विदेश मंत्री एस जयशंकर (S Jaishankar) ने जी-4 देशों के अपने समकक्षों से मुलाकात की और लिखित वार्ता के जरिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में तत्काल सुधार के लिए समूह की प्रतिबद्धता को दोहराया. जी-4 देशों में ब्राजील, जर्मनी, भारत और जापान शामिल हैं.
आधिकारिक यात्रा पर अमेरिका पहुंचे जयशंकर ने सोमवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा के 79वें सेशन के दौरान जापान के विदेश मंत्री योको कामिकावा, जर्मनी की विदेश मंत्री अन्नालेना बैरबॉक और ब्राजील के विदेश मंत्री माउरो विएरा से मुलाकात की.
जी-4 देश संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थायी सीटों के लिए एक-दूसरे की दावेदारी का समर्थन करते हैं.
भारत, सुरक्षा परिषद में सुधार के लिए वर्षों से की जा रही कोशिशों में सबसे आगे रहा है, उसका कहना है कि 1945 में स्थापित 15 देशों की परिषद 21वीं सदी के उद्देश्य के लिए उपयुक्त नहीं है और समकालीन भू-राजनीतिक वास्तविकताओं को प्रतिबिंबित नहीं करती है. एक पोलराइज्ड सुरक्षा परिषद मौजूदा शांति और सुरक्षा चुनौतियों से निपटने में भी फेल रही है. परिषद के सदस्य यूक्रेन युद्ध और इजरायल-हमास युद्ध जैसे संघर्षों पर बंटे हुए हैं.
जयशंकर ने सोमवार को वेनेजुएला के विदेश मंत्री इवान गिल के साथ ऊर्जा और आर्थिक सहयोग सहित अन्य मुद्दों पर भी बातचीत की.
ढोल-नगाड़ों से हुआ पीएम मोदी का स्वागत
बता दें कि मौजूदा वक्त में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी अमेरिकी दौरे पर हैं. पीएम मोदी शनिवार को जैसे ही पेंसिल्वेनिया के फिलाडेल्फिया इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर पहुंचे, वहां मौजूद भारतीय प्रवासियों ने उनका ढोल-नगाड़ों के साथ स्वागत किया. इसके साथ ही उन्होंने मोदी-मोदी के नारे लगाए. पीएम मोदी ने भारतीय समुदाय के लोगों का अभिवादन स्वीकार किया. पारंपरिक परिधान पहने भारतीय समुदाय के लोगों ने हाथों में तिरंगा थाम रखा था. इस दौरान कुछ लोगों ने पीएम मोदी का ऑटोग्राफ भी लिया.