इन दिनों जेल में बंद आरोपी के परिवार वाले परेशान हैं कि उनके परिजनों इन हालातों में SIR का फॉर्म कैसे भरा जाएगा. फॉर्म जमा करने की आखिरी तारीख नजदीक आ रही है. जो लोग बाहर हैं (ब्लो वाले) वो तो काफी दिनों से घर पर हैं लेकिन जेल में बंद लोगों का फॉर्म कौन भरेगा? फोटो कैसे लगेगा? जेल के अंदर तो फोटो खींचने की इजाजत भी नहीं है. परेशान परिवार वाले यही सोच-सोच कर रात को सो भी नहीं पा रहे. कुछ लोग तो नया नाम वोटर लिस्ट में डालने की भी सोच रहे हैं.
इस पर हावड़ा जिला सुधार गृह के सुपरिंटेंडेंट ने बताया कि अगर परिवार वाले लिखित आवेदन दे दें तो हम खुद कैदी का फोटो खींच लेंगे और सिग्नेचर भी करवा लेंगे, पूरी व्यवस्था हम कर देंगे. इसके बावजूद लोगों को डर लग रहा है कि कहीं बात आगे न बढ़ पाए, खबरों में भी कुछ आ नहीं रहा इसलिए वो और परेशान हैं. बता दें कि बंगाल विधानसभा चुनाव 2026 अगले साल होने हैं.
हावड़ा कोर्ट के वकील गौतम धांग ने बताया कि फॉर्म पर घर का कोई भी व्यक्ति या रिश्तेदार सिग्नेचर कर सकता है, वो मान्य होगा.चुनाव आयोग बार-बार कह रहा है कि किसी भी वैध वोटर का नाम लिस्ट से नहीं कटेगा. विचाराधीन कैदी हों या सजा काट रहे कैदी, सबका नाम वोटर लिस्ट में रहेगा ही. जेल में बंद लोग भी आसानी से फॉर्म भर सकेंगे. जेल अधिकारियों को निर्देश दे दिया गया है कि वो कैदियों की मदद करेंगे. ADG (जेल) लक्ष्मीनारायण मीना ने राज्य की सभी 62 जेलों को गाइडलाइन भेज दी है.
क्या है गाइडलाइन
अगर कैदी का परिवार वाला फॉर्म लेकर आए तो वो फॉर्म कैदी तक पहुंचाया जाए. कैदी को फॉर्म भरने में पूरी मदद की जाए. इसके अलावा वेलफेयर ऑफिसर से लेकर जेल स्टाफ तक सब सहयोग करेंगे. जेल प्रशासन का कहना है कि बंगाल की जेलों में जितने भी कैदी SIR प्रक्रिया में हिस्सा लेने के हकदार हैं, एक भी नाम छूटेगा नहीं. सबका फॉर्म भर जाएगा.