इजरायल-हमास जंग शुरू होने के बाद लेबनान में हिजबुल्ला नेता सैय्यद हसन नसरल्लाह ने दूसरी बार आम जनता को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि इजरायल गाजा के हर एक घर को अपनी क्रूर बमबारी का वैध टारगेट मानता है. इजरायल लगातार बमबारी करके गाजा के खिलाफ युद्ध अपराध कर रहा है. इतना ही नहीं, गाजा में इस नरसंहार और क्रूरता के बाद इजरायल अपने रिश्ते सामान्य बनाना चाहता है. इजरायल हजारों की संख्या में महिलाओं और बच्चों को मार रहा है.
नसरल्लाह ने कहा कि अब इजरायल बेनकाब होने लगा है, क्योंकि पश्चिम में फिलिस्तीनियों के लिए लोग सड़कों पर उतर रहे हैं, उनके समर्थन में प्रदर्शन कर रहे हैं. हर कोई युद्धविराम की मांग कर रहा है, लेकिन अमेरिका अब अलग-थलग पड़ता जा रहा है. साथ ही कहा कि हम जानते हैं कि इस युद्ध को अमेरिका चला रहा है. गाजा युद्ध पर शनिवार को 57 इस्लामिक देशों की शिखर वार्ता हुई. इसे दुनिया में सकारात्मक रूप में देखा जा रहा है. आज फिलिस्तीन मुद्दे पर चर्चा हो रही है.
अमेरिका को लेकर कही ये बात
हिज्बुल्ला चीफ ने कहा कि इस्लामी और अरबी दुनिया को अमेरिका के सामने एक आदमी की तरह खड़ा होना होगा और गंभीरता से लड़ाई रोकने की मांग करनी होगी. फिलिस्तीनी विदेशी सैन्य समर्थन नहीं चाहते. वे चाहते हैं कि युद्ध रुक जाए. उनकी सिर्फ यही मांग है. अरब शिखर सम्मेलन को सहायता की आपूर्ति के लिए ह्यमून कॉरिडोर खुलवाने का प्रयास करना चाहिए. नसरल्लाह ने कहा कि हमास इजरायल के खिलाफ मजबूती से खड़ा है. इजरायल की शीर्ष ब्रिगेड अभी भी गाजा में असफल है. उन्हें कुछ नहीं मिला. गाजा में बुलडोजर और टैंक हैं, लेकिन कई इजरायली सैनिक मारे गए हैं.
हिज्बुल्ला चीफ ने की यमन की तारीफ
नसरल्लाह ने कहा कि वेस्ट बैंक में कई लोग मारे जा रहे हैं. वहां भी नरसंहार किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि इजरायल उत्तर और दक्षिण से अपनी सेना वापस ले सकता है. यमन आधिकारिक तौर पर हमास और गाजा की मदद के लिए खड़ा हो गया है. वे हथियार के जरिए गाजा का समर्थन कर रहे हैं, लेकिन इस पर आपत्ति जताई गई है. लेकिन ये बात याद रखनी होगी कि यमन का रुख असाधारण है. अब इजराइल को अपनी मिसाइल और तोपखाने सेना को यमन सीमा पर तैनात करने के लिए मजबूर होना पड़ा है. दूसरा मोर्चा इराक और उनके प्रतिरोध समूह का है. उन्होंने गाजा के साथ एकजुटता दिखाने के लिए इराक और सीरिया में अमेरिकी एयरबेस को निशाना बनाया.
नसरल्लाह ने मुस्लिम देशों पर भी निकाली थी भड़ास
इससे पहले नसरल्लाह ने कहा था कि मस्जिद अल-अक्सा को लेकर पिछले कुछ समय से समस्या हो रही है. गाजा को पिछले 20 साल से घेरकर रखा है, गाजा में 20 मिलियन लोग मुश्किल हालात में जिंदगी गुजार रहे हैं. उनके घरों को तोड़ा जा रहा है, उन्हें गिरफ्तार किया जा रहा है. लेकिन इसकी चिंता किसी को नहीं है. इस बारे में न UN पूछता है, न ही OIC, अरब लीग और यूरोपीय यूनियन को इसकी चिंता है. फिलिस्तीन में जो चल रहा है, सब भुलाया जा चुका है. दूसरी ओर दुश्मन की पॉलिसी लगातार बढ़ती जा रही है, वह रोज जुल्म बढ़ा रहे हैं.