उत्तर प्रदेश के बांदा जेल में बंद माफिया डॉन मुख्तार अंसारी करीब 14 घंटे से ज्यादा मेडिकल चेकअप और इलाज के बाद उसे भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच बांदा जेल में शिफ्ट किया गया है. जिसके बाद जिला प्रशासन ने राहत की सांस ली है. रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल सुनील कौशल के मुताबिक, 3 डॉक्टरों के पैनल ने चेकअप किया है. उन्हीं की निगरानी में सुबह से इलाज किया गया.
मेडिकल कॉलेज द्वारा जारी मेडिकल बुलेटिन के मुताबिक, मुख्तार अंसारी को पिछले कई दिनों से बाथरूम जाने में समस्या थी. इसके चलते उसको सुबह सुबह करीब 4 बजे बांदा जेल से मेडिकल कालेज शिफ्ट किया गया, जहां डॉक्टरों की टीम ने चेकअप किया. फिर ब्लड टेस्ट करवाया गया. इसके बाद रिपोर्ट के आधार पर उसका इलाज शुरू किया गया.
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'मुख्तार अंसारी कड़ी सुरक्षा के बीच बांदा जेल में शिफ्ट'
इलाज में सुधार होने के बाद डॉक्टरों ने शाम को फिर से मुख्तार अंसारी का चेकअप किया. इस दौरान सभी कुछ नॉर्मल पाया गया. इसके बाद पुलिस प्रशासन के आला अधिकारियों ने मुख्तार को एंबुलेंस के माध्यम से कड़ी सुरक्षा के बीच बांदा जेल में शिफ्ट कर दिया, जहां जेल मैनुअल के अनुसार चेकअप के बाद मुख्तार को उसकी तन्हाई बैरक में भेज दिया जाएगा.

'मामले में मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल ने कही ये बात'
मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल सुनील कौशल ने बताया कि हमारी डॉक्टरों की टीम ने मुख्तार अंसारी को किसी भी प्रकार यानी खाने-पीने सम्बंधित परहेज की बात नहीं कही है. बाकी जेल के डॉक्टरों द्वारा उसका चेकअप किया जाएगा. हमारे 3 डॉक्टरों की निगरानी में इलाज किया गया है. अब उसे जेल प्रशासन की कस्टडी में भेज दिया गया है, उसकी हालत पहले से अब बेहतर है.
'जेल में स्लो पॉइजन देने का लगाया था आरोप'
बता दें कि मुख्तार के भाई और गाजीपुर से सांसद अफजाल अंसारी ने दावा किया कि 21 मार्च को बाराबंकी की एक अदालत में एक मामले की सुनवाई के दौरान मुख्तार के वकील ने याचिका दायर की थी, जिसमें कहा था कि उनके मुवक्किल को जेल में स्लो पॉइजन दिया गया था, जिसकी वजह से उनकी तबीयत बिगड़ती जा रही है. बता दें कि मऊ से कई बार विधायक रह चुके मुख्तार अंसारी कई मामलों में सजा काट चुके हैं और फिलहाल यूपी की बांदा जेल में बंद हैं.