चीन भ्रष्टाचार के आरोप में अपने रक्षा और सुरक्षा प्रतिष्ठानों से कई शीर्ष अधिकारियों को हटा रहा है. शुक्रवार को चीनी नौसेना प्रमुख और एक शीर्ष परमाणु वैज्ञानिक को राष्ट्रीय विधायिका से निष्कासित कर दिया गया.
हांगकांग स्थित साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, पीपुल्स लिबरेशन आर्मी नेवी (पीएलएएन) के चीफ ऑफ स्टाफ वाइस एडमिरल ली हानजुन और चाइना नेशनल न्यूक्लियर कॉरपोरेशन के डिप्टी चीफ इंजीनियर लियू शिपेंग को नेशनल पीपुल्स कांग्रेस (एनपीसी) से निष्कासित कर दिया गया है.
ली पीएलए जनरलों और रक्षा उद्योग के कुछ अधिकारियों में से एक हैं जो सेना में चल रहे भ्रष्टाचार विरोधी कैंपेन के तहत बाह निकाले गए हैं. रिपोर्ट में कहा गया है कि दोनों की देश की विधायिका की सदस्यता छीन ली गई है.
चीन की सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने शुक्रवार को ही एक रिपोर्ट में कहा कि चीन की शीर्ष विधायिका ने वरिष्ठ सैन्य अधिकारी मियाओ हुआ को केंद्रीय सैन्य आयोग से हटाने के लिए वोटिंग की है. यह आयोग सर्वोच्च स्तर की मिलिट्री कमांड बॉडी है. 69 साल के मियाओ को नवंबर में अनुशासन के गंभीर उल्लंघन के लिए जांच के दायरे में रखा गया था.
चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के चीनी सेना में चलाए जा रहे भ्रष्टाचार विरोधी कैंपेन के तहत चीनी सेना यानी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के एक दर्जन से अधिक जनरलों और रक्षा उद्योग के कुछ अधिकारियों को पद से हटाया गया है. भ्रष्टाचार विरोधी कैंपेन के तहत ही पीएलए के पूर्व राजनीतिक विचारधारा प्रमुख को भी उनके पद से निलंबित कर दिया गया था.
हालिया हफ्तों में चीनी रक्षा मंत्रालय की वेबसाइट के वरिष्ठ नेतृत्व वाले पेज से मियाओ की तस्वीर हटा दी गई थी. पिछले महीने विधायिका ने एक नॉटिफिकेशन जारी किया था जिसके मुताबिक उन्हें 'अनुशासन और कानून के गंभीर उल्लंघन' के लिए चीन की राष्ट्रीय विधायिका से भी हटा दिया गया था.
बयान में कहा गया, 'केंद्रीय सैन्य आयोग के पॉलिटिकल वर्क डिपार्टमेंट ने इस साल 14 मार्च को एक सैन्य प्रतिनिधि सम्मेलन आयोजित किया और 14वीं नेशनल पीपुल्स कांग्रेस के प्रतिनिधि के रूप में मियाओ हुआ को उनके पद से हटाने का फैसला किया.'
चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की आधिकारिक जीवनी के अनुसार, जब वो फुजियान के तटीय प्रांत में एक स्थानीय अधिकारी की तरह काम कर रहे थे तब मियाओ वहीं तैनात थे. शी ने व्यक्तिगत रूप से मियाओ को केंद्रीय सैन्य आयोग में प्रमोशन दिया था.
चीन में कई और टॉप अधिकारियों को पद से हटाया
केंद्रीय सैन्य आयोग के एक अन्य अधिकारी और चीन के दूसरे नंबर के जनरल ही वेइदोंग को बीजिंग में 11 मार्च को वार्षिक संसदीय सत्र के समापन समारोह के बाद से सार्वजनिक रूप से नहीं देखा गया है. तब से, वो उच्च स्तरीय पोलित ब्यूरो और सैना के कार्यक्रमों में भी नहीं दिखाई दिए हैं.
वो पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के तीसरे सबसे शक्तिशाली कमांडर हैं और उन्हें सेना के कमांडर-इन-चीफ राष्ट्रपति शी जिनपिंग का करीबी सहयोगी माना जाता है.