अमेरिकी कांग्रेस की हाउस ओवरसाइट कमेटी के डेमोक्रेट्स ने सोमवार को जेफ्री एपस्टीन को लिखे गए एक 'यौन संकेतों' वाला पत्र जारी किया. इस पत्र पर कथित तौर पर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साइन हैं. हालांकि ट्रंप ने इस दावे को पूरी तरह से खारिज कर दिया है.
यह पत्र 2003 में एपस्टीन के 50वें जन्मदिन पर तैयार किए गए एक एल्बम में शामिल था. एपस्टीन एक अमीर और रसूखदार फाइनेंसर था, जो कभी ट्रंप का करीबी दोस्त हुआ करता था. 2019 में उसने न्यूयॉर्क की एक जेल में आत्महत्या कर ली थी. वह नाबालिग लड़कियों के यौन शोषण और तस्करी के आरोपों में मुकदमे का इंतजार कर रहा था.
ट्रंप ने खारिज किया दावा
ट्रंप ने कहा कि न तो उन्होंने यह पत्र लिखा और न ही महिला की आकृति बनाई. उन्होंने इस मामले में पहले रिपोर्ट करने वाले वॉल स्ट्रीट जर्नल के खिलाफ 10 अरब डॉलर का मानहानि का मुकदमा भी दायर किया है. ट्रंप का कहना है कि 'ये मेरे शब्द नहीं हैं, न ही यह मेरा बोलने का तरीका है. और मैं तस्वीरें नहीं बनाता.'
व्हाइट हाउस ने भी किया इनकार
व्हाइट हाउस प्रेस सचिव कैरोलीन लेविट ने एक्स पर लिखा, 'जैसा कि हम पहले भी कह चुके हैं, यह साफ है कि राष्ट्रपति ट्रंप ने यह तस्वीर नहीं बनाई और न ही इस पर हस्ताक्षर किए. राष्ट्रपति की कानूनी टीम इस पर आक्रामक तरीके से मुकदमा जारी रखेगी.' वहीं डिप्टी चीफ ऑफ स्टाफ टेलर बुडोविच ने ट्रंप के पिछले वर्षों के हस्ताक्षरों की तस्वीरें पोस्ट कर लिखा, 'यह उनके सिग्नेचर नहीं हैं.'
ट्रंप और एपस्टीन की दोस्ती पर उठे सवाल
इस खुलासे ने एक बार फिर ट्रंप और एपस्टीन की पुरानी दोस्ती पर सवाल खड़े कर दिए हैं. ट्रंप का कहना है कि उन्होंने करीब 20 साल पहले एपस्टीन से रिश्ता तोड़ लिया था क्योंकि उसने उनके मार-ए-लागो रिजॉर्ट में काम करने वाली कई लड़कियों को 'चुरा' लिया था, जिनमें वर्जीनिया ग्यूफ्रे भी शामिल थी, जिसने एपस्टीन पर यौन तस्करी का गंभीर आरोप लगाया था