अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ वॉर से दुनियाभर में हलचल का दौर जारी है. ट्रंप ने दो अप्रैल की घोषणा में चीन समेत 180 देशों पर रियायती रेसिप्रोकल टैरिफ लगाया था, जिसके जवाब में चीन ने भी अमेरिका पर टैरिफ लगाया. इस टैरिफ को लेकर ट्रंप ने चीन को दो टूक चेतावनी दी. अब इस चेतावनी पर चीन ने प्रतिक्रिया दी है.
ट्रंप ने चीन से साफ कह दिया है कि अगर वह आठ अप्रैल तक अमेरिका पर लगाए गए टैरिफ को नहीं हटाता है तो उस पर अतिरिक्त 50 फीसदी टैरिफ लगाया जाएगा. इतना ही नहीं, चीन की ओर से प्रस्तावित किसी भी बैठक पर बातचीत भी तत्काल प्रभाव से खत्म कर दी जाएगी. अब इस मामले पर चीन ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि हम अमेरिका के दबाव में किसी भी हाल में नहीं झुकेंगे.
चीन ने दो टूक संदेश दे दिया है कि व्यापार युद्ध का सामना करने के लिए पूरी तरह तैयार है. चीन ने सोमवार को अमेरिका पर संरक्षणवाद और टैरिफ के जरिए आर्थिक प्रभुत्व का आरोप लगाया।. चीन के विदेश मामलों के प्रवक्ता लिन जियान ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय नियमों को दरकिनार कर अमेरिका को प्राथमिकता देना संरक्षणवाद और आर्थिक दादागिरी का उदाहरण है.
ट्रंप ने दो अप्रैल को चीन पर 34 फीसदी टैरिफ लगा दिया था. मौजूदा टैरिफ लागू होने पर अमेरिका में चीनी के सभी आयातों पर टैरिफ दर 54 फीसदी से अधिक हो जाएगी. इसके जवाब में शुक्रवार को चीन ने सभी अमेरिकी आयातों पर 34 फीसदी टैरिफ का ऐलान किया था. इतना ही नहीं चीन ने दुर्लभ खनिजों के निर्यात पर नियंत्रण और कुछ खास अमेरिकी कंपनियों के व्यापार पर प्रतिबंध लगाने का भी ऐलान किया था. अमेरिकी टैरिफ की ये नई दरें 9 अप्रैल से लागू हो जाएंगी.
बता दें कि व्हाइट हाउस के रोज गार्डन में मीडिया को संबोधित करते हुए ट्रंप ने दो अप्रैल को अमेरिका के लिए मुक्ति दिवस बताया. ट्रंप ने कहा कि अमेरिका को इस लिबरेशन डे की लंबे समय से जरूरत थी. अब से दो अप्रैल को अमेरिकी इंडस्ट्री के पुनर्जन्म के तौर पर याद किया जाएगा. इसी दिन को हम अमेरिका को फिर से संपन्न राष्ट्र बनाने के तौर पर याद रखेंगे. हम अमेरिका को फिर से संपन्न बनाएंगे.