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'भारत-पाक 1,000 साल से लड़ रहे हैं', कश्मीर पर ट्रंप का बयान, लोगों ने इतिहास सही किया

सोशल मीडिया पर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का बयान वायरल हो रहा है. लोगों को यकीन ही नहीं हो रहा कि दुनिया के सबसे ताकतवर देश के प्रमुख को इतने गंभीर मुद्दे की इतनी कम समझ है. लोग सवाल उठा रहे हैं कि डोनाल्ड ट्रंप भारत-पाकिस्तान विवाद और कश्मीर जैसे संवेदनशील विषय पर इतनी हल्की और सतही टिप्पणी कैसे कर सकते हैं.

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कश्मीर पर डोनाल्ड ट्रंप के बयान से मचा हंगामा(Photo:PTI/Reuters)
कश्मीर पर डोनाल्ड ट्रंप के बयान से मचा हंगामा(Photo:PTI/Reuters)

सोशल मीडिया पर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का बयान वायरल हो रहा है. लोगों को यकीन ही नहीं हो रहा कि दुनिया के सबसे ताकतवर देश के प्रमुख को इतने गंभीर मुद्दे की इतनी कम समझ है. लोग सवाल उठा रहे हैं कि डोनाल्ड ट्रंप भारत-पाकिस्तान विवाद और कश्मीर जैसे संवेदनशील विषय पर इतनी हल्की और सतही टिप्पणी कैसे कर सकते हैं.

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर अपने बयान से विवाद खड़ा कर दिया है. पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच ट्रंप ने कहा कि भारत और पाकिस्तान 1,000 साल से कश्मीर को लेकर लड़ते आ रहे हैं और दोनों देशों के बीच 1,500 सालों से सीमा तनावपूर्ण बनी हुई है.

ट्रंप, जो पोप फ्रांसिस के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए वेटिकन रवाना हो रहे थे. पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि मैं भारत के भी बहुत करीब हूं और पाकिस्तान के भी और वे कश्मीर पर हजार साल से लड़ रहे हैं.

'दोनों देशों के बीच सीमा पर 1,500 साल से तनाव रहा है'

ट्रंप ने आगे कहा कि कश्मीर का मुद्दा हजार साल से चल रहा है, शायद उससे भी ज्यादा वक्त से अभी जो आतंकी हमला हुआ, वो वाकई बुरा था. दोनों देशों के बीच सीमा पर 1,500 साल से तनाव रहा है, लेकिन मुझे भरोसा है कि वे किसी न किसी तरह से हल निकाल लेंगे.
उन्होंने आगे कहा कि भारत और पाकिस्तान दोनों के नेताओं को जानते हैं और उम्मीद जताई कि दोनों देश किसी समाधान पर पहुंच सकते हैं.

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देखें वायरल वीडियो

सोशल मीडिया पर ट्रंप की खिंचाई

ट्रंप के बयान के वायरल होते ही X  पर उनकी जमकर आलोचना हो रही है.एक यूजर ने तंज कसते हुए लिखा कि इतनी शर्मिंदगी! ट्रंप को कश्मीर मुद्दे के बारे में ये जानकारी है. कोई इनको ब्रीफ क्यों नहीं करता.

एक और यूजर ने लिखा कि 1000 साल पहले तो पाकिस्तान का नामोनिशान नहीं था, ट्रंप क्या कहना चाह रहे हैं. वहीं किसी ने कमेंट करते हुए लिखा कि  भारत को ट्रंप के बयान से यह सीख लेनी चाहिए कि पाकिस्तान के खिलाफ दुनिया की कोई मंजूरी  लेने की ज़रूरत नहीं है, यानी अगर भारत को कोई सख्त कदम उठाना हो, तो अपने दम पर उठा सकता है.

 पहले भी दे चुके हैं कश्मीर पर विवादित बयान
अपने पहले कार्यकाल में भी ट्रंप ने भारत और पाकिस्तान के बीच कश्मीर मुद्दे पर मध्यस्थता की पेशकश की थी. उन्होंने यहां तक कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनसे मध्यस्थता का अनुरोध किया था, जिसे भारत ने सख्ती से खारिज कर दिया था.

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