भारत-कनाडा के बीच शुरू हुए हालिया विवाद पर अमेरिका के बाद अब ऑस्ट्रेलिया ने प्रतिक्रिया दी है. कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्याकांड में भारत की संलिप्तता के आरोप लगाए हैं जिस पर हंगामा खड़ा हो गया है. ऑस्ट्रेलिया का कहना है कि भारत पर कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के आरोपों को लेकर वो चिंतित है.
ऑस्ट्रेलिया विदेश मंत्री पेनी वांग की प्रवक्ता ने एक बयान में कहा, 'मामले को लेकर चल रही जांच में जो आरोप लगाए जा रहे हैं, उसे लेकर ऑस्ट्रेलिया बेहद चिंतित है. ऑस्ट्रेलिया का मानना है कि सभी देशों को एक-दूसरे की संप्रभुता और कानून के शासन का सम्मान करना चाहिए. हम इस मामले को लेकर अपने सहयोगियों के संपर्क में है. हमने भारत के शीर्ष अधिकारियों को अपनी चिंताओं से अवगत कराया है.'
बयान में आगे कहा गया, 'हम समझते हैं कि इस तरह की रिपोर्ट्स बहुत से ऑस्ट्रेलियाई समुदायों से जुड़ी हुई हैं. ऑस्ट्रेलिया में भारतीय समुदाय काफी मूल्यवान है और वो हमारे बहुरंगी, बहुसांस्कृतिक समाज में अहम योगदान दे रहे हैं.'
'अभी टिप्पणी करना अनुचित', बोला ब्रिटेन
ब्रिटेन ने भी इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. ब्रिटिश सरकार के प्रवक्ता ने कहा है कि कनाडा ने भारत पर गंभीर आरोप लगाए हैं कि 'सिख अलगाववादी नेता' की हत्या में भारत सरकार की संलिप्तता थी. ब्रिटेन इस आरोप को लेकर अपने कनाडाई सहयोगियों के साथ निकटता से संपर्क में है.
प्रवक्ता ने कहा कि कनाडाई अधिकारी इस मामले की जांच ही कर रहे हैं और अभी इस पर कुछ भी टिप्पणी करना अनुचित होगा.
अमेरिका ने क्या कहा था?
खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह हत्याकांड को लेकर कनाडा के आरोपों पर अमेरिका ने भी प्रतिक्रिया दी है. अमेरिका ने कहा है कि वह कनाडा के Surrey शहर में 'सिख कार्यकर्ता' की हत्या को लेकर कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के भारत पर आरोपों से 'बेहद चिंतित' है.
व्हाइट हाउस राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता एड्रिएन वॉटसन ने कहा, 'प्रधानमंत्री ट्रूडो ने जो आरोप लगाए हैं, उसे लेकर हम बेहद चिंतित हैं. हम कनाडा के अपने सहयोगियों के साथ नियमित संपर्क में रहते हैं. यह जरूरी है कि कनाडा जांच को आगे बढ़ाए और अपराधियों को न्याय के कठघरे में खड़ा करे.'
अमेरिका, ब्रिटेन समेत सहयोगी देशों के नेताओं से ट्रूडो ने क्या कहा?
कनाडाई प्रधानमंत्री ट्रूडो इस मामले को लेकर अपने सहयोगी देशों के साथ भी बातचीत कर रहे हैं. उन्होंने कनाडा के संसद में भी कहा कि वो इस मामले को लेकर अपने सहयोगियों के संपर्क में हैं. उन्होंने कहा, 'जैसा कि आप आशा कर सकते हैं, हम इस बेहद गंभीर मामले पर अपने निकट सहयोगियों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं.'
कनाडा के एक वरिष्ठ सरकारी सूत्र ने सीबीसी न्यूज को बताया कि ट्रूडो ने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन सहित सहयोगी देशों के नेताओं को इस मामले की जानकारी दी है.
भारत-कनाडा के बीच तनाव चरम पर
कनाडा ने सोमवार को खालिस्तानी आतंकी की हत्या में संलिप्तता का आरोप लगाते हुए भारत के एक शीर्ष राजनयिक को निष्कासित कर दिया जिसके बाद भारत ने भी कनाडा के एक शीर्ष राजनयिक को पांच दिनों के भीतर देश से निकलने का आदेश जारी कर दिया है.
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने सोमवार को कनाडा की संसद में खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर हत्याकांड में भारत की संलिप्तता की बात कही थी.
उन्होंने कहा था, 'कनाडा की सुरक्षा एजेंसियां भारत सरकार और कनाडा के नागरिक हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बीच की कड़ी के आरोपों की सक्रियता से जांच कर रही हैं. कनाडा की धरती पर कनाडा के नागरिक की हत्या में किसी विदेशी सरकार की संलिप्तता बर्दाश्त नहीं की जाएगी. यह हमारी संप्रभुता का उल्लंघन है. यह पूरी तरह से अस्वीकार्य है.'
ट्रूडो ने कहा कि भारतीय मूल के कनाडाई नागरिकों में गुस्सा है और शायद वो डरे हुए भी हैं.
ट्रूडो ने संसद में आगे कहा, 'कनाडा ने भारत सरकार के शीर्ष अधिकारियों और सुरक्षा अधिकारियों के समक्ष यह मुद्दा उठाया है. पिछले हफ्ते मैंने जी20 में व्यक्तिगत तौर पर सीधे प्रधानमंत्री मोदी के सामने यह मुद्दा उठाया था.'
कनाडा ने शीर्ष भारतीय राजनयिक को हटाया, हुई बदले की कार्रवाई
इसके बाद कनाडा ने भारत के एक शीर्ष राजनयिक को निष्कासित करने की घोषणा की. कनाडा की विदेश मंत्री मेलानी जोली ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, 'हम भारत के एक प्रमुख राजनयिक को निष्कासित कर रहे हैं. लेकिन हम इसकी तह तक जाएंगे, अगर यह सब सच साबित हुआ तो यह हमारी संप्रभुता और एक-दूसरे का सम्मान करने के बुनियादी नियम का बड़ा उल्लंघन होगा.'
भारत ने कनाडा सरकार की तरफ से लगाए गए आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है. भारत का कहना है कि कनाडा में हिंसा की किसी भी घटना में भारत सरकार की संलिप्तता के आरोप बेतुके और मोटिवेटेड हैं.
भारत ने प्रतिक्रिया में मंगलवार को कनाडा के उच्चायुक्त को तलब किया और उन्हें कनाडा के एक शीर्ष राजनयिक को निष्कासित करने की सूचना दी. भारत ने कनाडाई राजनयिक को देश छोड़ने के लिए पांच दिनों का वक्त दिया है.
गुरुद्वारे के बाहर हुई थी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या
खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर को भारत की सुरक्षा एजेंसियों ने भगोड़ा और आतंकवादी घोषित कर रखा था और उस पर 10 लाख रुपये का इनाम भी था. 18 जून 2023 में कनाडा के Surray शहर में गोली मारकर उसकी हत्या कर दी गई थी. निज्जर की हत्या शहर के गुरुद्वारे के बाहर की गई थी. शुरुआती जांच में कनाडाई पुलिस ने कहा कि निज्जर को दो हमलावरों ने गोली मारी थी. हालांकि, अभी तक इस मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है.