झाबुआ
झाबुआ (Jhabua) भारत के मध्य प्रदेश राज्य (Madhya Pradesh) के का एक जिला और नगर पालिका है. यह इस जिले का प्रशासनिक मुख्यालय भी है (Jhabua Administrative Headquarter). यह गुजरात की ओर मध्य प्रदेश के नीचे बाईं ओर स्थित है. हाल ही में जिले को इसकी स्थानिक मुर्गी प्रजाति ‘कड़कनाथ’ के कारण अंतरराष्ट्रीय पहचान मिली है (Jhabua Hen species, kadaknath) और इसे जीआई टैग दिया गया है (Jhabua GI tag). इस जिले का क्षेत्रफल 3,600 वर्ग किलोमीटर है (Jhabua Area). जिले में 3 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र हैं (Jhabua Assembly constituency)
2011 जनगणना के आंकड़ों के मुताबिक झाबुआ की जनसंख्या (Jhabua Population) 10.25 लाख है और यहां प्रति वर्ग किलोमीटर 285 लोग रहते हैं (Density). यहां का लिंग अनुपात (Sex Ratio) 990 है. इसकी 43.30 फीसदी जनसंख्या साक्षर है. इनमें पुरुष 52.85 फीसदी और महिलाओं की साक्षरता दर 33.77 फीसदी है (Jhabua literacy).
राजा केशो दास, झाबुआ के पहले राजा थे. बंगाल में एक सफल अभियान के लिए और गुजरात के एक शाही वायसराय की हत्या करने वाले झाबुआ के भील प्रमुखों को दंडित करने के लिए, उन्हें दिल्ली के सम्राट द्वारा राजा की उपाधि दी गई थी (First King of Jhabua).
ब्रिटिश राज के दौरान, झाबुआ भोपावर एजेंसी में मध्य भारत की एक रियासत की राजधानी थी. रुतनमल झाबुआ के राजा राठौर वंश के थे (Jhabua, British Rule). 1947 में भारत की स्वतंत्रता के बाद, इसके शासकों ने भारत में मिला लिया और झाबुआ नव निर्मित मध्य भारत राज्य का हिस्सा बन गया, जिसे 1956 में मध्य प्रदेश राज्य में मिला दिया गया था (Jhabua after Independent).
Shocking incident: पत्नी का फैक्ट्री में काम करने वाले बिहार मूल के एक मजदूर से बातचीत करना भारी पड़ गया. पति इसी बात को लेकर उस पर शक करता था और लगातार विवाद करता था.
18 साल के एक युवक को दीपावली के बाद मनाए जाने वाले त्योहार के मौके पर हीरोगिरी करना भारी पड़ गया. पहले उसने 6 छोटे पटाखे अपने मुंह में दबाकर फोड़े. फिर सभी को प्रभावित करने के अतिउत्साह में 7वां सुतलीबम अपने मुंह में रखकर फोड़ दिया. नतीजा उसके जबड़े के चिथडे उड़ गया.
झाबुआ में रेत से लदा एक ट्रक एक घर पर पलट गया. जिससे घर के अंदर सो रहे तीन लोगों की मौत हो गई. इस घटना से ग्रामीण आक्रोशित हो गए और उन्होंने विरोध प्रदर्शन किया.
विधानसभा सत्र के दौरान BJP सरकार ने सदन में बताया था कि कुपोषित बच्चों पर सरकार 8 रुपये और अतिकुपोषित बच्चों पर 12 रुपये खर्च करती है. इसके अलावा सदन में आंकड़े पेश करते हुए बताया कि राज्य में 27 फीसदी बच्चे कम वजन वाले हैं और 1.36 फीसदी बच्चे गंभीर रूप से कुपोषित हैं.
मध्य प्रदेश के झाबुआ में देर रात एक भीषण सड़क हादसा हुआ. जिसमें राजस्थान से सीमेंट लेकर आ रहा एक ट्रक एक कार पर पलट गया. इस हादसे में कार सवार ग्यारह लोगों में से नौ की जान चली गई. कार सवार लोग शादी समारोह से लौट रहे थे. देखें मौके की तस्वीरें.
राजस्थान से सीमेंट लेकर आ रहा एक ट्रक, मारुती ईको वैन पर पलट गया. ईको में सवार 11 लोगो में से 9 लोगों की मौत हो गई. हादसा रात करीब 3 से 4 बजे के करीब हुआ.
झाबुआ में कांस्टेबल मुबारिक शेख पर पहली पत्नी ने धोखाधड़ी, बिना तलाक दूसरी शादी और अवैध गर्भपात जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं. महिला का कहना है कि मुबारिक ने खुद को 'अनिल' बताकर लिव-इन में रखा, कोर्ट मैरिज के बाद उसे छोड़ दिया और दूसरी शादी कर ली. इंस्टाग्राम से सच्चाई उजागर होने पर केस दर्ज हुआ.
आरोप है कांग्रेस विधायक विक्रांत भूरिया ने स्वेच्छानुदान की राशि का दुरुपयोग कर चाय-नाश्ते, टेंट हाउस की उधारी चुकाने, पार्टी पदाधिकारियों, करीबी रिश्तेदारों और कार्यालय स्टाफ की सैलरी देने में इस्तेमाल किया.
पूर्व क्रिकेटर नमन ओझा के पिता विनय ओझा को बैंक गबन के मामले में 7 साल की सजा सुनाई गई है. नमन ओझा, जो भारतीय क्रिकेट टीम के विकेटकीपर बल्लेबाज रह चुके हैं, उनके लिए यह खबर बहुत दुखद है. यह मामला पिछले 11 वर्षों से लंबित था और अब जाकर इस पर फैसला सुनाया गया है. देखिए VIDEO
किसान रमेश ने 8 अक्टूबर 24 को पौधों की बुवाई की थी और केवल तीन महीनों में फलों की पैदावार शुरू हो गई. वर्तमान में बाजार में डपज की कीमत 300 रुपये प्रति किलो है. फिलहाल उन्होंने अपनी पहली फसल घर के सदस्यों और रिश्तेदारों के साथ बांटी है.
Lok Sabha Elections 2024: बीजेपी ने विधायक पर कड़ी कानूनी कारवाई के लिए प्रेस कॉन्फ्रेंस की है. इधर बवाल कटने के बाद कांग्रेस विधायक वीरसिंह भी मीडिया के सामने आए और कहा कि उनके बयान को काट छांटकर किसी ने वायरल किया है.
17वीं लोकसभा खत्म हो चुकी है. इसके साथ ही पीएम मोदी ने चुनावी रैलियों का आगाज कर दिया है. रविवार को उन्होंने मध्य प्रदेश के झाबुआ में कई परियोजनाओं का शिलान्यास किया. इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव में MP ने बता दिया है कि लोकसभा में यहां की जनता का मूड रहने वाला है. देखें वीडियो.
पीएम मोदी ने मध्य प्रदेश के झाबुआ में चुनावी रैली को संबोधित कर प्रदेश में लोकसभा चुनाव प्रचार का आगाज कर दिया है... इस मौके पर पीएम मोदी ने 7,550 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास भी किया...इस दौरान जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि '2023 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की छुट्टी हुई थी, 2024 के लोकसभा चुनाव में सफाया होना तय है'..
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज मध्य प्रदेश के झाबुआ में कई योजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया. पीएम मोदी ने इस दौरान एक जनसमूह को संबोधित किया और कांग्रेस पर निशाना साधा. पीएम मोदी ने कहा कि इस बार बीजेपी अपने बूते पर 370 सीटें हासिल करेगी. देखें ये वीडियो.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज मध्य प्रदेश के झाबुआ में कई योजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया. पीएम मोदी ने इस दौरान एक जनसमूह को संबोधित किया और कांग्रेस पर निशाना साधा. पीएम मोदी ने कहा कि इस बार बीजेपी अपने बूते पर 370 सीटें हासिल करेगी.
अगर रतलाम-झाबुआ संसदीय सीट की बात करें तो यहां अब तक जितने भी लोकसभा चुनाव हुए हैं, उनमें से 90 फीसदी बार कांग्रेस पार्टी ने जीत दर्ज की है. कांग्रेस के इस मजबूत गढ़ को भेदने के लिए भाजपा ने पीएम मोदी का झाबुआ में कार्यक्रम रखा है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 11 फरवरी को मध्य प्रदेश के झाबुआ के दौरे पर रहेंगे. इस दौरान पीएम मोदी करीब 7500 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं को राष्ट्र को समर्पित करेंगे और आधारशिला रखेंगे. साथ ही विशेष पिछड़ी जनजातियों की लगभग 2 लाख महिला लाभार्थियों को आहार अनुदान की मासिक किस्त वितरित करेंगे.
MP News: प्रधानमंत्री अपने 2024 के लोकसभा चुनाव का आगाज पश्चिम मध्यप्रदेश के झाबुआ जिले से ही क्यों करना चाहते हैं. इसको लेकर चर्चाए काफी गर्म हैं.
मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह सोमवार को झाबुआ पहुंचे. यहां उन्होंने अखिलेश यादव के बयान पर कहा कि आज सरकार बनाने की लड़ाई बीजेपी और कांग्रेस की है. समाजवादी पार्टी की सरकार तो बननी नहीं है. अखिलेश बेटे समान हैं. मुझ पर मुलायम सिंह जी के साथ ही पूरे परिवार की कृपा रही है.
MP Assembly Election 2023: कड़कनाथ मुर्गा मूलतः मध्यप्रदेश के झाबुआ का ब्रीड है, इसलिए भारत सरकार ने इसे झाबुआ का कड़कनाथ नाम से जीआई टैग दिया हुआ है. चुनाव प्रचार के बीच दाम बढ़ने से कड़कनाथ बेचने वालों के साथ-साथ अंचल के ढाबों वालों की भी चांदी हो गई है.
MP Chunav 2023: खाटला बैठकों को लेकर BJP प्रत्याशी ने बताया, भीलों के गांव में अगर दामाद आता है, तब भी उसे अपने सास-ससुर या तडली-पटेल के सामने खाटला पर बैठने की इजाजत नहीं है, इससे आप खाटला का महत्व समझ सकते हैं. खाटला बैठकों के जरिए हमें एक तरह का मंच मिलता है. अपने ग्रामीण मतदाताओं से संवाद का एक स्वस्थ्य वातावरण मिलता है.