लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास)- LJP (Ram Vilas) एक राजनीतिक दल है जिसका गठन 2021 में चिराग पासवान के नेतृत्व में किया गया था. दोनों गुटों को नया नाम और प्रतीक आवंटित किया गया. अब यह दो अलग-अलग गुटों में से एक है, दूसरा राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी है.
नागालैंड चुनाव में एलजेपी (राम विलास) ने 15 सीटों पर उम्मीदवार उतारे. जिनमें से 2 उम्मीदवार पुघोबोटो और टोबू से जीते और 8 अन्य सीटों पर दूसरे स्थान पर रहे. कुल वोटों के लगभग 8.65 फीसदी के साथ पार्टी को नागालैंड में 'राज्य पार्टी' का दर्जा दिया गया (LJP (Ram Vilas) in Nagaland).
बिहार विधानसभा चुनाव के लिए जेडीयू ने अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की है, जिसमें पांच सीट ऐसी हैं जिनपर चिराग पासवान की नजर थी. इसके अलावा जीतनराम मांझी और उपेंद्र कुशवाहा अलग ही नाराज हैं, जिससे लगता है कि एनडीए में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा.
बिहार विधानसभा चुनाव के लिए एनडीए के सीट शेयरिंग में सबसे ज्यादा फायदे में चिराग पासवान की पार्टी एलजेपी (आर) रही. एलजेपी को 29 सीटें मिली है, लेकिन क्या चिराग को मनमुताबिक विधानसभा क्षेत्र भी मिल पाएंगे. ऐसे में सवाल उठता है कि बीजेपी और जेडीयू कितनी कुर्बानी देंगे?
तेजस्वी यादव ने कहा है कि यदि उनकी सरकार सत्ता में आती है, तो हर परिवार को एक सरकारी नौकरी दी जाएगी. शांभवी चौधरी ने कहा कि यह वादा उन विवादों को फिर से याद दिलाता है जो लैंड फॉर जॉब्स स्कैम के दौरान उठे थे. इस घोटाले ने बहुत से लोगों को प्रभावित किया था.
LJPR की सांसद शांभवी चौधरी ने लैंड फॉर जॉब्स स्कैम का जिक्र करते हुए सभी को याद दिलाया कि यह मामला अभी भी जनता के दिलों में ताजा है.
LJPR की सांसद शांभवी चौधरी ने कहा कि नामांकन की अंतिम तिथि अभी बाकी है और हमारे पास एक सप्ताह का समय है. हमारा लक्ष्य सभी प्रक्रियाओं को समन्वय के साथ जल्दी पूरा करना है. सभी चीजें व्यवस्थित और समय पर पूरी हों यह हमारी प्राथमिकता है.
सांसद शांभवी चौधरी ने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष ने बताया कि उनकी बातचीत लगातार जारी है और पार्टी के सभी सांसद और पदाधिकारी उन्हें अधिकृत कर चुके हैं. उन्होंने स्पष्ट किया कि जो भी फैसला होगा वह अंतिम और मान्य होगा.
बिहार में चुनावी समर में एनडीए के भीतर सीट शेयरिंग को लेकर विवाद जारी है. बीजेपी नेता नित्यानंद राय ने एक बार फिर से चिराग पासवान से मुलाकात की. लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) विधानसभा चुनाव में कम से कम 40-50 सीटों की मांग पर अड़ी है.
बिहार में चुनाव की तारीखों का ऐलान हो गया है. ऐसे में सीट शेयरिंग को लेकर लगातार माथापच्ची जारी है. पटना में जेडीयू की बैठक हुई. वहीं, एनडीए में सीट बंटवारे पर बीजेपी की बैठक हुई. लगातार बैठकों का दौर चल रहा है ताकि सभी सहयोगी दलों को एक समान स्तर पर लाया जा सके.
तेजस्वी यादव ने रामविलास पासवान को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित की. यह श्रद्धांजलि उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर के माध्यम से दी. उन्होंने रामविलास पासवान को "वंचितों के अधिकारों के लिए लड़ने वाला" बताया. इस श्रद्धांजलि के समय को लेकर सवाल उठाए गए हैं.
चिराग पासवान अक्सर मीडिया से बात करते रहे हैं, लेकिन इस बार वह परेशान नजर आ रहे थे. सीट शेयरिंग पर सवाल पूछे जाने पर उन्होंने सिर्फ यही कहा कि हे प्रभु, अभी कुछ बताने लायक नहीं है.
लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) ने बिहार चुनाव के लिए अपनी टीम में महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं. अरुण भारती को LJP का बिहार चुनाव प्रभारी नियुक्त किया गया है. राजू तिवारी को चुनाव सह प्रभारी की जिम्मेदारी दी गई है. ये फैसले चिराग पासवान ने लिए हैं.
बिहार में एनडीए गठबंधन में सीटों के बंटवारे को लेकर गहन मंथन चल रहा है. एलजेपी के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, पार्टी विधानसभा चुनाव के लिए 45 से 54 सीटों की मांग कर रही है. वहीं, गठबंधन की ओर से उन्हें 25 सीटें दिए जाने का प्रस्ताव है. और पासवान खुद शाहाबाद से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे है.
बिहार में विधानसभा चुनावों का ऐलान हो गया है। लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) ने इसका स्वागत किया और कहा कि पार्टी पिछले छह महीने से चुनाव की तैयारी कर रही है. LJP के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि उनकी पार्टी का स्ट्राइक रेट 100% रहता है. उन्होंने बताया कि उनके नेता चिराग पासवान NDA के लिए अलादीन के चिराग जैसे हैं.
हल्ला बोल में बिहार चुनाव और राज्य के विकास मॉडल पर गहन चर्चा हुई. इस बहस में एनडीए और महागठबंधन के पारंपरिक मुकाबले से इतर छोटे दलों की भूमिका पर विशेष ध्यान दिया गया. क्या जन सुराज पार्टी, ओवैसी की एआईएमआईएम और चिराग पासवान की एलजेपी जैसे दल आगामी बिहार चुनाव में महत्वपूर्ण फैक्टर बन सकते हैं. देखें हल्ला बोल.
बिहार चुनाव से पहले चिराग पासवान से आजतक ने खास बातचीत की. आज तक पर बिहार की राजनीति और विकास से जुड़े मुद्दों पर चर्चा में जनता दल यूनाइटेड और लोक जनशक्ति पार्टी के पहली बार साथ मिलकर विधानसभा चुनाव लड़ने की जानकारी दी गई. मुख्यमंत्री के फिर से शपथ लेने के विश्वास, 'बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट' एजेंडे, और राज्य में पलायन की समस्या पर औद्योगिकीकरण, शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाओं और उद्योगों के विकास की आवश्यकता पर जोर दिया गया
बिहार विधानसभा चुनाव में चिराग पासवान का एनडीए के साथ चुनाव लड़ना तय माना जा रहा है, लेकिन सीट शेयरिंग को लेकर जिस तरह की डिमांड वे कर रहे हैं, उसे पूरा करना आसान नहीं है. चिराग एनडीए के लिए ऐसे हैं, जिसे न ही वह अपने से अलग कर सकती है और न ही उनकी मांग पूरी कर सकती है.
चिराग पासवान की पार्टी LJP(R) के सांसद अरुण भारती ने नीतीश सरकार के जातिगत सर्वे को बहुजनों के खिलाफ एक दिखावा और साजिश बताया है. साथ ही उन्होंने तेजस्वी यादव पर अपने वोट बैंक को मजबूत करने के लिए सर्वेक्षण का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया.
बिहार की राजनीति में चिराग पासवान की ताजा सक्रियता ऐसे संकेत दे रही है, जैसे वो नीतीश कुमार की जगह लेने की कोशिश कर रहे हों. ये बीजेपी की रणनीति का हिस्सा भी हो सकता है, और चिराग के मन की बात भी - लेकिन पनघट की डगर यहां ज्यादा मुश्किल है.
अपने पिता राम विलास पासवान की विरासत और बीजेपी की नीतीश कुमार मुक्त बिहार रणनीति के बीच चिराग पासवान खुद को एक मजबूत विकल्प के रूप में स्थापित करने की कोशिश कर रहे हैं. मुख्यमंत्री पद की नो वैकेंसी की बात और विधानसभा चुनाव लड़ने की चर्चा ऐसी ही संभावनाओं का मजबूत संकेत है.
केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने बिहार की राजनीति में सक्रिय होने की इच्छा जाहिर की. उन्होंने साथ ही ये भी कहा कि यदि पार्टी चाहेगी तो वे विधानसभा चुनाव लड़ेंगे. इस पर आरजेडी सांसद मीसा भारती ने उन्हें पहले केंद्रीय मंत्री पद से इस्तीफा देकर सामान्य सीट से चुनाव लड़ने का चैलेंज दिया. देखें वीडियो.
केंद्रीय मंत्री होते हुए चिराग पासवान का बिहार विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी उनकी दूरगामी रणनीति का हिस्सा लगता है, और ये वहां के राजनीतिक समीकरणों को काफी हद तक प्रभावित कर सकता है. चिराग पासवान का नया एजेंडा नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव दोनों के लिए बड़ी चुनौती बन सकती है.