नर चमगादड़ पशु-पक्षियों की दुनिया में सबसे रूमानी गायक होते हैं. वे मादा चमगादड़ को अपनी तरफ आकर्षित करने के लिए खास तरह का स्वर निकालते हैं और अपने स्वर बदलकर मादा चमगादड़ के मनोरंजन के लिए ब्यूह रचते हैं. एक नए अध्ययन में यह बात सामने आई है.
नया अध्ययन टेक्सास एंड एम विश्वविद्यालय में किया गया है. फ्लोरिडा इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी के जीव विज्ञान के प्रोफेसर और चमगादड़ के व्यवहार के जाने-माने ज्ञाता माइक स्मोदरमैन ने चमगादड़ की स्वर ध्वनियों और गायन पर यह अध्ययन किया. यह अध्ययन 'एनिमल बिहैवियर' में प्रकाशित हुआ है.
पिछले तीन सालों में उनकी टीम ने बिना पूंछ वाले हजारों मैक्सिकन चमगादड़ों पर टेक्सास में अध्ययन किया, जिसके परिणामस्वरूप नर चमगादड़ के गायक होने का पता चला है. उन्होंने पाया कि खास समय में नर चमगादड़, मादा चमगादड़ को आकर्षित करने के लिए गीत गाते हैं. वे ऐसा जल्दी-जल्दी करते हैं क्योंकि उन्हें जल्दी उड़ना होता है.
ज्यादातर पशु अपने साथी को आकर्षित करने के लिए अलग-अलग हाव-भाव पैदा करते हैं. इस तरह के पक्षी चमकदार रूपक (शरीर से भाव-भंगिमा) बनाते हैं, जबकि चमगादड़ अन्य जानवरों की तुलना में गीत ज्यादा गाते हैं.