उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में मलौली गांव में जमीन के एक टुकड़े को लेकर अज्ञात लोगों ने 24 वर्षीय फार्मासिस्ट की लाठी-डंडों से पीट-पीटकर हत्या कर दी. इस बात की जानकारी एक पुलिस अधिकारी ने एक न्यूज एजेंसी को दी. अधिकारी ने बताया कि पीड़ित सत्येंद्र विश्वकर्मा अपने क्लिनिक में सो रहा था, तभी आधी रात के करीब मोटरसाइकिल पर तीन लोग पहुंचे.
इसके बाद तीनों लोगों ने दवा लेने के लिए ग्राहक बनकर क्लिनिक का दरवाजा खटखटाया. जैसे ही विश्वकर्मा ने दरवाजा खोला, तीनों ने उस पर हमला कर दिया. स्थानीय लोगों ने बताया कि फार्मासिस्ट ने भागने की कोशिश की, लेकिन उसका पीछा किया गया और उसे लाठी-डंडों से पीटा गया.
स्थानीय युवक विवेक चंद्र नाग, जिसने बीच-बचाव करने की कोशिश की. लेकिन हमलावरों ने उस पर भी हमला कर दिया. जिसके बाद हंगामे से घबराए पड़ोसी क्लिनिक पहुंचे. हालांकि, बड़ी संख्या में पड़ोसियों को आता देख हमलावर भाग गए.
आरोपियों की तलाश में जुटी पुलिस
इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई. जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने गंभीर रूप से घायल विश्वकर्मा को अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. पुलिस ने बताया कि डडिया मऊ गांव के मूल निवासी विश्वकर्मा फार्मेसी का कोर्स पूरा करने के बाद पिछले साल से क्लिनिक चला रहे थे.
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विश्वकर्मा की मां गंगोत्री देवी ने आरोप लगाया कि उनके बेटे का गांव के ही संतलाल, किशोर, राजेंद्र प्रसाद और लाल बहादुर से जमीन के एक टुकड़े और पेड़ काटने को लेकर विवाद था. इसी के चलते चारों ने मिलकर उसकी हत्या कर दी.
स्टेशन हाउस ऑफिसर (एसएचओ) सुधीर कुमार सिंह ने कहा कि पीड़ित के पिता गंगा प्रसाद की शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर लिया गया है. हम कई लोगों से पूछताछ कर रहे हैं और क्लिनिक से सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रहे हैं. अपराधियों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा.