यूपी के झांसी में फॉरेन फंडिंग के मामले में एनआईए ने मुफ्ती खालिद के ठिकाने पर छापा मारा. जब पुलिस और एनआईए की टीम मुफ्ती को अपने साथ लेकर जा रही थी, तब भीड़ उग्र हो गई. उसने एनआईए टीम पर हमला कर दिया. अब इसी मामले में आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है.
खुद कोतवाली के इंस्पेक्टर शैलेंद्र कुमार सिंह ने ये एफआईआर दर्ज करवाई है. जिसमें एनआईए की टीम पर हथियारों से लैस होकर जानलेवा हमला, सरकारी काम में बाधा और हिरासत में लिए गए व्यक्ति को छुड़ाने की धाराएं शामिल हैं.
झांसी पुलिस द्वारा दर्ज की गई एफआईआर में छोटी मस्जिद के इमाम अब्दुल हमीद, साकिर उर्फ पप्पू, गोल्डी, परवेज, जकरिया समेत 11 लोग नामजद हैं. वहीं, 100 अज्ञात महिला व पुरुष पर भी एफआईआर दर्ज करवाई गई है. पुलिस एफआईआर में साफ लिखा है कि उग्र भीड़ ने लाठी डंडों से लैस होकर पुलिस पर हमला किया, फिर पुलिस कर्मियों से धक्का-मुक्की और मारपीट करते हुए संदिग्ध खालिद मुफ्ती को अपने साथ लेकर चले गए. पुलिस के साथ हुई इस मारपीट में इंस्पेक्टर का हमराह सिपाही घायल हो गया.
तहरीर के मुताबिक, एनआईए की टीम जब खालिद मुफ्ती को पूछताछ के लिए लेकर जा रही थी, उसी समय आरोपियों ने सैकड़ों लोगों की भीड़ के साथ मिलकर पुलिस टीम को घेर लिया. नारेबाजी करते हुए लाठी-डंडे एवं लोहे की रॉड से लैस इन लोगों ने पुलिसकर्मियों के साथ मारपीट की. मुफ्ती को ना छोड़ने पर जान से मारने की धमकी दी.
आखिर में खालिद मुफ्ती को छुड़ाकर अपने साथ मस्जिद में लेकर चले गए. इन आरोपियों की पहचान वीडियो फुटेज के आधार पर की गई है. मुकदमा दर्ज करने के बाद पुलिस ने इनकी तलाश शुरू कर दी है. बीती रात कोतवाली पुलिस ने आरोपियों के ठिकाने पर दबिश भी दी. फिलहाल, आरोपियों की शिनाख्त करने के साथ ही उनकी तलाश की जा रही है.