समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव व पूर्व कैबिनेट मंत्री शिवपाल यादव के निजी सचिव अंकुश और पुलिसकर्मियों के बीच गाड़ी के पेपर्स दिखाने को लेकर विवाद हो गया. जिसके बाद पुलिस अंकुश को पकड़कर थाने ले गई और उसकी गाड़ी को बंद कर दिया. पुलिस ने चेकिंग के दौरान सचिव अंकुश की गाड़ी को भी रोका गया था
इसकी सूचना मिलते ही शिवपाल यादव भी गौतमपल्ली थाने पहुंचे और अफसरों के हस्तक्षेप के बाद मामले को सुलझा लिया गया. पुलिस ने अंकुश और उसकी गाड़ी को छोड़ दिया. इस दौरान सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ता थाने पर मौजूद रहे. जो पुलिस के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे.
थाने से निकलकर शिवपाल अखिलेश यादव के बंगले पर गए
बताया जा रहा है कि निजी सचिव अंकुश की गाड़ी में पुलिस को कुछ आपत्तिजनक वस्तु मिली थी. जिसके बाद अंकुश को हिरासत में ले लिया था. इस मामले की खबर लगते ही शिवपाल यादव गौतमपल्ली थाने पहुंचे और मामले को सुलझाया. थाने से निकलकर शिवपाल यादव अखिलेश यादव के बंगले पर गए.
शिवपाल ने पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप
इस मामले पर शिवपाल यादव ने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस उनके निजी सचिव की गाड़ी में पुलिस ने अवैध असलहा दिखाकर जेल भेजने की कोशिश में थी. उनका प्लान था कि पहले फसाएंगे फिर वसूली करेंगे. यह सब पूरे प्रदेश में हो रहा है, इस तरह कई निर्दोष लोगों को जेल भेजा जा चुका है.
पुलिस जबरन सचिव को फंसाने की कोशिश में थी
समाजवादी पार्टी के महासचिव शिवपाल यादव ने बताया कि उनका निजी सचिव अंकुश जब गाड़ी से जा रहे थे तो पुलिस ने रोका और अपनी ही पिस्तौल निकालकर गाड़ी पर रख दी और कहा कि इसे खोला. इस तरह से उसे फंसाने की कोशिश थी. पूरे उत्तर प्रदेश में लोगों को जबरदस्ती फंसाया जा रहा है. खुलेआम कानून का खिलवाड़ हो रहा है.