अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर पेंसिल्वेनिया की एक रैली के दौरान जानलेवा हमला हुआ था जिसमें वो बाल-बाल बच गए थे. अब इसे लेकर एलियन वाली थ्योरी सामने आई है. 13 अप्रैल यानी हमले वाले दिन पेंसिल्वेनिया की रैली का एक वीडियो फुटेज सामने आया है जिसमें यूएफओ (उड़नतश्तरी) जैसी वस्तुएं आसमान में उड़ती दिखाई दे रही हैं. इसे लेकर नई थ्योरी में कहा जा रहा है कि एलियंस ने ट्रंप की जान बचाई है.
वीडियो में दिख रहा है कि कि ट्रंप पर गोली चलने से कुछ समय पहले हवा में उड़ रहे अमेरिकी झंडे के आसपास एक डिस्क जैसी चीज घूम रही थी. जैसे ही सीक्रेट सर्विस के लोग ट्रंप को बचाने के लिए मंच पर पहुंचे, वहां एक और वस्तु नजर आई.
'ट्रंप की रैली में हमेशा होते हैं UFO'
सोशल मीडिया यूजर्स हवा में दिख रहे यूएफओ को 'Guardian Angels' कह रहे हैं. उनका कहना है कि यूएफओ ने ट्रंप को गोलियों से बचाया. ट्रंप ने भी हमले के कुछ दिनों बाद कहा था कि उन्हें हमले से ईश्वर ने बचाया.
सोशल मीडिया साइट एक्स पर एक यूजर ने लिखा, 'ट्रंप की रैली में हमेशा यूएफओ होते हैं जो उनकी रक्षा करते हैं.'
हवा में उड़ रही वस्तुएं ड्रोन हो सकती हैं लेकिन कुछ रिपोर्टों में दावा किया गया है कि ट्रंप को सुरक्षा दे रही सीक्रेट सर्विस एजेंसी उस दौरान किसी भी तरह के ड्रोन का इस्तेमाल नहीं कर रही थी.
एक यूएफओ एक्सपर्ट अलेजांद्रो रोजास ने ब्रिटिश अखबार 'डेली मेल' से बात करते हुए कहा कि जिस चीज को लोग यूएफओ मान रहे हैं, वो ड्रोन, पक्षी या फिर दोनों ही हो सकते हैं.
उन्होंने कहा, 'हवा में दिख रही वस्तुएं बहुत तेजी से घूम रही हैं और जब आप उन्हें जूम कर नजदीक से देखते हैं तो वो धुंधली दिख रहे हैं जिससे उनके सही आकार का पता लगाना मुश्किल हो रहा है. इस तरह के इवेंट्स को कवर करने के लिए अक्सर ड्रोन का इस्तेमाल किया जाता है. अब यह भी बताया जा रहा है कि शूटर ने इलाके में ड्रोन भी उड़ाया था.'
ट्रंप के कान को छूकर निकली थी गोली
ट्रंप पर 20 साल के थॉमस मैथ्यू क्रूक्स ने हमला किया था जो कि खुद ट्रंप की पार्टी रिपब्लिकन पार्टी से जुड़ा हुआ था. क्रूक्स पहले अमेरिकी राष्ट्रपति और डेमोक्रेटिक नेता जो बाइडेन को राजनीतिक चंदा दिया करता था.
ट्रंप ने पेंसिल्वेनिया की रैली में बोलना शुरू ही किया था कि तभी एक गोली उनके दाहिने कान को छूकर निकल गई. इस हमले में एक व्यक्ति मारा गया. सीक्रेट सर्विस के लोगों ने हमलावर को भी मौके पर ही मार गिराया.
हमले के बाद ट्रंप ने न्यूयॉर्क पोस्ट को दिए एक इंटरव्यू में कहा, 'मुझे यहां नहीं होना चाहिए था, मैं तो मर गया होता.'
रिपब्लिकन पार्टी के कंवेन्शन में भी डोनाल्ड ट्रंप ने अपने ऊपर हुए हमले को याद किया और कहा कि मैं बहुत भाग्यशाली इंसान हूं. ट्रंप ने कहा, 'मैं उस हमले में बच गया क्योंकि भगवान मेरे साथ था. रैली में मौजूद लोगों को लगा था कि मैं मर गया हूं इसलिए वहां लगातार चल रही गोलियों के बीच भी कोई नहीं भागा.'
उन्होंने कहा कि इस तरह के हमलों में अक्सर भगदड़ मच जाती हैं लेकिन वहां ऐसा नहीं हुआ. भगवान हमारे साथ था.
ट्रंप ने अपने ऊपर हुए हमले को याद करते हुए कहा, 'जब मुझ पर गोली चली. मैंने खुद से पूछा कि ये क्या था? मैं जल्दी समझ गया था कि गोली चली है. मैंने कान पर अपना हाथ रखा और तुरंत नीचे झुक गया. वहां खून ही खून था. मैं समझ गया कि मुझ पर हमला हुआ है. ईश्वर मेरे साथ था इसलिए मैं बच गया.'