फरीदा जलाल (Farida Jalal) हिंदी सिनेमा की एक वरिष्ठ कलाकार हैं. उन्होंने मुख्य रूप से हिंदी फिल्मों में अभिनय किया है. लगभग पचास साल के फिल्मी करियर में, फरीदा जलाल ने 200 से ज्यादा फिल्मों में काम किया. उनको चार फिल्मफेयर पुरस्कार और दो बंगाल फिल्म जर्नलिस्ट एसोसिएशन पुरस्कार मिल चुके हैं.
उन्होने अपने करियर की शुरुआत फिल्म तकदीर (1967) से की थी. उन्होंने 1970 और 80 के दशक की शुरुआत में कई मोशन पिक्चर्स में मुख्य और सहायक भूमिकाएं निभाईं. उन्हें आराधना (1969), पारस (1971), हिना (1991) और दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे (1995) में उनकी भूमिकाओं के लिए व्यापक लोकप्रियता मिली. 1990 और 2000 के दशक की शुरुआत में मां की भूमिकाएं और मजबूत महिला किरदार निभाने के लिए जानी जाने लगी.उन्होंने मम्मो (1994) में अपनी भूमिका के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का फिल्मफेयर पुरस्कार भी जीता. उन्होंने 'अ ग्रैन प्लान (2012)' में अपनी भूमिका के लिए 2012 हार्लेम अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार जीता.
फरीदा जलाल ने फिल्मों में अपने काम के साथ-साथ भारतीय टेलीविजन पर कई शो में भी किए. उनके कुछ उल्लेखनीय कामों में सिटकॉम 'ये जो है जिंदगी', 'देख भाई देख' और 'शरारत' शामिल हैं.
फरीदा जलाल का जन्म 18 मई 1950 को मुंबई में हुआ था.
जिया के किरदार में एक्ट्रेस श्रुति सेठ और नानी के किरदार में सीनियर एक्ट्रेस फरीदा जलाल ने फैंस का दिल जीत लिया था. अब गणेश चतुर्थी के मौके पर दोनों स्टार्स का रीयूनियन हो गया है. इनके साथ वैम्प पैम यानी एक्ट्रेस सिंपल कौल को भी देखा गया.
फरीदा ने कहा कि हमारी मुलाकात जीवन रेखा फिल्म के सेट पर हुई थी, जहां हमारी रेखाएं मिल गई थी. वो बिल्कुल मेरे ऑपोजिट नेचर के थे. हमें प्यार हुआ और शादी हुई.