उत्तर प्रदेश सरकार के 8 वर्ष पूरे होने पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस मौके पर उन्होंने प्रदेश सरकार की उपलब्धियों पर जारी एक पुस्तिका का विमोचन किया. साथ ही सरकार की 'सेवा, सुरक्षा और सुशासन नीति' पर आधारित एक डॉक्यूमेंट्री भी जारी की. कार्यक्रम में सीएम योगी के साथ बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी भी मौजूद रहे. डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक की भी मौजूदगी रही.
आपको बता दें कि योगी सरकार के 8 वर्ष पूरे होने पर यूपी बीजेपी 'उत्सव' मना रही है, जिसकी शुरुआत सोमवार से हो गई है. यह 'उत्सव' 14 अप्रैल तक मनाया जाएगा. इसके तहत पार्टी प्रदेश के जिलों में विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से सरकार की तमाम उपलब्धियों के साथ जनसंवाद करेगी.
#WATCH लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपनी सरकार के 8 साल पूरा होने के अवसर पर उत्तर प्रदेश सूचना विभाग की बुकलेट का विमोचन किया। pic.twitter.com/zIv2BPGqmx
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 24, 2025
प्रेस कॉन्फ्रेंस में सीएम योगी ने कहा कि हमारी डबल इंजन की सरकार में युवाओं, महिलाओं के लिए काम हुआ है. जनता ने 8 सालों में भरपूर समर्थन दिया है. बेटियां, व्यापारी पहले सुरक्षित नहीं थे लेकिन अब सुरक्षा की गारंटी है.
सीएम ने आगे कहा कि पूर्व की सरकारों में लोगों ने दंगे, आतंक कोदेखा. 8 वर्ष पहले उत्तर प्रदेश बीमारू राज्य माना जाता था, लेकिन आज वही प्रदेश अर्थ शक्ति के रूप में उभरा है. पहले यूपी को विकास का ब्रेक माना जाता था, पर आज वही यूपी विकास का उदाहरण बनकर उभरा है. उन्होंने कहा कि प्रदेश वही है, जनता वही है, सिस्टम वही है, सिर्फ सरकार बदलने मात्र से बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है.
उत्तर प्रदेश में बीजेपी सरकार के 8 साल पूरे होने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा- "प्रधानमंत्री मोदी के प्रेरणादायी मार्गदर्शन और उनके विजनरी नेतृत्व में सेवा, सुरक्षा और सुशासन के उत्तर प्रदेश की डबल इंजन सरकार के 8 साल पूरे हुए हैं... मैं उत्तर प्रदेश की 25 करोड़ जनता को उनके समर्थन के लिए धन्यवाद देता हूं..."
सीएम योगी ने आगे कहा, "हममें से ज्यादातर लोग जानते हैं कि 8 साल पहले यूपी की स्थिति और पहचान क्या थी. 8 साल पहले यूपी के इंफ्रास्ट्रक्चर और अर्थव्यवस्था की हालत छिपी नहीं थी... यूपी के सामने पहचान का संकट था, किसान आत्महत्या कर रहे थे, युवा संघर्ष कर रहे थे, बेटियां और व्यापारी असुरक्षित थे और दंगों और ध्वस्त कानून व्यवस्था की वजह से लोग खराब अर्थव्यवस्था को बर्दाश्त कर रहे थे... राज्य और मशीनरी आज भी वही हैं, लेकिन हम देख सकते हैं कि कैसे सरकार बदलने से बड़े बदलाव हो सकते हैं."