अमेरिका ने हाल ही में एक रिपोर्ट में आशंका जताई थी कि कोरोना चीन की लैब में तैयार किया गया वायरस हो सकता है. इस रिपोर्ट के बाद चीन ने अमेरिका पर राजनीति करने का आरोप लगाया था. लेकिन अब व्हाइट हाउस अपनी ही बात से पीछे हट गया है.
व्हाइट हाउस ने कहा है कि इसके कोई पुख्ता निष्कर्ष नहीं हैं कि कोरोना को चीन की लैब में तैयार किया गया था. अमेरिकी सरकार अभी भी कोरोना की उत्पत्ति का पता लगाने में जुटी हुई है. अमेरिकी एनर्जी डिपार्टमेंट की रिपोर्ट के बाद स्ट्रैटेजिक कम्युनिकेशंस के लिए नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल के कॉर्डिनेटर जॉन किर्बी ने यह बयान दिया.
वॉल स्ट्रीट जर्नल ने हाल ही में व्हाइट हाउस को मुहैया कराई गई खुफिया इंटेलिजेंस की रिपोर्ट के हवाले से बताया कि जिस कोरोना ने दुनियाभर में लगभग 70 लाख लोगों को मौत के घाट उतार दिया. ऐसी आशंका है कि उस वायस को चीन की लैब में तैयार किया गया था.
किर्बी ने सोमवार को व्हाइट हाउस प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि इंटेलिजेंस समुदाय और सरकार इसका जवाब ढूंढने में जुटी हुई है. अभी किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंचा जा सका है इसलिए इस बारे में कहना मेरे लिए मुश्किल है. मुझे नहीं लगता कि मुझे इस बारे में कुछ कहना चाहिए.
खुफिया जानकारी के बाद रिपोर्ट तैयार की थी रिपोर्ट
वॉल स्ट्रीट जर्नल के अनुसार एनर्जी डिपार्टमेंट की यह रिपोर्ट नई खुफिया जानकारी के बाद तैयार की गई है. इसके साथ ही यह रिपोर्ट और भी ज्यादा महत्वपूर्ण इसलिए है, क्योंकि एजेंसी के पास बेहतरीन साइंटिफिक एक्सपर्ट हैं.
एनर्जी डिपार्टमेंट अमेरिका की नेशनल लैब्स के एक नेटवर्क की भी देखरेख करता है, जिनमें से कुछ एडवांस बायोलॉजिकल रिसर्च किए जाते हैं. इसके साथ ही हालिया रिपोर्ट को खुफिया रिपोर्ट के माध्यम से नोटिफाई किया गया था. इतना ही नहीं, इसे हाल ही में व्हाइट हाउस और कांग्रेस के प्रमुख सदस्यों को भी दिया गया है.
रिपोर्ट्स में कहा गया था कि अमेरिका के एनर्जी डिपार्टमेंट की खुफिया रिपोर्ट कहा गया था कि कोविड का वायरस गलती से वुहान की एक लैब से निकल गया था. हालांकि ये बात 'लो कॉन्फिडेंस' के साथ कही गई थी. ऐसी रिपोर्ट का मतलब है कि प्राप्त जानकारी पर्याप्त विश्वसनीय नहीं है. अधिक विश्लेषणात्मक निर्णय लेने के लिए अपर्याप्त है.
मध्य चीन के वुहान शहर का हुआनान बाजार महामारी का केंद्र था. SARS-CoV-2 वायरस तेजी से 2019 के अंत में पहले वुहान में और फिर दूसरी जगहों पर फैला. इसके बाद दुनियाभर में इसका प्रकोप देखा गया. रिपोर्ट्स के मुताबिक कोरोना वायरस से दुनियाभर में लगभग सात मिलियन लोग मारे गए थे.
लैब-लीक थ्योरी पर बढ़ते विवाद के बीच 2021 में वुहान का दौरा करने वाले विशेषज्ञों की एक WHO की टीम ने अपनी रिपोर्ट में कहा गया कि वायरस वुहान की बायो लैब से लीक हुआ था, इसकी बहुत कम संभावना है. लेकिन डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक डॉ. टेड्रोस अदनोम घेब्रेयसस ने कहा था कि वुहान लैब रिसाव के आरोप में और जांच की आवश्यकता है.
ये भी देखें