आमतौर पर संस्कृत भाषा का इस्तेमाल बहुत कम सुनने को मिलता है, और यह पूजा-पाठ और धार्मिक संस्कारों के कार्यक्रमों में ही बोली जाती है. लेकिन बेंगलुरु के एक शख्स ने इस कम बोली जाने वाली भाषा का ऐसा इस्तेमाल किया है कि लोग हैरान हैं.
सोशल मीडिया पर एक क्रिकेट की संस्कृत वाली कमेंट्री का वीडियो वायरल हो रहा है. ये कमाल किया है बेंगलुरु के एक शख्स ने जिसने संस्कृत में लाइव कमेंट्री करते हुए इंटरनेट पर धमाल मचा दिया.
इंस्टाग्राम पर यह वीडियो समष्टि गुब्बी पेज से शेयर किया गया है. इसे अब तक दो करोड़ से ज्यादा बार देखा जा चुका है. वीडियो में शख्स एक लोकल मैच के दौरान संस्कृत में कमेंट्री करते नजर आता है. जैसे ही बल्लेबाज शॉट मारता है. कमेंटेटर संस्कृत भाषा में इसको बताता है. वहां मौजूद दर्शक भी उनकी कमेंट्री से बेहद प्रभावित होकर तालियां बजाते हैं.
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इस अंदाज में कमेंट्री नहीं सुनी होगी!
कमेंटेटर संस्कृत में कहता है जिसका अर्थ है-'गेंदबाज के हाथ में गेंद है. गेंदबाज बहुत दूर से आ रहा है. सब देखते हैं. वह एक अच्छा शॉट मारता है. और रन पूरा करने के लिए दौड़ता है. वे एक-दूसरे से बात करने जाते हैं. अब देखते हैं कि आगे क्या होता है. सभी खिलाड़ी जोश से खेल रहे हैं. गेंदबाज फिर से आ रहा है और फिर से अच्छा खेला है. वह बहुत अच्छा खेल रहा है. उसका नाम मंजूनाथ है. तेज़ भागो.'
वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, 'क्या हम कह सकते हैं कि हमें अपने देश का फेवरेट संस्कृत क्रिकेट कमेंटेटर मिल गया है? अरुणकुमार कलगी ने अच्छी कमेंट्री की है'. 'इस वीडियो में जो व्यक्ति कमेंट्री कर रहे हैं, बताया जा रहा है कि वो संस्कृत के टीचर हैं.
सोशल मीडिया पर मचाई धूम
इस अनोखी संस्कृत कमेंट्री ने सोशल मीडिया पर लोगों का दिल जीत लिया है. एक यूजर ने लिखा-कमेंट्री करने वाले के टैलेंट को सम्मान है. वहीं दूसरे ने कहा -किक्रेट में हमें ऐसे संस्कृत कमेंटेटर की जरूरत है.
'अब भगवान भी लेंगे मैच का मजा'
सोशल मीडिया पर संस्कृत में क्रिकेट कमेंट्री का वीडियो वायरल होने के बाद लोगों के मजेदार रिएक्शन भी सामने आ रहे हैं. कोई कह रहा है इसने तो द्वापर युग पहुंच दिया तो वहीं दूसरे ने कहा ये तो महाभारत के समय का क्रिकेट खेला जाता तो शायद कमेंट्री ऐसे ही होती. वहीं एक यूजर ने रिएक्शन देते हुए कह रहे हैं-अब भगवान भी ऊपर से क्रिकेट का मजा ले सकते हैं.