
यूपी के फतेहपुर में पूर्व ब्लॉक प्रमुख के बेटे की नवविवाहित पत्नी ने शादी के एक महीने बाद कथित तौर पर आत्महत्या कर ली. मायका पक्ष ने ससुराल वालों पर 23 लाख रुपये का दहेज देने के बावजूद संतुष्ट न होने और बेटी को मारकर आत्महत्या का रंग देने का आरोप लगाया है.
आपको बता दें कि मामला खागा कोतवाली क्षेत्र का है जहां आदित्य प्रताप सिंह की पत्नी कोमल उर्फ रश्मि सिंह की मौत हुई है. आदित्य के पिता पूर्व ब्लॉक प्रमुख हैं. यह घटना शादी के एक महीने दो दिन बाद हुई. मायका पक्ष का आरोप है कि दहेज के लिए ताना मारा जाता था. इस मामले में पुलिस ने ससुर, पति, सास और ननद के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है.
मृतका रश्मि के पिता धर्मेंद्र सिंह का आरोप है कि उन्होंने शादी में 23 लाख रुपये का दहेज दिया था, लेकिन ससुराल वाले इससे संतुष्ट नहीं थे. उनका कहना है कि शादी के मात्र एक महीना दो दिन हुए हैं और बेटी को रोज ताना मारा जाता था. यहां तक कि खाना बनाने को लेकर भी उसे ताना मारा जाता था. पिता ने आशंका जताई है कि उनकी बेटी को मारा गया है.

पिता धर्मेंद्र सिंह ने बताया कि उन्हें यह नहीं पता कि बेटी को फांसी लगाकर मारा गया है या जहर देकर. यह घटना रात को हुई या सुबह, उन्हें इसकी भी जानकारी नहीं है. उनका आरोप है कि ससुराल वाले सुबह जल्दी ही रश्मि को प्रयागराज के स्वरूप रानी हॉस्पिटल ले गए, जहां उसकी मौत हो गई. मायका पक्ष को मौत होने के बाद सूचना मिली और पोस्टमार्टम भी प्रयागराज में ही कराया जा रहा है. पिता ने बताया कि उन्होंने अपनी हैसियत से बढ़कर शादी में खर्च किया, जबकि उनकी तीन और बेटियां हैं.
फिलहाल, पुलिस ने मृतका के ससुर महेंद्र प्रताप सिंह (पूर्व विजयीपुर ब्लॉक प्रमुख), पति आदित्य प्रताप सिंह, सास और ननद के खिलाफ दहेज प्रथा सहित अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है. पूर्व ब्लॉक प्रमुख महेंद्र प्रताप सिंह अपना दल (एस) पार्टी में शामिल हैं, और उनके बेटे आदित्य प्रताप सिंह, जो पेट्रोल टंकी और ईंट भट्टा के कारोबारी हैं, जिला उपाध्यक्ष के पद पर कार्यरत हैं. पुलिस आगे की कार्रवाई में जुट गई है.