आमतौर पर एक पिता के तीन बेटे अलग-अलग क्षेत्रों में नाम रोशन करते हैं, लेकिन मध्य प्रदेश के छतरपुर से बांदा आकर वारदातों को अंजाम देने वाले तीन भाइयों की कहानी सुनकर पुलिस भी दंग रह गई. ये तीनों भाई मिलकर चोरी, लूट और टप्पेबाजी का 'पारिवारिक बिजनेस' चला रहे थे. यूपी की अतर्रा कोतवाली पुलिस ने इनमें से दो भाइयों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि तीसरा फिलहाल फरार है.
पुलिस ने जब एक को पकड़ा तो उसने जो कहानी बताई, उसको सुनकर पुलिस भी हैरानी में पड़ गई. तीनों आरोपी छतरपुर (मध्यप्रदेश) से बांदा आकर परिवार चलाने के लिए बड़ी वारदातों को अंजाम देते थे, लेकिन अब यूपी पुलिस ने उनको धर दबोचा.
इनके कब्जे से एक लाख 40 हजार रुपये कैश, बाइक, अवैध तमंचा बरामद किया है. बीते दिनों इन्होंने एक बाइक सवार बाइक से डेढ़ लाख रुपए पार कर दिए थे, पुलिस की दो टीमें इनकी खोजबीन में जुटी हुई थीं.
दरअसल, अतर्रा कोतवाली इलाके में 15 दिसंबर को एक शख्स की बाइक से डेढ़ लाख रुपए की टप्पेबाजी (ध्यान भटकाकर ठगी करना) हुई थी. पुलिस ने सूचना मिलने पर मामले में केस दर्ज कर जांच शुरू की. जिसके बाद पुलिस ने सुराग मिलने पर दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया.
दोनों आरोपियों गिरबल और निरबल ने पुलिस को बताया कि वह अपने तीसरे भाई सिद्धू के साथ मिलकर आसपास के जिलों में बैंक, मंडियां, बस और रेलवे स्टेशन यानी भीड़भाड़ वाले स्थानों पर आने जाने वालों को रेकी करके चोरी, टप्पेबाजी, लूट की घटनाओं को अंजाम देते थे.
ये महिलाओं का पीछा करके उनके कपड़ों में गंदी चीज डालकर उन्हें गंदा दिखने का इशारा करते, इसके बाद उनके साथ टप्पेबाजी की घटना को अंजाम दे देते. पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है और तीसरे भाई की तलाश शुरू कर दी है.
पुलिस ने बताया कि तीनों भाई परिवार चलाने के लिए वारदातों को अंजाम देते थे. अब बांदा एसपी पलाश बंसल ने इनकी क्राइम कुंडली खंगालने के निर्देश दिए हैं.