उत्तर प्रदेश के बलरामपुर में सामने आए बड़े अवैध धर्मांतरण रैकेट के मामले में यूपी एटीएस को जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा और नीतू उर्फ नसरीन की 7 दिन की पुलिस कस्टडी रिमांड मिल गई है. कोर्ट ने यूपी एटीएस की रिमांड याचिका मंजूर करते हुए दोनों आरोपियों को कड़ी सुरक्षा के बीच पूछताछ के लिए सौंप दिया है.
कई अहम बिंदुओं पर गहन पूछताछ हो सकती है
अब यूपी एटीएस इन दोनों से कई अहम बिंदुओं पर गहन पूछताछ करेगी. सूत्रों के मुताबिक, पूछताछ के दौरान इन बड़े सवालों के जवाब तलाशे जाएंगे. इस अवैध धर्मांतरण के पीछे फंडिंग कहां से आई? अब तक कितने लोगों का धर्म परिवर्तन कराया गया? इस संगठित गिरोह के सदस्य किन-किन राज्यों और जिलों में सक्रिय हैं? क्या इसके पीछे विदेशी ताकतों का इशारा था? अगर हां, तो कौन लोग इसमें शामिल थे? इनकी खाड़ी देशों में किससे मुलाकात हुई और किनके निर्देश पर यह नेटवर्क चलाया जा रहा था?
बताया जा रहा है कि छांगूर बाबा पहले भीख मांगता था, लेकिन अब उसके पास बेशुमार संपत्ति है. एटीएस को शक है कि यह दौलत धार्मिक परिवर्तनों के बदले मिलने वाले विदेशी फंड की देन हो सकती है.
50 लाख से ज्यादा का शोरूम
बता दें कि छांगुर बाबा की बेशकीमती संपत्तियों की जांच जारी है. आज तक की टीम बाबा के आलीशान शोरूम तक पहुंची. यह शोरूम एक पार्लर के रूप में चलता था और इसकी अनुमानित कीमत 50 लाख से ज्यादा बताई जा रही है. जानकारी के मुताबिक, यह शोरूम नवीन वोहरा के नाम पर रजिस्टर्ड कराया गया था, लेकिन असल मालिकाना हक खुद छांगुर बाबा का ही है. यही नहीं, स्थानीय लोगों और सूत्रों का दावा है कि यह शोरूम करोड़ों रुपये की संपत्ति में गिना जाता है.
बाबा का कपड़ों का शोरूम
छांगुर बाबा उर्फ जमालुद्दीन की संपत्तियों की जांच में एक और बड़ी संपत्ति सामने आई है. यह बड़ी संपत्ति बलरामपुर में ही बस स्टेशन के पास स्थित है, जहां बाबा का एक भव्य कपड़ों का शोरूम मौजूद है. इस शोरूम की कीमत कई करोड़ रुपये आंकी जा रही है. इलाके के लोगों के मुताबिक, बाबा के पास इतनी बड़ी रकम कहां से आई, इसका आज तक किसी को कोई अंदाजा नहीं है. यह भी जांच के घेरे में है कि कहीं इस शोरूम को भी धर्मांतरण से जुड़े विदेशी फंड या हवाला के पैसों से तो नहीं खड़ा किया गया.