पुणे के पास इंद्रायणी नदी पर कुंडमाला क्षेत्र में 15 जून 2025 को एक पुराने पैदल पुल का एक हिस्सा अचानक गिर गया. भारी बारिश होने के कारण नदी का जलस्तर बढ़ गया था. उस वक्त पुल पर लगभग 100-125 लोग मौजूद थे (Pune Bridge Collapse).
यह पुल लगभग 30–35 वर्ष पुराना है. कई सालों यह आवाजाही के लिए से उपयोग में था. खबरों की माने तो इसका संरचनात्मक ऑडिट नहीं हुआ था. सतही रूप से जर्जर होने की वजह से संरचनात्मक रूप यह पुल कमजोर था. साथ ही वहां एक “बंद” का बोर्ड लगा हुआ था, बावजूद इसे, आगंतुकों द्वारा अनदेखी की गई. स्थानीय अधिकारियों का कहना है पुल पर एक समय में 100 से अधिक लोग थे, जो इसकी क्षमता से कहीं अधिक था.
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मृतकों को ₹5 लाख का मुआवजा और घायलों के इलाज का खर्च उठाने की घोषणा की. साथ ही जांच समिति गठित की गई और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया.
तामहिनी घाट में पुणे से कोकण जा रहे छह युवकों की थार कार 500 फीट गहरी खाई में गिर गई. पुलिस ने ड्रोन की मदद से छह शव बरामद कर लिए हैं. हादसा सोमवार देर रात हुआ था. परिजनों ने मिसिंग रिपोर्ट दर्ज कराई थी. खाई ज्यादा गहरी होने से रेस्क्यू ऑपरेशन कठिन हो गया था.
प्रत्येक ऐसी त्रासदी एक परिचित पैटर्न की तरह दिखती है. सख्त सुरक्षा मानकों का पालन करने पर कम ध्यान दिया जाता है, जो ‘चलता है’ वाले रवैये को दर्शाता है. यहां रोजमर्रा की शासन की कठिनाइयों पर ध्यान देने के बजाय, राजनीतिक दिखावे को प्राथमिकता दी जाती है.
महाराष्ट्र के पुणे में इंद्रायणी नदी पर बना पुल 15 जून 2025 को ढह गया, जिससे चार लोगों की मौत हो गई. इस पुल को 4 जुलाई 2024 को दोबारा बनाने की मांग हुई थी और इसके लिए ₹8 करोड़ की अनुमानित लागत भी स्वीकृत की गई थी. अक्टूबर 2024 में टेंडर प्रक्रिया पूरी होने और दिसंबर 2024 में नई सरकार बनने के बावजूद, 15 जून 2025 तक पुल पर काम शुरू नहीं हो सका था.
पुणे में 15 जून को इंद्राणी नदी पर पुराना पुल गिरने से चार लोगों की मौत हो गई, जबकि 50 से अधिक को बचाया गया. आरोप है कि पुल की मरम्मत के लिए ₹8 करोड़ स्वीकृत होने और टेंडर प्रक्रिया अक्टूबर 2024 में पूरी होने के बावजूद जनवरी 2025 से काम शुरू नहीं हुआ था.
महाराष्ट्र के पुणे में 15 जून को इंद्राणी नदी पर एक पुल टूटने से चार लोगों की मृत्यु हो गई और 38 लोगों को बचाया गया. यह पुल तीन महीने पहले बंद कर दिया गया था, जिस पर 100 से अधिक पर्यटक पहुँच गए थे. एक अधिकारी ने बताया, "हमने टूरिज्म अक्टिविटीज को बैन किया था." दूसरी ओर, सिक्किम में कल शाम रोहतक नदी में फंसे दो युवकों को बचाया गया. देखें...
पुणे में दिल दहला देने वाला हादसा हुआ. यहां इंद्रायणी नदी पर बना पुल ढह गया. इस हादसे में 4 लोगों की मौत हो गई. बताया जा रहा है कि पुल जर्जर था और तीन महीने पहले इसे बंद भी कर दिया गया था. फिर भी बड़ी संख्या में पर्यटक पुल पर पहुंच गए. सवाल उठ रहे हैं कि जर्जर पुल पर जाने से लोगों को क्यों रोका नहीं गया? देखें 'आज सुबह'.
पुणे के मावल तहसील में इंद्रायणी नदी पर बना एक पुराना पुल 15 जून को ढह गया, इस हादसे में चार लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए. यह पुल तीन महीने पहले जर्जर हालत के कारण बंद कर दिया गया था, इसके बावजूद बड़ी संख्या में पर्यटक पुल पर पहुंच गए थे.
पुणे की मार्वल तहसील में इंद्राणी नदी पर बना जर्जर पुल 15 जून को ढह गया, जिससे चार लोगों की मौत हो गई और कई घायल हो गए. प्रशासन के अनुसार, 'पुल तीन महीने पहले ही बंद कर दिया गया था', इसके बावजूद बड़ी संख्या में पर्यटक वहां पहुंचे थे. इस हादसे के बाद 31 अगस्त तक क्षेत्र के पर्यटन स्थल बंद कर दिए गए हैं और घटना की जांच के आदेश दिए गए हैं.
पुणे में इंद्राणी नदी पर बना 30 साल पुराना पुल भारी बारिश और तेज बहाव से ढह गया, जिसमें चार लोगों की मौत हुई और 51 को बचाया गया. प्रशासन के अनुसार पुल यातायात के लिए बंद था, परन्तु एक घायल ने कहा, "पुल 5 मिनट तक हिल रहा था...वो गिर गया." देखिए.