उत्तर प्रदेश में लखनऊ के आलमबाग क्षेत्र में रहने वाली 17 वर्षीय नाबालिग छात्रा साइबर बुलिंग और ऑनलाइन उत्पीड़न की एक गंभीर घटना का शिकार हुई है. पीड़िता ने आरोप लगाया है कि एक युवक ने उसकी तस्वीरों और निजी जानकारियों का दुरुपयोग करते हुए फर्जी इंस्टाग्राम आईडी बनाई और इसके माध्यम से उसे बदनाम करने तथा मानसिक रूप से परेशान करने का प्रयास किया.
छात्रा के अनुसार, आरोपी युवक लगातार चैट के जरिए उसे धमकाता था. वह उसकी तस्वीरों को गलत तरीके से इस्तेमाल करने की बात कहकर ब्लैकमेल करता और विरोध करने पर जान से मारने की धमकी भी देता था. यह सिलसिला कई दिनों से चल रहा था, जिससे छात्रा मानसिक तनाव में आ गई.
मामला तब और गंभीर हो गया जब आरोपी ने फर्जी आईडी के माध्यम से छात्रा के परिवार के सदस्यों और जान-पहचान वाले लोगों को अभद्र और आपत्तिजनक संदेश भेजने शुरू कर दिए. इससे परिवार की प्रतिष्ठा पर भी आंच आई और घर में दहशत का माहौल बन गया. बढ़ते दबाव और भय से परेशान होकर छात्रा ने अपने माता-पिता को पूरी घटना बताई.
परिजनों की सहमति के बाद छात्रा कृष्णानगर थाने पहुंची और पुलिस को लिखित तहरीर दी. पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल एफआईआर दर्ज की और जांच शुरू कर दी. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आरोपी की पहचान और लोकेशन का पता लगाने के लिए साइबर सेल की विशेषज्ञ टीम को लगाया गया है. आरोपी द्वारा बनाई गई फर्जी आईडी, चैट हिस्ट्री, मोबाइल नंबर और अन्य तकनीकी साक्ष्यों की भी जांच की जा रही है.
पुलिस का कहना है कि डिजिटल साक्ष्यों के आधार पर आरोपी की गिरफ्तारी जल्द की जाएगी. वहीं, परिवार ने पुलिस से सख्त कार्रवाई की मांग की है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं पर अंकुश लग सके. इस घटना ने एक बार फिर साइबर सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं. विशेषज्ञों के अनुसार, नाबालिगों के सोशल मीडिया उपयोग पर अभिभावकों को निगरानी बढ़ानी चाहिए ताकि ऐसे मामलों को समय रहते रोका जा सके.