शूजित सरकार (Shoojit Sircar) एक फिल्म निर्माता, निर्देशक हैं. उन्हें कई पुरस्कार मिले हैं, जिनमें पांच नामांकनों में से दो राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार और एक फिल्मफेयर पुरस्कार शामिल हैं. सरकार ने फिल्म 'यहां (2005)' के साथ अपने निर्देशन की शुरुआत की. हिंदी सिनेमा व्यावसायिक रूप से सफल कॉमेडी फिल्म 'विक्की डोनर (2012)' के लिए उन्हें जाना जाता है. इसके लिए उन्हें संपूर्ण मनोरंजन प्रदान करने वाली सर्वश्रेष्ठ लोकप्रिय फिल्म का राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार मिला.
उनकी फिल्म पीकू (2015) को रिलीज होने पर व्यापक आलोचनात्मक प्रशंसा मिली और जिसे बॉक्स-ऑफिस पर एक बड़ी सफलता मिली और उन्हें सर्वश्रेष्ठ फिल्म (आलोचक) के लिए फिल्मफेयर पुरस्कार मिला.
उनके होम प्रोडक्शन की फिल्म 'पिंक (2016)' ने अन्य सामाजिक मुद्दों पर सर्वश्रेष्ठ फिल्म का राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जीता. इसके बाद सरकार ने 'अक्टूबर (2018)' और अमेजन प्राइम वीडियो की कॉमेडी 'गुलाबो सिताबो (2020)' का निर्देशन और निर्माण किया. सरकार ने 2021 में 'सरदार उधम' के साथ और अधिक प्रसिद्धि प्राप्त की.
शूजित सरकार का जन्म पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के बैरकपुर में एक बंगाली परिवार में हुआ था. उन्होंने 1985 में केंद्रीय विद्यालय बैरकपुर एयरफोर्स से अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की और दिल्ली विश्वविद्यालय के शहीद भगत सिंह कॉलेज से वाणिज्य स्नातक की उपाधि प्राप्त की.
2004 में सरकार ने अपने माता-पिता दोनों को खो दिया. उनके पिता का कैंसर के कारण और उनकी माँ का ब्रेन स्ट्रोक से निधन हो गया. झूमा सरकार उनकी पत्नी हैं और उनके दो बच्चे हैं.
बॉलीवुड के फेमस डायरेक्टर शूजित सरकार मनोज बाजपेयी और राजकुमार राव के साथ कॉमेडी फिल्मों में वापसी कर रहे हैं. जानकारी के मुताबिक ये शूजित सरकार महाभारत के एक खास चैप्टर को कॉमेडी वाले तरीके से एक्सप्लोर और नया रूप देंगे.
बॉलीवुड के 'जूनियर बच्चन' उर्फ अभिषेक बच्चन बहुत कम सोशल मीडिया पर एक्टिव रहते हैं. लेकिन जब बात काम पर आए, आत्मसम्मान पर आए तो वो किसी को जवाब देने से नहीं चूकते. इस बार कुछ ऐसा ही हुआ.
'पिंक', 'सरदार उधम', 'विक्की डोनर' और 'पीकू' जैसी फिल्म बनाने वाले शूजित सरकार इन दिनों नए रोल निभाने में काफी बिजी हैं. इस बीच उन्होंने अपने जूरी एक्सपीरियंस और नेशनल फिल्म अवॉर्ड पर खुलकर बात की है.
शूजित सरकार से पूछा गया कि अभिषेक में उन्हें पेरेंट्स की कौन सी क्वॉलिटी दिखी? डायरेक्टर ने कहा- हर कोई कहता है अभिषेक अपने पिता की तरह हैं. लेकिन मैंने पाया कि वो अपनी मां जया जैसे ज्यादा हैं. खासतौर पर अभिषेक की आंखें, उनके मैनरिज्म, जिस तरह से वो बात करते हैं.