जम्मू-कश्मीर के राजौरी में आतंकियों से लोहा लेते हुए यूपी का एक और जवान शहीद हो गया है. अलीगढ़ के रहने वाले सचिन लौरा सेना में पैराट्रूपर के रूप में सेवा दे रहे थे. बीती शाम पैराट्रूपर सचिन की शहादत की खबर जैसे ही अलीगढ़ पहुंची, पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ गई. परिवार वालों का रो-रो कर बुरा हाल है. 8 दिसंबर को सचिन की शादी होनी थी. लेकिन इससे पहले शहादत की खबर आ गई.
पैराट्रूपर सचिन टप्पल थाना इलाके के नगलिया गोरौला गांव के रहने वाले थे. उनके पिता का नाम रमेश चंद्र है. वो बताते हैं कि घर में बेटे सचिन की शादी की तैयारियां चल रही थीं. 8 दिसंबर 2023 को सचिन की शादी होनी थी. घर में सब हंसी-खुशी सचिन के आने का इंतजार कर रहे थे. लेकिन कल शाम खबर आई कि आतंकियों से मुठभेड़ में सचिन शहीद हो गया है.
खबर मिलते ही पिता बदहवास हो गए. मां दहाड़ मारकर रो पड़ी. घर में कोहराम मच गया. किसी को यकीन नहीं हो रहा था कि जिस सचिन की शादी के लिए इतने सारे इंतजाम किए जा रहे हैं, वो अब इस दुनिया में नहीं रहा. उसने देश के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिए.
वो आखिरी फोन कॉल
पिता रमेश चंद्र ने बताया कि कल सचिन का अपने परिवार के लोगों को फोन भी आया था. उसने छुट्टी लेकर आने के लिए कहा था. इस दौरान सचिन ने यह भी कहा कि बस दो लोग और रह गए हैं, इन्हें मारकर आता हूं. बस इसके बाद फ़ोन उसका स्विच ऑफ हो गया था. लेकिन किसी को नहीं पता था कि सचिन की ये बातें उसकी आखिरी बातें साबित होंगी.
रमेश चंद्र बताते हैं कि सचिन को बचपन से ही फौज में जाने का शौक था. इसके लिए उसने बहुत मेहनत की थी. कहता था उग्रवादियों को हम देखेंगे, कैसे नहीं मानते. उसने यह भी कहा था कि जितने आतंकियों को हम मार लेंगे, उतना ही अच्छा हमारा प्रोमोशन होगा. तो इन दोनों को और मार लेने दो, इन्हें मारकर आ जाऊंगा.
परिवार में सबसे छोटे थे सचिन
सचिन की मां बदहवास होकर बार-बार घर से बाहर निकल पड़ती और अपने बेटे का नाम लेते उसे हुए तलाश कर रही हैं. बेबस पिता की आंखों से आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. उनका कहना है कि बेटा देश के लिए शहीद हो गया, इससे बड़ा सम्मान देश के लिए क्या होगा. इतना कहकर फिर उनकी आंखों से आंसू बहने लगे जाते हैं.
परिजनों ने बताया कि सचिन परिवार में सबसे छोटा था. सचिन की नौकरी 2019 में सेना में लगी थी. अगले महीने उसकी शादी होने वाली थी. सचिन का बड़ा भाई विकास मर्चेंट नेवी में कार्यरत है. एक बड़ी बहन है जिसकी शादी हो गई है.
राजौरी में मुठभेड़ खत्म
बता दें कि राजौरी में अब सेना और आतंकियों के बीच जारी मुठभेड़ खत्म हो गई है. बाजीमल गांव के इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाया गया, जिसमें कोई और आतंकवादी नहीं मिला. इस मुठभेड़ में सेना के कुल 5 जवान शहीद हुए. वहीं, सुरक्षा बलों ने 2 आतंकियों को मार गिराया. मुठभेड़ स्थल से भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किया गया है.