दिल्ली में एयर क्वालिटी लगातार खराब बनी हुई है. विजिबिलिटी हद से ज्यादा कम हो चुकी है. सड़कों पर धुंध और स्मॉग के कारण कुछ मीटर आगे तक देख पाना भी मुश्किल हो गया है. यही वजह है कि सोशल मीडिया पर भी दिल्ली के AQI को लेकर बहस तेज है. लोग दूसरे देशों की साफ हवा से तुलना कर रहे हैं.
इसी बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें जापान की साफ हवा का नजारा दिखाया गया है. यह वीडियो जापान में रहने वाले एक भारतीय अजीम मंसूरी ने शेयर किया है. वीडियो में अजीम दावा करते हैं कि वह जिस जगह खड़े हैं, वहां से करीब 200 किलोमीटर दूर स्थित माउंट फूजी बिल्कुल साफ दिखाई दे रहा है.
वीडियो की शुरुआत में अजीम कैमरे की तरफ देखकर दूरी के बारे में बताते हैं. इसके बाद वह कैमरा घुमाते हैं और अगले ही पल आसमान में उभरा माउंट फूजी नजर आता है. न धुंध. न स्मॉग. न धुआं. यही साफ दृश्य लोगों को हैरान कर रहा है.
'दिल्ली में 10 मीटर आगे भी नहीं दिखता'
वीडियो सामने आते ही सोशल मीडिया पर जापान बनाम भारत की तुलना शुरू हो गई. खासतौर पर दिल्ली की एयर क्वालिटी को लेकर लोग खुलकर अपनी नाराजगी जाहिर कर रहे हैं.एक यूजर ने लिखा कि यहां दिल्ली में 10 मीटर दूर का भी नहीं दिखता. लेकिन कुछ भी कहो. दिल्ली की बात ही अलग है.एक दूसरे यूजर ने कहा कि भाई. ऐसा नीला आसमान देखे हुए तो जमाना हो गया.
यहां कि हवा मेरे फ्यूचर से भी ज्यादा क्लियर है
देखें वायरल वीडियो
वीडियो देखकर लोगों ने क्या कहा
कमेंट सेक्शन में मजाकिया प्रतिक्रियाएं भी देखने को मिलीं. एक यूजर ने लिखा कि भाई. थोड़ी हवा यहां भी पार्सल कर दो. बहुत बुरा हाल है.इन सबके बीच किसी ने ये भी कहा कि यहां कि हवा मेरे फ्यूचर से भी ज्यादा क्लियर है.
वहीं कुछ लोगों ने याद दिलाया कि लॉकडाउन के दौरान भारत में भी ऐसा ही नज़ारा देखने को मिला था. सोशल मीडिया यूज़र्स का कहना है कि उस वक्त प्रदूषण कम होने के कारण हिमालय तक दिखाई देने की बातें सामने आई थीं.
माउंट फूजी टोक्यो से लगभग 100–120 किलोमीटर दूर है.साफ मौसम में यह टोक्यो और आसपास के इलाकों से भी दिखाई दे जाता है.इसकी ऊंचाई करीब 3,776 मीटर है, जो इसे जापान का सबसे ऊंचा पर्वत बनाती है.ये क्लिप वायरल है, बल्कि अपने शहरों की घुटती हवा का आईना मान रहे हैं.
सोशल मीडिया पर अब यही सवाल तैर रहा है. क्या भारत के बड़े शहरों में भी कभी ऐसा साफ आसमान देखने को मिलेगा. या साफ हवा सिर्फ वीडियो और तस्वीरों तक ही सीमित रह जाएगी.