
लखनऊ में हैरान करने वाला मामला सामने आया, जहां देर रात दो युवकों ने चारबाग रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर एक पर एसयूवी (टाटा सफारी) दौड़ा दी. इस घटना से प्लेटफॉर्म पर अफरातफरी मच गई. एसयूवी को अपनी तरफ आता देख, ट्रेन के इंतजार में बैठे यात्री इधर-उधर भागने लगे. शराब के नशे में प्लेटफॉर्म पर गाड़ी दौड़ाने की बात कही जा रही है. फिलहाल, आरोपी दोनों युवकों को गिरफ्तार कर लिया गया है. उनमें से एक को जमानत मिल गई, जबकि दूसरे को जेल भेज दिया गया.
जानकारी के मुताबिक, रात 12 बजे के बाद हितेश और शिवांश नाम के दो युवक चारबाग रेलवे स्टेशन के बाहर पार्सल लोडर रैंप के जरिए प्लेटफॉर्म पर एसयूवी लेकर आ गए थे. इसके बाद उन्होंने रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म पर तेज रफ्तार से एसयूवी दौड़ानी शुरू कर दी. इससे भगदड़ जैसी स्थिति बन गई.

जब रेलवे पुलिस ने दोनों को पकड़ा तो पता चला कि दोनों नशे की हालत में हैं और लखनऊ के ही रहने वाले हैं. इसके बाद रेलवे पुलिस ने ब्लड की जांच के लिए दोनों को लखनऊ के जिला अस्पताल में भेजा.
मामले में आरपीएफ इंस्पेक्टर रणजीत कुमार ने बताया कि दोनों युवक नशे की हालत में थे. उनके ब्लड के सैंपल को जांच के लिए भेजा गया है. साथ ही दोनों अभियुक्तों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर रेलवे कोर्ट के मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया. जहां सुनवाई के बाद हितेश को जेल भेज दिया गया जबकि उसके साथ मौजूद शिवांश को जमानत मिल गई. मामले में टाटा सफारी गाड़ी को जब्त कर लिया गया है.
स्टेशन की सुरक्षा-व्यवस्था पर सवाल
गौरतलब है कि चारबाग रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर एक पर हमेशा यात्रियों की भीड़ रहती है. ऐसे में एसयूवी लेकर प्लेटफॉर्म पर पहुंचना और फिर उसे दौड़ाना आरपीएफ व जीआरपी की लापरवाही को उजागर करता है. घटना रेलवे स्टेशन की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़ा करती है. गनीमत रही कि कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ.
हालांकि, चारबाग स्टेशन में यह पहला वाकया नहीं है. इससे पहले एक मंत्री के चालक ने कार रेलवे कोर्ट के पास बने एस्केलेटर के रैंप तक चढ़ा दी थी. आरपीएफ ने उस मामले में मुकदमा दर्ज किया था और चालक पर कार्रवाई की थी.