भारत और मालदीव के संबंधों में तनाव इस समय चरम पर है. वहीं चीन के साथ मालदीव की बढ़ती करीबी किसी से छिपी हुई नहीं है. ऐसे में खबर है कि चीन का एक जहाज हिंद महासागर क्षेत्र में दाखिल हो गया है और मालदीव की तरफ बढ़ रहा है.
ओपन सोर्स इंटेलिजेंस एनालिस्ट Detresfa ने सैटेलाइट तस्वीरों के आधार पर यह जानकारी दी. चीन का जहाज शियांग यांग होंग 03 समुद्र शोध जहाज है, जिसे लेकर संभावना है कि वह हिंद महासागर में सर्वे कर सकता है. कहा ये भी कहा जा रहा है कि चीन भविष्य में हिंद महासागर में सैन्य अभियान चलाने की तैयारी कर रहा है. ऐसे में चीन का ये कदम भारत की सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा साबित हो सकता है.
जानकारी ये भी है कि श्रीलंका के इनकार के बाद मालदीव ने चीन के इस जहाज को अपने यहां रुकने की मंजूरी दी है.
क्या चीन का ये जहाज जासूसी है?
इस बीच कई रिपोर्ट्स में ये दावा किया जा रहा है कि चीन अपने जासूसी जहाज के जरिए हिंद महासागर में सर्वे करने की कवायद में जुटा है. इस वजह से रिसर्च शिप की आड़ में वह हिंद महासागर में जासूसी की फिराक में है. कहा जा रहा है कि ये जहाज ताकतवर रडार से लैस है.
इस बीच मालदीव सरकार ने मालदीव के समुद्री क्षेत्र में हाइड्रोग्राफिक सर्वे करने के लिए भारत के साथ 2019 में किया समझौता रिन्यू नहीं करने का फैसला किया है.
भारत और मालदीव के बीच कैसे शुरू हुआ तनाव?
हाल ही में प्रधानमंत्री मोदी के लक्षद्वीप दौरे के बाद मालदीव की सरकार के तीन मंत्रियों ने पीएम मोदी के इस दौरे की कुछ तस्वीरों पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी. इसके बाद से ही दोनों देशों के बीच राजनयिक विवाद गहराया. मामले पर विवाद बढ़ने के बाद इन तीनों मंत्रियों को सस्पेंड कर दिया गया था.
दोनों देशों के इस तनाव के बीच मालदीव के राष्ट्रपति मुइज्जू चीन के पांच दिन के राजकीय दौरे पर चले गए थे. इस दौरे से लौटने पर मुइज्जू लगातार भारत पर निशाना साध रहे हैं.
मुइज्जू ने मालदीव लौटते ही दो टूक कह दिया था कि हमें बुली करने का लाइसेंस किसी के पास नहीं है. उन्होंने कहा था कि हम भले ही छोटा देश हो सकते हैं लेकिन इससे किसी को भी हमें बुली करने का लाइसेंस नहीं मिलता. हालांकि, मुइज्जू ने प्रत्यक्ष तौर पर किसी का नाम लेकर ये बयान नहीं दिया है. लेकिन माना जा रहा है कि उनका निशाना भारत की तरफ है.
इसके बाद मुइज्जू ने भारत से 15 मार्च से पहले मालदीव से अपने सैनिकों को हटाने को कहा था. बता दें कि चीन समर्थक माने जाने वाले मुइज्जू ने पांच दिन के अपने चीन दौरे के दौरान राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात की थी. उनका ये दौरा ऐसे समय पर हुआ था, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले मालदीव सरकार के तीन मंत्रियों को सस्पेंड किया गया. इस मामले को लेकर भारत और मालदीव दोनों देशों में राजनयिक विवाद बढ़ा हुआ है.