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अयोध्या जा रहा 1 किलो सोने और 7 किलो चांदी से बना भगवान राम का खड़ाऊ, 15 जनवरी को पहुंचने की संभावना

अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का समय जैसे जैसे नजदीक आ रहा है, वैसे वैसे राम मंदिर का काम भी तेजी से पूरा हो रहा है. राम मंदिर के लिए लोगों का जोश ओ जुनून कुछ ऐसा है कि हर कोई अपनी ओर से कुछ न कुछ भेंट कर रहा है. चल्ला श्रीनिवास शास्त्री भगवान राम के खड़ाऊ (1 किलो सोने और 7 किलो चांदी से बने) को उत्तर प्रदेश के अयोध्या ले जा रहे हैं, उनके 15 जनवरी को वहां पहुंचने की संभावना है.

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1 किलो सोने और 7 किलो चांदी से बना भगवान राम का खड़ाऊ
1 किलो सोने और 7 किलो चांदी से बना भगवान राम का खड़ाऊ

अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का समय जैसे जैसे नजदीक आ रहा है, वैसे वैसे राम मंदिर का काम भी तेजी से पूरा हो रहा है. राम मंदिर के लिए लोगों का जोश ओ जुनून कुछ ऐसा है कि हर कोई अपनी ओर से कुछ न कुछ भेंट कर रहा है. चल्ला श्रीनिवास शास्त्री भगवान राम के खड़ाऊ (1 किलो सोने और 7 किलो चांदी से बने) को उत्तर प्रदेश के अयोध्या ले जा रहे हैं, उनके 15 जनवरी को वहां पहुंचने की संभावना है.

सूत्रों ने बताया कि वह फिलहाल अयोध्या से 200 किमी दूर हैं. इससे पहले आज उन्होंने जगद्गुरु रामानंदाचार्य स्वामी से मुलाकात की. जैसे-जैसे वह आगे बढ़ रहे हैं, स्थानीय पुलिस श्रीनिवास शास्त्री को सुरक्षा प्रदान कर रही है और आसपास के गांवों के सैकड़ों लोग उनके साथ चल रहे हैं. शास्त्री समेत 20 लोगों ने हैदराबाद से वॉकथॉन की शुरुआत की है.

श्रीराम मंदिर के लिए 500 किलो का विशेष नगाड़ा
अयोध्या में तैयार हो रहे है भव्य श्रीराम मंदिर के लिए अहमदाबाद में तैयार हुए ध्वज दंड के बाद अब 500 किलोग्राम का नगाड़ा भी 800 किलोग्राम के विशेष रथ के साथ अहमदाबाद से अयोध्या के लिये प्रस्थान कर चुका है. भव्य शोभायात्रा के ज़रिए अहमदाबाद के मार्गों पर जब ये नगाड़ा अपने रथ के साथ निकला तो जय श्री राम के नारे लगे, लोगों ने नगाड़े की आरती कर भव्य स्वागत किया. अपने विशेष रथ पर सवार ये नगाड़ा 12 जनवरी के दिन अयोध्या पहुंचेगा.

 

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500 किलो के इस भव्य नगाड़े में लोहे और तांबे की प्लेट का इस्तेमाल
अखिल भारतीय डगबर समाज द्वारा श्री राम मंदिर के लिए 500 किलोग्राम का विशेष नगाड़ा 800 किलोग्राम के पावर स्टीयरिंग वाले रथ के साथ तैयार किया गया है. इस नगाड़े को बनाने वाले डगबर समाज के 4 लोग श्री राम लला प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के दिन इसे मंदिर में बजायेंगे. इस नगाड़े पर सोने और चांदी कि पर्त चढ़ाई गई है. 500 किलो के इस भव्य नगाड़े में लोहे और तांबे की प्लेट का इस्तेमाल हुआ, जिससे नगाड़े को हजारों वर्षों की आयु दी जा सकें. पावर स्टीयरिंग वाले रथ के साथ बना ये विशेष नगाड़ा गुजरात से एमपी के मार्ग से होते हुए अयोध्या पहुंचेगा, जिसके बाद इसकी अलौकिक गूंज श्री राम मंदिर में सुनी जा सकेगी. राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम 22 जनवरी 2024 को होगा.

कब होगी रामलला की प्राण प्रतिष्ठा
22 जनवरी 2024 को अयोध्या के राम मंदिर में रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी, जिसका समय दोपहर साढ़े 12 बजे का हो सकता है. 22 जनवरी राम लला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के लिए शुभ मुहूर्त के रूप में मृगशिरा नक्षत्र को लिया गया है. मंदिर के पंडितों के मुताबिक, रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए मृगशिरा नक्षत्र का समय सबसे ज्यादा शुभ रहेगा.

घंटा का वजन 2100 किलो है
राम मंदिर के लिए 2100 किलो का घंटा 6 फुट ऊंचा और 5 फुट चौड़ा है. इसे  घंटा घूंघरू-घंटी नगरी के नाम से मशहूर जलेसर में तैयार किया गया है. बता दें, अयोध्या में भव्य राम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा सात हजार विशेष अतिथि और चार हजार संतों की मौजूदगी में पौष मास के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि यानी 22 जनवरी 2024 को होगी. साथ ही इस ऐतिहासिक मौके में विश्वभर के 50 देशों और सभी राज्यों के लगभग 20 हजार लोग उपस्थित होंगे.

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