scorecardresearch
 

इजरायली ड्रोन अटैक में मारा गया हमास का डिप्टी कमांडर सालेह, कासिम ब्रिगेड की रखी थी नींव, US ने रखा था 5 मिलियन डॉलर का इनाम

हमास के डिप्टी लीडर और अल-कासिम ब्रिगेड के कमांडर सालेह अल-अरूरी की बेरूत में एक ड्रोन अटैक में मौत हो गई है. हमास की ओर से इसकी पुष्टि कर दी गई है. वहीं लेबनान के कार्यवाहक प्रधानमंत्री ने दावा किया है कि इजरायल ने सालेह की हत्या की है. उन्होंने कहा कि इस घटना के जरिए लेबनान को युद्ध में खींचने का प्रयास है.

Advertisement
X
हमास के डिप्टी लीडर की ड्रोन अटैक में मौत
हमास के डिप्टी लीडर की ड्रोन अटैक में मौत

हमास और इजरायल के बीच युद्ध के करीब 3 महीने हो गए हैं. इजरायली सेना गाजा पट्टी में लगातार ग्राउंड ऑपरेशन में जुटी हुई है. हमास को लेबनान के संगठन हिज्बुल्ला का भी समर्थन मिला हुआ है और उसके टॉप लीडर वहीं शरण पाए हुए हैं. इस बीच खबर आई है कि बेरूत में हमास के डिप्टी लीडर सालेह अल-अरूरी की मौत हो गई है.  

वहीं जब इसको लेकर न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने इजरायली सेना से सवाल किया तो उसने कहा कि वह विदेशी मीडिया में आई खबरों का जवाब नहीं देती है. हालांकि हमास ने एल-अक्सा रेडियो के जरिए अरूरी की हत्या की पुष्टि कर दी है. हमास पोलित ब्यूरो के सदस्य इज्जत अल-शार्क ने इसे 'कायरतापूर्ण हत्या' बताया है.    

सालेह अल-अरूरी हमास के पोलित ब्यूरों में एक सीनियर अधिकारी थे और इसकी सैन्य विंग, कासिम ब्रिगेड के संस्थापकों में से एक थे. इसी ब्रिगेड ने 7 अक्टूबर को इजरायल पर हमला किया था. अरूरी पर अमेरिका ने पिछले साल पांच मिलियन डॉलर के इनाम की घोषणा की थी.  

गाजा में मरने वालों की संख्या 22 हजार के पार, इजरायल ने हमास के इस बड़े कमांडर को किया ढेर

सालेह समेत 6 लोगों की मौत 

Advertisement

लेबनान की न्यूज एजेंसी ने दावा किया कि इजरायली ड्रोन ने मंगलवार रात दहियाह में हमास कार्यालय पर हमला किया, जिसमें कुल छह लोग मारे गए. इसमें सालेह-अल-अरूरी के साथ डॉक्टर समेत अन्य लोग शामिल हैं, जिनकी पहचान नहीं हो पाई.  

लेबनान के प्रधानमंत्री ने क्या कहा? 

लेबनान के कार्यवाहक प्रधानमंत्री नजीब मिकाती ने दावा किया है कि हमास के डिप्टी लीडर की हत्या इजरायल ने की है और उन्होंने इसे 'इजरायली अपराध' बताया. पीएम ने कहा कि यह लेबनान को युद्ध में खींचने का प्रयास है.  

गवाह ने क्या बताया? 

दहियाह में रॉयटर्स के एक गवाह ने फायरफाइटर्स और पैरामेडिक्स को एक बड़ी बिल्डिंग के पास इकट्ठा होते हुए देखा, जिसकी तीसरी मंजिल में एक बड़ा छेद था. यहां सड़क किनारे हाथ-पैर और मांस के टुकड़े दिखाई दे रहे थे. 

हिज्बुल्ला का गढ़ है दहियाह  

दहियाह हमास के सहयोगी और शक्तिशाली सशस्त्र समूह हिज्बुल्ला का गढ़ है. अक्टूबर में हमास और इजरायली सेना के बीच युद्ध शुरू होने के बाद हिज्बुल्ला लेबनान की दक्षिणी सीमा पर इजरायल के साथ रोजाना गोलीबारी कर रहा है. सूरक्षा सूत्रों के अनुसार, इजरायली हवाई हमलों और गोलीबारी में 100 से अधिक हिज्बुल्ला लड़ाके, बच्चों, बुजुर्गों और कई पत्रकारों समेत करीब 2 दर्जन नागरिक मारे गए हैं.  

---- समाप्त ----
Live TV

Advertisement
Advertisement