Netflix का ओरिजनल कॉन्टेन्ट दुनियाभर में फेमस है. अगर आप सस्ता प्लान लेकर उसके कंटेंट को भविष्य के लिए स्क्रीन रिकॉर्डिंग करके रखना चाहते हैं तो भूल जाइये कि आप ऐसा कर पाएंगे. दरअसल, Netflix के पास ऐसी खास टेक्नोलॉजी है, जो उसे दूसरे OTT प्लेटफॉर्म से अलग बनाता है और उसके ओरिजनल कॉन्टेंट को पायरेसी से बचाता है.
नेटफ्लिक्स के दुनियाभर में करीब 30 करोड़ पेड सब्सक्राइबर है और सभी के लिए ये स्क्रीन ब्लॉक टेक्नोलॉजी काम करती है. नेटफ्लिक्स की बेहद खास टेक्नोलॉजी, स्क्रीन रिकॉर्डिंग पर डिस्प्ले को ब्लैक कर देती है. इसलिए लोगों नेटफ्लिक्स के महंगे प्लान्स के बावजूद सब्सक्रिप्शन लेना पड़ता है और इसी वजह से यह दुनिया के सबसे बड़े ओटीपी प्लेटफॉर्म में से एक है.
Netflix की खास टेक्नोलॉजी का नाम
Netflix स्क्रीन रिकॉर्डिंग ब्लॉक करने के लिए डिजिटल राइट मैनेजमेंट (DRM) का यूज करता है, जिसके लिए वह Widevine, FairPlay, PlayReady टेक्नोलॉजी का सहारा लेता है. आइए इसको डिटेल्स में और आसानी में समझते हैं.
DRM टेक्नोलॉजी को पूरी दुनिया में चुनिंदा कंपनियां ही तैयार करती हैं. 5-6 कंपनियां ही मुख्य DRM सिस्टम को तैयार करती हैं. इसमें गूगल, माइक्रोसॉफ्ट, एडॉब, ऐपल, Irdeto आदि के नाम शामिल हैं. अलग-अलग कंपनियों के DRM सिस्टम के नाम भी अलग-अलग हैं. नेटफ्लिक्स अलग-अलग डिवाइस और ऑपरेटिंग सिस्टम के लिए अलग-अलग DRM सिस्टम का लागू करता है.
एंड्रॉयड डिवाइस पर ये टेक्नोलॉजी कैसी काम करती है?
Netflix वीडियो Encrypted रहता है और Decryption सिर्फ Secure Hardware (TEE) में होती है. वीडियो सीधे जीपीयू/ Secure Video Path से चलता है. ऐसे में स्क्रीन रिकॉर्डर ऐप को Raw Frame Access नहीं मिलता, जिसका रिजल्ट ये होता है कि स्क्रीन रिकॉर्डर ऐप के आने पर स्क्रीन ब्लैक हो जाती है.
iPhone और iPad में कैसे काम करती है ये टेक्नोलॉजी
iOS सिस्टम लेवल पर DRM Enforce काम करता है. ये वीडियो मेमोरी को एक सेफ बफर जोन में रखता है. iOS का यह सिस्टम स्क्रीन रिकॉर्डर को ये बफर दिखता ही नहीं है और स्क्रीनशॉट या रिकॉर्डिंग ऑन होते हैं iOS सिस्टम वहां ब्लैंक फ्रेम को दिखाता है.