मार्वल सिनेमैटिक यूनिवर्स (MCU) दुनिया की सबसे सफल फिल्म फ्रेंचाइजी में से एक है, जिसे मार्वल स्टूडियोज ने निर्मित किया है. यह एक साझा ब्रह्मांड (shared universe) है, जिसमें सुपरहीरो फिल्मों, वेब सीरीज, और स्पेशल्स के माध्यम से कई कहानियां एक-दूसरे से जुड़ी होती हैं. MCU की शुरुआत 2008 में Iron Man फिल्म से हुई थी, और तब से यह पॉप कल्चर का एक बड़ा हिस्सा बन चुका है.
MCU को विभिन्न "Phases" (चरणों) में विभाजित किया गया है-
Phase 1 (2008-2012)- इस चरण की शुरुआत Iron Man (2008) से हुई और The Avengers (2012) पर खत्म हुई. यह चरण प्रमुख सुपरहीरो जैसे आयरन मैन, थॉर, कैप्टन अमेरिका और हल्क की कहानियों की नींव रखता है.
Phase 2 (2013-2015) - इसमें Iron Man 3, Thor: The Dark World, Captain America: The Winter Soldier, Guardians of the Galaxy, Avengers: Age of Ultron और Ant-Man जैसी फिल्में शामिल थीं. यह चरण ब्रह्मांड को और विस्तार देता है और कॉस्मिक लेवल की कहानियां सामने लाता है.
Phase 3 (2016-2019)- इस चरण में MCU का चरम देखने को मिला, जिसमें Captain America: Civil War, Black Panther, Doctor Strange, Avengers: Infinity War और Avengers: Endgame जैसी ब्लॉकबस्टर फिल्में आईं. Endgame को अब तक की सबसे बड़ी फिल्मों में गिना जाता है.
Phase 4 और आगे (2021-वर्तमान)- अब MCU टीवी सीरीज (Disney+ Originals) और फिल्मों दोनों में विस्तारित हो चुका है. WandaVision, Loki, The Falcon and the Winter Soldier, Moon Knight, Ms. Marvel जैसी सीरीज और Spider-Man: No Way Home, Doctor Strange in the Multiverse of Madness जैसी फिल्में इसी चरण का हिस्सा हैं.
दो हॉलीवुड फिल्मों ने मिलकर चार भारतीय फिल्मों से ज्यादा कलेक्शन बॉक्स ऑफिस को दिया. हॉलीवुड की पॉपुलर फ्रैंचाइजी फिल्में तो भारत में सॉलिड बिजनेस करती ही रही हैं, मगर इस बार इंडियन बॉक्स ऑफिस पर जलवा दिखा रहीं दोनों हॉलीवुड फिल्मों में से एक नॉन-फ्रैंचाइजी, ऑरिजिनल फिल्म है.
पिछले कुछ सालों से DC कॉमिक्स पर बेस्ड फिल्में भारतीय फैन्स को पहले की तरह इम्प्रेस करने में नाकामयाब रही हैं. जबकि भारत में हॉलीवुड की सुपरहीरो फिल्मों को पिछले दो दशकों में जबरदस्त कामयाबी मिली है. आइए बताते हैं इन फिल्मों का भारत में क्या हाल रहा है और 'सुपरमैन' से क्यों बहुत उम्मीदें की जा रही हैं...