लोकसभा चुनाव के सातों चरण पूरे होने के बाद अब नतीजों का इंतजार है. सबसे बड़े और सबसे ज्यादा सीटों वाले उत्तर प्रदेश में मतगणना की तैयारी पूरी कर ली गई है. 4 जून को मतगणना के लिए गर्मी को देखते हुए हीटवेव से बचाव और अन्य जरूरी कदम भी उठाए जाएंगे. इसके साथ ही मतगणना स्थल की त्रिस्तरीय सुरक्षा और नतीजों के बाद की स्थिति में व्यवस्था की तैयारी भी की गई है.
यूपी में मतगणना के इंतज़ाम पूरे कर लिए गए हैं. प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने रविवार को मतगणना की तैयारियों की फ़ाइनल समीक्षा की. यूपी में 80 लोकसभा सीटों पर चुनाव के साथ ही 4 विधानसभा क्षेत्रों में उप चुनाव भी हुए हैं. इन की मतगणना भी 4 जून को प्रातः 8 बजे से प्रारंभ होगी. मतगणना के लिए प्रदेश के सभी 75 ज़िलों में 81 मतगणना केंद्रों बनाए गए हैं. मतगणना को सकुशल संपन्न कराने के लिए केंद्रीय अर्द्ध सैनिक बलों की तैनाती की गई है. सभी मतगणना स्थलों की सुरक्षा त्रिस्तरीय होगी. मतगणना स्थल की सुरक्षा के लिए क्षेत्रीय पुलिस बल, राज्य पुलिस बल और CRPF की तैनाती की गई है.
प्रथम स्तर की सुरक्षा मतगणना स्थल से 100 मीटर की परिधि पर होगी, जहां क्षेत्रीय पुलिस बल तैनात रहेगा. वहीं, द्वितीय स्तर की सुरक्षा मतगणना स्थल के गेट पर होगी, जहां राज्य पुलिस बल तैनात रहेगी. तृतीय स्तर की सुरक्षा मतगणना हाल के लिए होगी जो कि CRPF की निगरानी में होगी.
बता दें कि यूपी की 80 लोकसभा सीटों पर 851 प्रत्याशी (771 पुरुष एवं 80 महिला) चुनाव मैदान में हैं. सबसे ज़्यादा 28 प्रत्याशी घोसी लोक सभा क्षेत्र में हैं, जबकि सबसे कम 4 प्रत्याशी कैसरगंज लोक सभा क्षेत्र में हैं.
आगरा, मेरठ, आजमगढ, देवरिया, सीतापुर, कुशीनगर जनपदों में मतगणना 2-2 केंद्रों पर होगी. इसके साथ ही 8 लोक सभा क्षेत्रों की मतगणना 3 ज़िलों में, 37 लोक सभा क्षेत्रों की मतगणना 2 ज़िलों में और 35 लोक सभा क्षेत्रों की मतगणना 1 ज़िले में होगी. मुख्य निर्वाचन अधिकारी (CEO UP) नवदीप रिणवा ने जानकारी दी कि पोस्टल बैलेट (Postal ballot) की मतगणना आरओ मुख्यालय जनपद के मतगणना स्थल में होगी.
CCTV की निगरानी में होगी मतगणना
ये व्यवस्था तय की गई है कि मतगणना विधान सभा क्षेत्रवार होगी. इसके बाद लोकसभा क्षेत्र के सभी विधान सभा क्षेत्रों के परिणाम का योग कर लोकसभा क्षेत्र का परिणाम घोषित किया जाएगा. गाजियाबाद लोक सभा क्षेत्र में समाविष्ट साहिबाबाद विधान सभा क्षेत्र में मतदेय स्थल (1127) अधिक होने के कारण सबसे ज़्यादा 41 राउंड में मतगणना संपन्न होगी.
भारत निर्वाचन आयोग ने मतगणना के लिए 179 प्रेक्षक( observers) तैनात किए हैं. 15 प्रेक्षकों को 1-1 विधान सभा क्षेत्र, 104 प्रेक्षकों को 2-2 विधान सभा क्षेत्र तथा 60 को 3-3 विधान सभा क्षेत्र आवंटित किए गए हैं. 80 लोक सभा क्षेत्रों की मतगणना में 80 रिटर्निंग ऑफिसर और 1581 सहायक रिटर्निंग अधिकारियों की ड्यूटी लगायी गई है.
लोकसभा के चुनाव के साथ कई विधानसभा सीटों पर उपचुनाव भी हुए हैं. ददरौल, लखनऊ पूर्व, गैंसड़ी तथा दुद्धी विधानसभा की मतगणना के लिए 4 रिटर्निग ऑफिसर और 26 सहायक रिटर्निंग ऑफिसर तैनात किए गए हैं. मतगणना और सीलिंग की कार्यवाही CCTV की निगरानी में होगी.
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने मतगणना एजेंट के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि 18 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्ति को काउंटिंग एजेंट बनाया जा सकता है. केंद्र/राज्य सरकार के मंत्रिपरिषद के सदस्यों, सांसदों, विधायकों, मेयर, नगर पालिका परिषद / नगर पंचायत के अध्यक्ष को काउंटिंग एजेंट बनाए जाने पर प्रतिबंध है. केंद्र /राज्य सरकार से सुरक्षा प्राप्त व्यक्तियों को काउंटिंग एजेंट बनाए जाने पर भी प्रतिबंध है. हालांकि,निर्वाचन क्षेत्र के निवासी ग्राम प्रधान, सरपंच, पंचायत सदस्यों, सभासद आदि को काउंटिंग एजेंट बनाए जाने पर कोई प्रतिबंध नहीं है. अप्रवासी भारतीय को भी काउंटिंग एजेंट बनाया जा सकता है.
सभी लोक सभा क्षेत्रों में पोस्टल बैलेट की गणना के लिए अतिरिक्त कक्ष का अनुमोदन भारत निर्वाचन आयोग द्वारा प्रदान किया गया है. पोस्टल बैलेट की गणना के लिए होम वोटिंग एवं वोटर फैसिलिटेशन सेंटर पर प्राप्त पोस्टल बैलेट मतों की गणना प्रातः 8 बजे प्रारंभ होगी तथा सर्विस वोटर से प्राप्त ईटीपीबीएस की स्कैनिंग भी प्रातः 8.00 बजे से प्रारंभ की जाएगी. स्कैनिंग के बाद ईटीपीबीएस मतों की गणना टेबल पर की जाएगी. ईटीपीबीएस की स्कैनिंग/प्री काउंटिंग के लिए 871 टेबल एवं पोस्टल बैलेट की मतों की गणना 794 टेबल पर की जाएगी.
गर्मी से बचाव के लिए होंगे जरूरी इंतजाम
प्रत्याशी, उनके एजेंट, मतगणना कार्मिकों और अन्य कर्मचारियों के लिए साफ और ठंडे पानी की व्यवस्था होगी. सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि हीटवेव और भीषण गर्मी से बचाव के लिए पर्याप्त मात्रा में ओआरएस/मेडिकल किट और मेडिकल टीम भी मतगणना स्थल पर उपलब्ध रहे. बैठने के स्थान पर पंखे, कूलर और मिस्ट फैन की भी व्यवस्था किए जाने के निर्देश दिए गए हैं.
मतगणना परिसर में मीडिया सेंटर स्थापित किया जा रहा है. सूचना विभाग से 1 अधिकारी मीडिया सेंटर का प्रभारी रहेगा. आरओ द्वारा नियुक्त अधिकारी समय-समय पर छोटे समूहों में मीडिया बंधुओं को कुछ समय के लिए मतगणना हाल का भ्रमण भी कराएंगे. मतगणना हाल के भीतर भारत निर्वाचन आयोग से जारी मीडिया पास धारक मीडिया बंधु को ही कैमरा (बिना स्टैंड) ले जाने की अनुमति होगी. केवल मीडिया सेंटर पर ही मीडिया बंधुओं द्वारा मोबाइल फोन, कैमरे का प्रयोग किया जा सकेगा.
मतगणना हॉल की व्यवस्था
मतगणना हॉल में एक ब्लैक बोर्ड/व्हाइट बोर्ड की व्यवस्था की जाएगी जिसमें प्रत्याशियों के नाम व राउंडवार परिणाम लिखा जाएगा ताकि सभी मतगणना एजेंट उसे देख सकें. प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र एवं लोकसभा क्षेत्र में पब्लिक एड्रेस सिस्टम की भी व्यवस्था की गई है. सबसे पहले प्रत्येक टेबल पर काउंटिंग एजेंट के बैठने की व्यवस्था रहेगी. सबसे आगे मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय एवं राज्यीय राजनैतिक दल, उसके बाद रजिस्ट्रीकृत अमान्यता प्राप्त दल तथा उसके बाद निर्दलीय प्रत्याशी के एजेंट बैठेंगे.
टेबल पर कंट्रोल यूनिट (सीयू) आने के बाद मतगणना पर्यवेक्षक द्वारा सीयू का नम्बर दिखाया जाएगा, जिससे स्पष्ट होगा कि यह सीयू उसी बूथ से संबंधित है. सीयू के साथ 17सी भाग-1 में उल्लिखित मतों को एजेंटों को बताया जाएगा. इसके बाद सीयू को ऑन कर प्रत्याशीवार मतगणना परिणाम 17सी भाग-2 पर अंकित किया जाएगा. किसी एजेंट द्वारा पुनः परिणाम दिखाए जाने के अनुरोध पर मतगणना पर्यवेक्षक द्वारा पुनः परिणाम दिखाया जाएगा. 17सी भाग-2 पर मतगणना पर्यवेक्षक एवं काउंटिंग एजेंट के हस्ताक्षर के बाद एक प्रति फीडिंग के लिए जाएगी तथा दूसरी प्रति काउंटिंग एजेंट को प्राप्त कराई जाएगी. सभी राउंड की शीट की एक प्रति राउंड की घोषणा के बाद एआरओ टेबल के एजेंट को भी दी जाएगी.
यदि किसी बूथ से संबंधित सीयू की डिस्प्ले न दिखने से सीयू से परिणाम नहीं निकलता है तो ऐसे में समस्त ईवीएम की मतगणना के बाद उस बूथ के वीवीपैट स्लिप की गणना की जाएगी. यदि किसी कारण से किसी बूथ की सीयू से मॉक पोल के मतों को नहीं हटाया गया है तो सीयू से मतगणना नहीं की जाएगी तथा वह मशीन आरओ की अभिरक्षा में जाएगी.
यदि पूरी मतगणना के बाद हार-जीत का अंतर बूथ पर पड़े मतों से अधिक है तो ऐसे में उस बूथ की गणना न कर परिणाम घोषित कर दिया जाएगा. यदि अंतर उस बूथ पर पड़े मतों से कम है तो मॉक पोल सर्टिफिकेट में उल्लिखित मॉक मतों को प्रत्याशीवार हटाकर वीवीपैट की स्लिप से मतगणना की जाएगी तथा इसी आधार पर मतगणना परिणाम घोषित किया जाएगा.