scorecardresearch
 
Advertisement

महाकुंभ: जाति से ऊपर उठकर एकता का प्रतीक, सनातन धर्म की महिमा

महाकुंभ: जाति से ऊपर उठकर एकता का प्रतीक, सनातन धर्म की महिमा

महाकुंभ में जाति-भेद का कोई स्थान नहीं है. यहाँ सभी श्रद्धालु एक समान हैं, चाहे वे किसी भी जाति या वर्ग के हों. सनातन धर्म लोगों को एकता के सूत्र में बांधता है, न कि अलग करता है. प्रयागराज के संगम में लोगों के पाप उनकी श्रद्धा और कर्म के अनुसार धुलते हैं, न कि जाति के आधार पर. महाकुंभ सनातन संस्कृति और आस्था का जीवंत प्रतीक है, जहाँ देश-विदेश से आए श्रद्धालु एकजुट होकर पवित्र स्नान करते हैं. यह भारतीय संस्कृति की महानता और विविधता में एकता का प्रतीक है.

Advertisement
Advertisement