादों को भी बातचीत से हल करने पर जोर

पूर्वी लद्दाख में चीन और भारत के बीच विवादों को हल करने के के लिए दोनों ही देशों के बीच कोर कमांडर लेवल की 11वें राउंड की बैठक इसी हफ्ते होने की संभावना जताई जा रही है. बता दें कि भारत और चीन के बीच पिछले साल अप्रैल-मई महीने से चल रहे सीमा विवादों को सुलझाने के लिए दोनों देशों के बीच कोर कमांडर लेवल की दस बैठकें पहले ही हो चुकी हैं.

पिछले ही हफ्ते दोनों देशों के बीच कूटनीतिक लेवल पर बैठक हुई है, अब इस बैठक के बाद बताया जा रहा है कि दोनों ही देशों के बीच में कोर कमांडर लेवल की बातचीत जल्द ही यानी इसी हफ्ते हो सकती है. एक सरकारी सूत्र ने इंडिया टुडे को बताया कि इस बातचीत का मुख्य उद्देश्य दोनों देशों के बीच गोगरा हाइट्स, CNC जंक्शन और डेप्सांग प्लेंस क्षेत्रों को लेकर चल रहे विवाद को सुलझाने पर रहेगा.

दोनों ही साइड, कोर कमांडर लेवल की 10वीं बातचीत की सफलता को दोहराना चाहते हैं. दोनों ही देश चाहते हैं कि जिस तरह पिछले महीने पैंगोंग लेक एरिया में दोनों देशों ने उस क्षेत्र का असैन्यीकरण किया, अपने-अपने सैनिकों को वापस विवाद से पहले वाली जगह बुला लिया. उसी तरह बाकी क्षेत्रों में चल रहे सीमा विवादों को बातचीत से ही सुलझा लिया जाए. भारत इसी तर्ज पर डेप्सांग प्लेंस एरिया पर विस्तार से बातचीत करना चाहता है जहां चीन ने 3 हजार से अधिक सैनिक और भारी सैन्य वाहन जमा रखें हैं.

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पिछले महीने दोनों ही देशों ने पैंगोंग झील के आसपास से अपने सैनिक वापस बुला लिए थे. साथ ही वहां वैसी ही स्थिति सुनिश्चित कराई जो अप्रैल 2020 से पहले वहां थी. आर्मी चीफ ने इस बात के लिए भारत सरकार की अप्प्रोच को सराहा था साथ ही NSA अजीत डोवाल के स्पेशल इनपुट्स के लिए भी उन्हें धन्यवाद कहा था जिससे इस मसले का हल किया जा सका.

 

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